
क्या आपने भी कभी किसी प्लांट का मर्डर किया है?
कितनी भी कोशिश कर लें, यह तो फलते-फूलते ही रहेंगे
मुझे यह स्वीकार करना ही होगा कि मेरे हाथों एक प्लांट का मर्डर हुआ है। सालों पहले जब इंस्टाग्राम नहीं था, एक हरा-भरा शनाया नाम का सक्यूलेन्ट, मेरी वजह से समय से पहले मारा गया। वह तो नहीं रहा, पर उस दौरान फ़्लिकर पर डाले उस पॉट के अलग-अलग एंगल्स से खींचे ना जाने कितने फ़ोटोग्राफ का डॉक्यूमेंटेशन, इंटरवेब पर हमेशा के लिए अमर हो गया। दुआ करती हूँ कि शनाया, किसी कम्पोस्ट पिट में खाद के रूप में ही सही, पर फल-फूल रहा होगा। मेरी गलतियों की सज़ा उस बेचारे को भुगतनी पड़ी, ज़रुरत से ज़्यादा पानी देने और छाया में रखने से वह आखिरकार एक क्लोरोफिल से भरपूर कीचड़ के ढेर में बदल गया। काफ़ी अच्छे से उसका शोक मनाने के बाद, मैंने अपनी बेहतरीन इंडोर प्लांट्स की लिस्ट में से, उसकी जगह एक कठिन परिस्थितियों में भी पनपने वाला स्पाइडर प्लांट लगाया, जो ऐसे बढ़ता है कि उसके लिए एक मुंबई स्टूडियो अपार्टमेंट के साइज़ का पॉट भी छोटा पड़ जाए।
ऐसे लोग जिन्होंने बचपन से ही कभी गार्डनिंग ना की हो, उनके लिए तो कठिन मौसम की परिस्थितियों में अपने इंडोर प्लांट की देखभाल करना किसी बुरे सपने से कम नहीं है। लेकिन यदि एक बार आपको कुछ बुनियादी बातें समझ आ जाए, तो नेचुरल फ़र्टिलाइज़र से भरपूर स्वस्थ मिट्टी, पानी, और कुछ प्यार-भरी देखभाल के साथ (और अपने रेफ्रिजरेटर पर उन्हें पानी और धूप देने का टाइम टेबल लटका कर) आप उनके बढ़ने तक, एक अच्छे गार्डनर होने का दिखावा करते रह सकते हैं।
एकता चौधरी, गार्डन अप स्टोर की फाउंडर और एक लोकप्रिय गार्डनिंग ब्लॉगर हैं, जो भारतीय घरों के साथ-साथ इंस्टाग्राम के लिए भी, सबसे बेहतरीन इंडोर प्लांट्स के बारे में काफ़ी कुछ जानकारी रखती हैं। वे आपको बहुत ज़्यादा देखभाल मांगने वाले महंगे, नाज़ुक प्लांट्स से बचने और केवल ऐसे प्लांट्स लगाने की सलाह देती हैं जो खुद जीवित रहने के लिए कड़ी मेहनत कर लेते हैं।
नई शुरुआत करने वालों के लिए बेस्ट इंडोर प्लांट्स
View this post on InstagramA post shared by Jessica Lauver (@jessicalauver) on
ज़ी ज़ी प्लांट (The ZZ Plant): ज़ुबान को तोड़-मरोड़ देने वाला, ज़मीँओकुलकस ज़मीफोलिआ (Zamioculcas Zamiifolia) या ज़ांज़ीबार जेम (Zanzibar Gem) एक ऐसा गूदेदार, सख़्त पौधा है जो बिना देखभाल के भी जीवित रह सकता है। यह चमकती धूप में पनपता है, लेकिन इसे सीधी धूप में नहीं रखना चाहिए, इस तरह शायद आप इसमें फूटते हुए नन्हें-नन्हें फूलों को देखने का सौभाग्य पा सकें। ईस्ट अफ़्रीकी मूल के इस पौधे को अधिक पानी देने की आवश्यकता नहीं है, हफ्ते में सिर्फ दो बार पानी देना इसके लिए काफ़ी है। इसकी चिकनी पत्तियां बहुत अस्वाभाविक और बनावटी लगती हैं। ज़ी ज़ी प्लांट छाया और इनडायरेक्ट सनलाइट में पनपने के साथ वायु को भी शुद्ध करता है, तो आप अपने फेफड़ों को एक्स्ट्रा ऑक्सीजन की ट्रीट देने के लिए इसे अपनी डेस्क अथवा बिस्तर के पास में रख सकते हैं।

मनी प्लांट (The money plant): एक खोटे सिक्के की तरह, एपीप्रेम्नम ऑरेयम (Epipremnum Aureum) भी ना जाने कितने सालों से घूम-फिर कर, अजीब-अजीब आकार की बोतलों और गमलों में विचित्र से विचित्र जगहों पर दिखाई देता रहा है। जरा सोचिए: बाथरूम में, किसी भी बुकशेल्फ़ पर, बिना मिट्टी वाले गमले में, और अन्य कोनों-दरारों में — जहां यह बेचारा भले मानुस की तरह लटका रहता है। वास्तु के अनुसार, मनी प्लांट धन और वैभव प्रदान करने वाला है। इस बारहमासी इनडोर प्लांट के आपके घर में एक खाली वाइन बोतल में चिपके रहने का एक कारण यह भी है कि यह पॉजिटिव एनर्जी फैलाता है। आसानी से फैलने वाला यह प्लांट, छाया में शानदार ढंग से बढ़ता है जबकि तेज़ धूप इस की हरी पत्तियों को ब्लीच कर देती है। इसे किसी विशेष देखभाल की जरूरत नहीं है, आप केवल इसकी सूखी पड़ रही पीली पत्तियों को हटा दें और उसके सिरों को थोड़ा छांट दें ताकि वह ज्यादा लंबा होने की अपेक्षा अधिक घना हो सके। यह पानी में आराम से बढ़ जाता है बस आप उसकी एक डाली लें, नीचे की पत्तियां हटा दें, और इस डाली को पानी की एक बोतल में लगा दें, और बस फिर उसे फलता-फूलता हुआ देखिए।

रबर प्लांट (Rubber plant): फ़ाइक्स इलास्टिका (ficus elastica) एक चिकनी पत्तियों वाला फैले हुए आकार का पौधा है, जो एक गमले में चमकती, इनडायरेक्ट सनलाइट में, बहुत अच्छे से उगता है। अगर इसकी नीचे की तरफ वाली पत्तियां झड़ना शुरू कर दें, तो समझ जाइए कि आपका पौधा ड्रैक्युला की तरह अंधेरे में पड़ा हुआ है और उसे थोड़ी धूप दिखाने की जरूरत हैं। इसकी मिट्टी नम रहनी चाहिए, दलदली नहीं। गर्मियों के दौरान इसकी पत्तियों पर पानी का छिड़काव करें। यदि यह अत्यधिक लंबा और पतला होता जा रहा हो, तो उसके ऊपरी सिरे छाँट दें और फिर उसे फैलते हुए आकार में बढ़ने दें। इस बात की सावधानी रखें कि आपके पालतू जानवर इस पौधे के आसपास न रहें, क्योंकि इससे उन्हें स्किन इरिटेशन हो सकती है।

एलोवेरा (Aloe Vera): हालांकि जीनस एलो (genus aloe) प्रजाति के इस सक्यूलेन्ट को अपनी सुंदरता के लिए कोई मैडल नहीं मिल सकता, लेकिन यदि इस गठीले, मोटी पत्तियों वाला पौधे के फायदे नापने जाए तो बैरोमीटर पर यह सबसे ऊपर आता है। न केवल इसकी देखभाल करना आसान है, बल्कि इसकी पत्तियों के गूदे से होने वाले फ़ायदों की एक लंबी-चौड़ी सूची बन सकती है, जैसे- जली त्वचा का उपचार करना, कीड़ों के काटने पर होने वाली जलन को शांत करना, दांतों पर जमी प्लाक की परत को तथा चेहरे की झुर्रियों को कम करना। इस सक्यूलेन्ट को ऐसी मिट्टी की आवश्यकता होती है जो पानी को निथार दे और साथ ही इसे अत्यधिक धूप भी चाहिए। इसे थोड़ी सी कोमल, प्यार भरी देखभाल दीजिए, और देखिए कि बदले में यह आपको कितना कुछ देता है।

मेरीगोल्ड (Marigold): टेजेटेज इरेक्टा (tagetes erecta) या गेंदा फूल – एक किस्म का गुदगुदा भूरा, नारंगी और सुनहरी फूल, जिसका हर भारतीय शादी में बोलबाला रहता है। इस सालाना पौधे में जून से अक्टूबर तक फूल खिलते हैं। यह उन पौधों में से एक है जिन्हें प्रत्येक दिन कुछ घंटों के लिए सीधी धूप चाहिए होती है। अधिक पानी दे देने से यह प्लांट कुम्हला सकता है और उसमें फंगस लग सकती है। यह प्राकृतिक रूप से कीड़ों को दूर भगाता है लेकिन इसके खिलने पर हम इसके चारों ओर मधुमक्खियों और तितलियों के मंडराने का आनंद उठा सकते हैं।

देसी गुलाब (Local Rose): रोसा दामसेना (rosa damascena) या देसी गुलाब वह प्रजाति है जिसे आपको अपने घर में लगाना चाहिए। इसकी ख़ूबसूरत, खुशबूदार पत्तियां, गुलकंद के रूप में संरक्षित की जा सकती हैं। लेकिन उससे पहले, इसके फूलों को खिलने के लिए काफ़ी खाद या कम्पोस्ट दिया जाना चाहिए। उसकी मिट्टी की ऊपरी परत को सदैव ढीली करते रहें, क्योंकि इसे काफी हवा लगाने की ज़रूरत होती है। यदि आप किसी मीली बग या उससे मिलते जुलते कीड़े को पाएं, तो उस पर ऑर्गेनिक कीटनाशक छिड़कें। गुलाब को धूप पसंद होती है, और आप इस बात का ख्याल रखें कि उसे प्रतिदिन कुछ घंटे की धूप अवश्य मिले— और जब भी संभव हो, उसके साथ थोड़ी सी प्यार-भरी बातें ज़रूर करें, इससे बढ़कर और कुछ नहीं!

स्नेक प्लांट (Snake plant): एकदम उपयुक्त नाम ‘मदर-इन-लॉ टंग’ (mother-in-law’s tongue) से बुलाये जाने वाला इस प्लांट संसेविएरीया (sansevieria) की सीधी, खड़ी पत्तियां ऐसी लगती है जैसे ऊंचाई छूने को तड़प रही हों। चीनी परंपरा में इस घरेलू पौधे को बड़ी श्रद्धा के साथ अपने घर में रखा जाता है। यह सख्त बारहमासी पौधा धूप और छाया, दोनों में अच्छे से पनप सकता है। आप इसे लगाकर लंबे समय तक भूल गए तो भी यह जीवित और लहराता रहेगा – किसकी तरह, यह तो आप जानते ही हैं! यह तीव्रता से बढ़ते हैं और जल्दी ही अपने सर्पीले उपनाम की तरह आपके पूरे घर में लहराते दिख सकते हैं।

स्पाइडर प्लांट (Spider plant): क्लंपी क्लोरोफाइटम कोमोसम (The clumpy clorophytum comosum) अपनी झूलती हुई टहनियों के साथ, मेरा सबसे पसंदीदा प्लांट है। सबसे प्यारा और सबसे सरल रखरखाव वाला घरेलू पौधा, जिसे एक गमले से दूसरे में लगाने से यह स्पाइडर प्लांट पलक झपकते ही आपका पूरा घर भर देगा। यह छाया और नम मिट्टी में उगते हैं। जिन्हें गार्डनिंग नहीं आती, उनके लिए तो यह बिल्कुल परफेक्ट है।
पर इन बेहतरीन इंडोर प्लांट्स को भी उचित देखभाल की ज़रूरत होती है
- अधिकतर पौधों को सुबह की चमकीली धूप रास आती है, दोपहर की तीखी धूप से उन्हें दूर रखें।
- इन सख़्त पौधों के लिए थोड़ा पानी ही काफ़ी है, अतः हर दूसरे दिन उन्हें थोड़ा पानी दें।
- फ़र्टिलाइज़र के मामले में भी संयम से काम लें। उन्हें इतनी खाद न दे दें, कि वह जैक के बीनस्टॉक की तरह बढ़ कर एक दूसरी ही दुनिया में पहुँच जाएं।
- यदि आप घर में खाद या कम्पोस्ट बनाते हैं, तो प्लांट को फ़र्टिलाइज़ करने के लिए उसका इस्तेमाल करें।
- और हाँ, अपने हरे-भरे पौधों के लिए उचित साइज़ के गमलों का चुनाव करें; बहुत छोटा होने से जड़ें फैल नहीं पाएंगी, बहुत बड़े गमले में ज़्यादा पानी जमा होने की वजह से पौधा सड़ने लगेगा।
- आप एक स्पेड (कुदाल) और दस्ताने खरीद सकते हैं, या फिर अपने लोकल माली की मदद भी ले सकते हैं।