
बार-बार सुपरमार्केट भागने से बचना है तो फ़ूड को प्रिज़र्व करने की कला सीखिए
अपने फ़ूड प्रोडक्ट्स की शेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए कुछ साधारण टिप्स
मास्टर शेफ बनने के लिए इससे बेहतर समय नहीं मिलेगा। सुपरमार्केट के लिए, सड़क तक लगी लम्बी कतारों में खड़े होकर वक़्त बर्बाद करने या इस माहौल में डरे हुए दूसरे खरीदारों से हाथापाई करने से अच्छा है कि हम अपनी दादी-नानी की सलाह मानें, और जितना हो सके घर पर ही फ़ूड को प्रिज़र्व करना शुरू करें।
फ़्रीज़ करें
सभी सब्ज़ियां एक बराबर नहीं होती। कुछ बिना देखभाल के भी कई हफ़्तों तक क्वारंटाइन का सामना कर सकती हैं, तो कुछ को बहुत साज-संभाल की ज़रुरत होती है वरना वह जल्दी ही मुरझाने लगती हैं।
ब्रोकली, मटर, फ्रेंच बीन्स और ऐस्पैरागस जैसी सब्जियों को फ़्रीज़ करने से पहले 30 सेकंड के लिए उबालें।
फ़ूड राइटर कैरोलीन हायर का कहना है, फ़ूड प्रिज़र्व करने की यह टिप सुनिश्चित करेगी कि उनका रंग ना बदले।

उनकी सलाह के अनुसार, “गर्म पानी में से एक छेद वाले चम्मच की मदद से इन्हें निथार कर, तुरंत बर्फ़ीले ठंडे पानी में डाल दें। ठंडा हो जाने पर, सब्जियों को पानी में से निकाल कर किचन पेपर पर एक ट्रे में फैला दें। ट्रे पर ही उन्हें फ़्रीज़ होने रख दे, फिर बाद में उन्हें फ़्रीज़र बैग में शिफ्ट कर दें।” इस तरह सब्ज़ियों का हरा रंग और कुरकुरापन बरक़रार रहता है।
फ़्रीज़र में ब्रेड, दूध, बटर और चीज़ जैसे फ़ूड को प्रिज़र्व करना बहुत आसान है, लेकिन यह कच्चे अंडे, दही, पनीर या ऐसी सब्ज़ियां जिनमें भरपूर मात्रा में पानी होता है, उन पर लागू नहीं होता।
फ़ूड आइटम्स को प्लास्टिक फ़्रीज़र बैग्स या फॉइल में डालने के बाद, उन्हें लेबल करना न भूलें, वरना उन्हें निकालते वक़्त स्थिति नार्निया के जंगल में खोजने जैसी हो जाएगी।
अचार डालें
इंडियन कुकिंग का गुरुमंत्र है – अचार , ऐसी जादुई चीज़ जो बेस्वाद खिचड़ी या रूखी चपाती को भी स्वादिष्ट बना दे।
एक तरफ, उत्तरी भारत के हर घर में निम्बू के अचार की बोतल एक हाथ की दूरी पर मिल जाती है, वहीं दूसरी तरफ, केरल और गोवा में सदियों से चला आ रहा मछली का अचार, आज भी लोगों के खाने के नखरों को संभाल रहा है।
और हाल ही में, हमारे विभिन्न अचारों का स्वाद टेस्ट करने के दौरान हमने जाना, आप चिकन और मटन जैसे फ़ूड प्रोडक्ट्स को भी इसी तरीके से प्रिज़र्व कर सकते हैं।

खीरा ककड़ी, बीन्स, बीटरूट, गाजर और चेरी टमाटर जैसी सब्ज़ियों का भी अचार बनाया जा सकता है। एक कांच की बोतल में ब्राइन (बराबर मात्रा में विनेगर और पानी) भरकर, इन सब्ज़ियों को मसालों, लहसुन और हर्ब्स जैसे डिल, ऑरेगैनो या रोजमेरी के साथ मिला लें।
इस मिक्सचर को फ्रिज में रख दें और हो सके तो खोलने से पहले 48 घंटे तक इंतज़ार करें, बस खुद पर कंट्रोल करना बहुत ज़रूरी है।
अगर आप अपनी शेफ की हैट के साथ तैयार हैं तो यह स्वादिष्ट अचार बना कर देखें।
मटन का अचार, संजीव कपूर के साथ
इंग्रीडिएंट्स
500 ग्राम बोनलेस मटन, टुकड़ों में कटा हुआ, नमक के साथ प्रेशर-कुक किया हुआ
3-4 टेबल स्पून तेल
2-3 सूखी लाल मिर्च
2 टी स्पून राई
18-20 कड़ी पत्ते
5-6 लौंग
2 इंच अदरक, लम्बा बारीक कटा हुआ
½ टी स्पून हल्दी पाउडर
1 टेबल स्पून धनिया पाउडर
1 टेबल स्पून राई पाउडर
1 टेबल स्पून लाल मिर्च पाउडर
नमक स्वाद अनुसार
1 निम्बू का रस
¼ कप विनेगर
विधि
एक तरफ कढ़ाई में डीप-फ्राई करने के लिए जरुरत के अनुसार तेल गर्म होने रखें। दूसरी तरफ, एक नॉन-स्टिक पैन में, 3-4 टेबल स्पून तेल गर्म करें। सूखी लाल मिर्च के टुकड़े तोड़ कर, उसके बीज निकाल दें।
पैन में तेल गर्म होने पर, उसमें राई, कड़ी पत्ता, लौंग और अदरक डाल कर अच्छे से मिलाएं। सूखी लाल मिर्च डालें और मिला लें। गैस बंद कर दें, हल्दी पाउडर डालें और फिर से अच्छे से मिला लें। इस मिक्सचर को ठंडा होने के लिए रख दें।
अब कढ़ाई के गर्म हो चुके तेल में, थोड़े-थोड़े मटन के टुकड़े डालकर क्रिस्प होने तक डीप-फ्राई करें।
पैन के ठंडे हो चुके मिक्सचर में धनिया पाउडर, राई पाउडर, 1 टेबल स्पून लाल मिर्च पाउडर और स्वादानुसार नमक डालकर अच्छे से मिला लें।
मटन के क्रिस्प हो चुके टुकड़ों को तेल में से छानकर निकाल लें और पैन के मिक्सचर के साथ अच्छे से मिला दें। अब ऊपर से निम्बू का रस मिलाएं।
इस मिक्सचर को थोड़ा ठंडा करने के बाद, इसमें विनेगर मिला लें।
एक साफ़ कांच की बोतल में इसे भर लें। जब ज़रूरत हो, तब सर्व करें।
जूस निकालें
यदि आपके लिए अपने सुबह के एक गिलास ऑरेंज जूस के बगैर, दिनचर्या की शुरुआत करना नामुमकिन है या आप फल और सब्ज़ियों के नाम से नाक-भौं सिकोड़ने वालों को हेल्दी खिलाने की कोशिश में जुटे हैं, दोनों ही सूरतों में, जूस आपके बचाव के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।

72 घंटे से अधिक समय के लिए, यदि जूस के रूप में फ़ूड को प्रिज़र्व करना हो, तो जूस को निकालते ही उसे तुरंत कांच के एयरटाइट कंटेनर में भर देना चाहिए। और फिर उन्हें डीप फ़्रीज़ कर देना चाहिए। कंटेनर में फैलने के लिए थोड़ी जगह ज़रूर छोड़े।
ख़ासतौर से, यदि बच्चों को सर्व करना हो, तो आप इसे आइस क्यूब या पॉप्सिकल्स की तरह भी फ़्रीज़ कर सकते हैं।
वैसे तो, यह बड़ों के लिए भी एक हेल्दी डेज़र्ट ऑप्शन है, आलसी सुबह के लिए ब्रेकफास्ट या शाम के चार बजे का परफेक्ट स्नैक।