
टॉक्सिन-फ्री घर के लिए 10 डिटॉक्स हैक्स - क्योंकि यह उत्पीड़क पड़ोसी काफ़ी हानिकारक हैं
कैमिकल्स, पेस्ट्स और अन्य अवांछित वस्तुओं को घर से बाहर निकाल फेंकें
घर में विद्यमान इन टॉक्सिन पदार्थों से छुटकारा पाने के प्रयास में, मन में उठने वाला पहला सवाल शायद यह हो, “क्या एक आर्गेनिक क्लीन्ज़र इतना दमदार है कि वह टॉयलेट विज्ञापनों में दिखाए जाने वाले वीभत्स, लिसलिसे, छिपे हुए कीड़ों को पूरी तरह साफ़ कर सकता है?” मेरी सभी बहिनों के लिए यह एक दुविधा-पूर्ण स्थिति है, जो कीड़ों के साथ-साथ, इन कीटनाशकों के विषैले प्रभावों से बचते हुए, हमेशा के लिए एक केमिकल-फ्री लाइफस्टाइल की ओर उन्मुख होना चाहती हैं।
जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी की एक स्टडी के अनुसार, घर में विद्यमान धूल में 45 अनउच्चारणीय कैमिकल्स एक चेरनोबिल कोहरे की तरह मंडराते रहते हैं। इनमें हार्मोन और एंडोक्राइन सिस्टम को अव्यवस्थित करने वाले थैलेट, फिनोल और बिस्फेनॉल ए शामिल हैं। ऐसे में खुद के लिए कोई शांति पहुंचाने वाला स्प्रे ढूंढ़ने के बजाय, घर में विद्यमान टॉक्सिन पदार्थों से छुटकारा पाने के लिए यहां 10 प्रैक्टिकल टिप्स दिए गए हैं।

प्लास्टिक को बदलें
आज के समय और काल में, प्लास्टिक हमारे जीवन में एक अनिवार्य वस्तु बन चुका है, जो सर्वव्यापी है — पैकेज्ड फूड और फेंक देने योग्य मिनरल वाटर की बोतलों से लेकर कंप्यूटर और रसोई के अधिकांश बर्तनों तक! बहुत से प्लास्टिक उत्पादों में सिंथेटिक केमिकल बिस्फेनॉल ए (बीपीए) होता है जो हमारे शरीर द्वारा सोखे या निगले जाने पर, हमारे एंडोक्राइन सिस्टम को अव्यवस्थित करता है। यह विशेष रूप से फ़ूड और ब्यूटी इंडस्ट्री के लिए एक चिंता का विषय है। लेकिन अच्छी ख़बर यह है, कि काँच के मर्तबान और बर्तन फिर से अपनी जगह बना रहे हैं। आज, अनेक ब्यूटी ब्रांड्स जैसे Vilvah और Purearth के प्रोडक्ट्स क्रमशः धातु और कांच के कंटेनरों में उपलब्ध हैं। यहां तक कि आप अपना अनाज भी किराने वाले से खुला खरीद सकते हैं, अपनी रसोई में प्लास्टिक की बोतलों को कॉर्क और फ़ोम पैडिंग वाली कांच की बोतलों से और क्लिंग रैप्स को बीसवैक्स रैप्स से बदल सकते हैं। विकल्पों की सूची तो अंतहीन है, बस आपके चाहने भर की देर है।
स्प्रे को निकाल फेंकें
काट-काट कर बेहाल कर देने वाले उत्पीड़क मच्छरों से बचने के लिए और घर में फैली हुई मसालेदार सब्ज़ी की गंध को हटाने के लिए, वर्षों से हम कई तरह के स्प्रे का सहारा लेते आए हैं। हर चीज के लिए एक-न-एक स्प्रे है: फ्रेशनर, कुकिंग ऑयल, डिऑडरेंट्स, रेपेलेंट्स, बस नाम लेने की देर हैं। भारत जैसे एक ट्रॉपिकल देश में, एक कीटनाशक स्प्रे या रूम फ़्रेशनर पाकर खुशी से उछल पड़ने से पहले, आप याद रखें कि कीटनाशकों मैं कैंसर पैदा करने वाले तत्व विद्यमान होते हैं, और फ्रेशनर अंततः इनडोर वायु की गुणवत्ता को कम करते हैं। एयर फ्रेशनर के बदले, बर्नर के साथ एसेंशियल ऑयल का प्रयोग, प्राकृतिक सुगंध वाली मोमबत्तियां, पॉट पूरी और एक्टिवेटेड नेचुरल चारकोल पाउच का इस्तेमाल करना अच्छा रहता है। पानी और नीम के तेल का मिश्रण, आपके घर और पौधों के लिए एक अच्छा कीटनाशक स्प्रे है। आपकी संवेदनशील त्वचा हेतु मच्छरों से बचाव के लिए एक सुरक्षित नुस्खा है – यूकेलिप्टस ऑयल जो एक एंटीसेप्टिक भी है, उसे 1:10 के अनुपात में सनफ्लावर ऑयल में मिलाकर त्वचा पर प्रयोग करें।

घर में पौधे लाइए
अपने घर से टॉक्सिन पदार्थ निकाल फेंकने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है: सुंदर-सुंदर हरे-भरे पौधों की मदद से अपने घर को ‘बंगलो’ से एक ‘जंगलो’ में बदल डालें। यह न केवल आपके घर की शोभा बढ़ाते हैं, बल्कि नासा की एक स्टडी इस बात की ओर इशारा करती है कि यह आपके घर में मौजूद, उड़नशील ऑर्गेनिक कंपाउंड्स को भी हवा में से सोख लेते हैं। आप इन गूदेदार पत्तों वाले पौधों में से अपने मनपसंद को चुन सकते हैं: ऐरेका पाल्म (बेंज़ीन, कार्बन मोनोऑक्साइड, फॉर्मलडेहाइड, ट्राइक्लोरोइथीलीन और ज़ाइलीन को हटाने हेतु), फ़िकस या वीपिंग फ़िग (फॉर्मलडेहाईड, ट्राइक्लोरोइथीलीन और बेंज़ीन को हटाने हेतु), एलोवेरा और स्पाइडर प्लांट्स (फॉर्मलडेहाईड को हटाने हेतु)।
थोड़ा सामान्य ज्ञान लागू करें
यदि आपने अभी-अभी घर की दीवारों को रंग किया है, पेस्ट-कंट्रोल करवाया है, अथवा अपना फर्नीचर पॉलिश करवाया है, तो अब, अपने घर को थोड़ा खुला और हवादार करना सुनिश्चित करें। हर उत्पाद की एक आयु-सीमा होती है, तो अपने खाना ले जाने वाले डिब्बों, पुराने फ़ोन, या अपने टूटे-फूटे लैपटॉप से चिपके रहना कोई समझदारी की बात नहीं। तले हुए तेल को प्लास्टिक कंटेनर में रखना बहुत बड़ी भूल है। इसी तरह प्रोसेस्ड फूड से भी बचना चाहिए। अगर शंका हो, तो कोई भी कार्यवाही करने से पहले, थोड़ी शोध कर लें। टॉक्सिन पदार्थों से छुटकारा पाने की प्रक्रिया में अपने घर को स्वच्छ और धूल-मुक्त करने से शुरुआत करें। कौन भला यह चाहेगा कि यह हानिकारक केमिकल्स, घुन और भगवान जाने क्या-क्या, इन अति सूक्ष्म कणों में दबा-छिपा, आपके घर में पलता रहे।
View this post on InstagramA post shared by Ruby's Organics (@rubys.organics) on
अपनी टॉयलेटरीज़ पर दोबारा ग़ौर करें
टॉक्सिन पदार्थ आपकी त्वचा द्वारा भी अवशोषित किए जाते हैं, तो स्वाभाविक रूप से सावधान रहें कि आप क्या इस्तेमाल कर रहे हैं। बहुत से ऐसे ब्रांड्स हैं जो सल्फेट, पैराबेन और क्रूरता-मुक्त हैं, जैसे Aveda (हेयर केयर), Forest Essentials (हेयर और स्किन केयर), Ruby’s Cosmetics (मेकअप) इत्यादि, जो बाज़ार में उपलब्ध हैं। बॉडी वॉश को किसी साबुन या उबटन से बदल दें। आप टूथपेस्ट को भी टूथ पाउडर से बदल सकते हैं। इसी तरह केमिकल से भरे लोशन के बदले तेल का प्रयोग करें। डिओडोरेंट एक और ऐसा कॉस्मेटिक प्रोडक्ट है जिसमें कई ऑर्गेनिक विकल्प हैं, जो Juicy Chemistry, TreeWear, Just B Au Naturel, आदि में उपलब्ध हैं।
डिटर्जेंट्स से छुटकारा पाएं
यह जानते हुए कि हमारे कपड़े हमारे शरीर को 24/7 छूते हैं, टॉक्सिन-फ़्री डिटर्जेंट अपनाना एक अच्छा कदम है। डिटर्जेंट और फैब्रिक सॉफ़्टनर से प्राप्त अवशेषों में सोडियम लॉरिल सल्फेट, फॉस्फेट, फिनोल, आदि केमिकल्स और त्वचा को नुकसान पहुंचाने वाले पदार्थ हो सकते हैं जो आपकी त्वचा पर चिपके रहते हैं। भारत में, Bubble Nut Wash, Sacred Earth’s Natural Fabric Liquid Wash, Greenworx, जैसी कंपनियां आपके कपड़ों और बर्तनों पर से सारी गंदगी साफ कर सकती हैं।PraanaPoorna Collective के पास आपके लिए विविध प्रकार के बहुप्रयोजन बायोएंजाइम डिशवॉशर, डिटर्जेंट और डिसइनफेक्टेंट्स उपलब्ध हैं।
अपनी रसोई को भी डिटॉक्स करें
जब एक बार आप अपनी रसोई पर ध्यान देना शुरू करेंगे, तो आप पाएंगे कि कितना टेफ़्लॉन, अल्युमीनियम और प्लास्टिक आपने वहां जमा कर रखा है। सहूलियत पूर्वक जैसे बदल सकें, उस से शुरुआत करें: सालों से आपकी शेल्फ पर पड़े लुढ़क-पुढ़क रहे प्लास्टिक के कंटेनरों को कांच या सिरेमिक से, टेफ़्लॉन को लाइट कास्ट आयरन से (कोई भी वस्तु खरीदते समय उसके वजन पर अवश्य ध्यान दें, क्योंकि एक स्वस्थ विकल्प होते हुए भी यह अपने भार से आपकी गर्दन को झटका दे सकता है) बदल सकते हैं। भोजन में भी ऑर्गेनिक फूड को अपनाएं। डिब्बा-बंद और टेट्रा पैक की जगह ताज़े, हेल्दी खाद्द्य-पदार्थों का विकल्प चुनें। अपने फलों और सब्ज़ियों को नमक-युक्त गर्म पानी, एप्पल साइडर विनेगर अथवा बेकिंग सोडा, या बबल नट्स के फ्रूट एंड वेजिटेबल वॉश से अच्छी तरह धोएं। अपने कुकिंग ऑइल को ऑर्गेनिक, पारंपरिक कोल्ड-प्रेस्सड ऑइल जैसे नारियल, सरसों या मूंगफली के तेल से बदलें। वेजिटेबल ऑइल के प्रयोग से बचें क्योंकि वह शरीर में सूजन और प्रदाह पैदा करते हैं। इसके अलावा, घी भी आपके लिए बहुत अच्छा है। इसे आप अत्यधिक तापमान पर भी गर्म कर सकते हैं, तो अपने पकौड़े तलते समय खूब घी काम में लें। क्या आप अपना खाना बनाने या गर्म करने के लिए माइक्रोवेव का अधिक उपयोग करते हैं? तो अब समय है कि आप इसे तिलांजलि दे दें।
रेडिएशन को गोली मारें
जब आप घंटों बैठकर नेटफ़्लिक्स देखते रहते हैं, तो एक भारी मात्रा में इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन आपके दिमाग का भुर्ता बना रहा होता है। रेडियो फ्रीक्वेंसी रेंज पर चलने वाले टीवी, मोबाइल फ़ोन्स, वाई फ़ाई तथा वाई फ़ाई से चलने वाले अन्य उपकरणों को सोते समय बंद कर देना चाहिए। विदेशों में, Belly Armour जैसी कंपनियां, गर्भवती महिलाओं के लिए एंटी रेडिएशन ब्लैंकेट बनाती हैं। या फिर बस इन उपकरणों को अपने बेडरूम के बाहर रखें, और सोते समय आपसे जितना हो सके दूर रखें।

कुछ समय के लिए के लिए खुद को सभी चीजों से अलग कर लें
अपने घर को टॉक्सिन पदार्थों से छुटकारा दिलाते समय, अपने दिमाग को चूर-चूर कर उसकी लुगदी बना देने वाले काम तथा जीवन के अन्य तनावों से खुद को अलग कर, उसे तरोताज़ा करें। व्यायाम करें, ध्यान करें, लोगों से मिले-जुलें, पढ़ें, और कम-से-कम 8 घंटे की नींद लें तथा अपने इस जीवंत समय का पूरा आनंद लें। दो कदम पीछे लेकर, प्राथमिकता अनुसार अपने जीवन में विद्यमान उन टॉक्सिन पदार्थों को पहचानें, जिन्हें आपको तुरंत अपनी जिंदगी से निकाल फेंकना चाहिए। प्रतिदिन थोड़ा समय अपने डिजिटल डिटॉक्स के लिए बचा कर रखें और किताबों से अपना पुनः परिचय कराएं।
अपने आप करने वाले कामों में (DIY) खुद को डुबो लें
अपने जीवन-रक्षक नुस्खों को बनाने में खुद हाथ आजमाने के लिए इंटरनेट एक बड़ा सहारा है। घर को पेस्ट-मुक्त करने के लिए एसेंशियल ऑयल की दुनिया में गोते लगाकर, अपने स्वयं के उपचार (कईयों में एंटीसेप्टिक, एंटीबैक्टीरियल तथा औषधीय तत्व होते हैं) ढूंढें तथा विधियों को आपस में मिलाकर (उन्हें जैसा बताया जा रहा है उसी प्रकार करें) नए मिश्रण बनाएं। डिटर्जेंट बनाना भी अत्यधिक सरल है, बस इसके लिए काफी धैर्य और किचन से निकले कुछ व्यर्थ पदार्थों की ज़रूरत है। अपने बहुउद्देशीय बायो एंजाइम्स बनाने के लिए कुछ रीठे भिगो दीजिये और कुछ नींबू के छिलकों का सिरका बना लीजिए। अगर आप यह सब करने के लिए बहुत आलसी हैं, तो चिंता न करें, बहुत सी कंपनियों ने पहले से ही कई टॉक्सिन-फ़्री हैक्स आपके लिए तैयार कर रखे हैं। ऑनलाइन ज़ीरो वेस्ट ग्रुप्स को जॉइन कर लीजिए, अन्य पर्यावरण संरक्षकों से बात कीजिए, और तब आपके लिए जो संभव हो, उसे करने का प्रयास कीजिए। यकीन मानिए, आपके पास खोने के लिए कुछ नहीं है, सिवाय उन कुछ खतरनाक टॉक्सिन पदार्थों के, जो आपके आसपास मंडरा रहे हैं।
देखिए: सबसे अच्छी नींद का आनंद कैसे उठाएं