
एंटी-पॉल्युशन स्किनकेयर, क्योंकि ताउम्र घर में छिप के रहना नामुमकिन है
शहर में रहने वाले अवश्य पढ़ें
अपने हज़मत सूट बाहर निकाल लें। आप अगर आसमान को देखेंगे, तो अब सिल्वर लाइनिंग बादलों पर नहीं दिखती है, बल्कि शायद ज़हरीले स्मॉग के चारों ओर मंडरा रही है। इस साल के शुरूआत में आई ग्रीनपीस रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के सबसे प्रदूषित 20 शहरों में से 15 शहर भारत के हैं। 500 कंपनियों वाला गुरूग्राम दुनिया के सबसे प्रदूषित शहर के नाम से जाना जाता है और दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानियों में दिल्ली का नाम सबसे ऊपर है। पर अभी से इस शंका में खुद का दम मत घोटों – ऐसे कई एंटी-पॉल्युशन स्किनकेयर और हेयर केयर उपाय है, जिन्हे अपनाकर आप अपने आसपास होने वाले इसके स्थायी प्रभावों को रोक सकते हैं।

यह कहा जाता है कि शहरी धूल का मिश्रण, मोलोटोव वैरायटी (पेट्रोल, डीज़ल इत्यादि) से ज़्यादा खतरनाक है, जिसमें 224 ज़हरीले केमिकल्स होते हैं। इससे समय से पहले ही बुढ़ापा आना और त्वचा संबंधी बीमारियां जैसे मुहांसे, पित्ती और एक्जिमा हो सकती हैं। पॉल्युशन त्वचा में फ्री रेडिकल्स की मदद से सेहतमंद कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त करता है। आमतौर पर धूप और ज़हरीले धुएं से असुरक्षित बालों में – सूखापन, स्कैल्प पर खुजली, बालों का टूटना और गिरना जैसी समस्याएं होती हैं। लेकिन अब आपको चिंता करने की कोई ज़रूरत नहीं है, हमने अपने चार विशेषज्ञों से बात की, जो हमें पॉल्युशन के प्रभावों को कम करने के तरीके बतायेंगे।
डॉ. जमुना पाई, स्किनलैब
सेलेब्रिटी स्किनकेयर विशेषज्ञ और कॉस्मेटिक फिज़िशियन डॉ. जमुना पाई पिछले दो दशकों से मिस इंडिया प्रतियोगियों के लिए काम कर रही हैं। उनके अनुसार, त्वचा को क्षतिग्रस्त होने से बचाने के लिये एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर क्रीम का इस्तेमाल करना सबसे आसान तरीका है। यह कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से भी सुरक्षा देती है। एंटी-ऑक्सीडेंट को सप्लीमेंट, क्रीम, या भोजन के ज़रिये भी लिया जा सकता है। यह पर्यावरणीय समस्याओं जैसे धूप, पॉल्युशन या हवा जिसमें हम सांस लेते हैं, से होने वाली क्षति को कम करने में मदद करते हैं।

स्किनकेयर रूटीन
त्वचा को पुनः जीवंत करने और हो चुके नुकसान को कम करने के लिये रात का समय सबसे बेहतर है। आपकी नाइट क्रीम में कई तरह के प्रोटीन जैसे सोया प्रोटीन, Matrixyl 3000 जैसे एडवांस पैपटाइड और एंटी-ऑक्सीडेंट जैसे विटामिन ए/रेटिनोल होने चाहिये, जो कोलेजन को स्फूर्ति दें। हालांकि, रात को सोते समय यह सभी इंग्रीडिएंट्स आपकी त्वचा पर बेहतरीन तरीके से काम करते है लेकिन इनसे त्वचा में रूखापन आ सकता है। इससे बचने के लिए, डॉ. जमुना साथ में मॉइस्चराइज़र या त्वचा को हाइड्रेट करने वाली नाइट क्रीम लगाने की सलाह देती हैं।
प्रो-टिप
रोकथाम और सुरक्षा ही सबसे उपयुक्त इलाज है। पर्यावरणीय प्रदूषण के संपर्क में आने से उत्पन्न होने वाले फ्री रेडिकल्स के अलावा, ऐसी कई चीज़ें है जिनसे त्वचा को नुकसान होता है। इसमें फ्लोरोसेंट लाइट्स और मोबाइल फोन, कंम्यूटर स्क्रीन, इत्यादि से निकलने वाली रोशनी भी शामिल हैं। तो हर सुबह अच्छे से सनस्क्रीन लगाना और एंटी-ऑक्सीडेंट्स का उपयोग, आपके एंटी-पॉल्युशन स्किनकेयर रूटीन का एक अहम हिस्सा होना चाहिए।
निवेश करें
डॉ. पाई ऑक्सीब्लास्ट ट्रीटमेंट कराने की सलाह देती हैं जिसमे ऑक्सीजन की मदद से क्षति ग्रस्त त्वचा को पोषित और स्वस्थ किया जाता है। इस ट्रीटमेंट में, 99.5 फीसदी शुद्ध ऑक्सीजन और विटामिन्स को त्वचा में डाला जाता है, जिसके बाद फेशियल मसाज दिया जाता है और त्वचा की उज्ज्वलता के लिए मास्क लगाया जाता है। अधिक जानकारी के लिए skinlab.in चेक कीजिये।
नंदिता मनचंदा, ऐंन्स क्लॉसेट
ऐंन्स क्लॉसेट, ऑर्गेनिक हर्बल मेकअप की संस्थापक, नंदिता मनचंदा मानती हैं कि असमय उम्र बढ़ने की समस्या से बचने के लिए सूजन कम करने और कोलेजन को क्षतिग्रस्त होने से रोकने की ज़रूरत है। आप दिन का अंत, एक्टिवेटिड चारकोल युक्त उत्पादों के इस्तेमाल से करें। एक्टिवेटिड चारकोल त्वचा के छिद्रों में गहराई से जाकर सफाई करता है और त्वचा की ऊपरी तीन परतों में जमी गंदगी को हटा देता है।
View this post on InstagramA post shared by Enn's Closet (@ennscloset) on
स्किनकेयर रूटीन
त्वचा पर परतों में लगाए गए स्किनकेयर उत्पाद, एंटी-पॉल्युशन स्किनकेयर रूटीन का एक अहम हिस्सा होते हैं। नंदिता त्वचा पर टोनर, सिरम, मॉइस्चराइज़र और सनस्क्रीन की एक सुरक्षित परत बनाने की सलाह देती हैं, जो दिखती नहीं है, लेकिन प्रदूषक और त्वचा के बीच एक कवच का काम करती है। प्राकृतिक, केमिकल रहित उत्पादों का इस्तेमाल करें। ये रक्त में नहीं मिलते, इसलिये भविष्य में नुकसान नहीं पहुंचाते। इनमें मौजूद प्राकृतिक और एक्टिव इंग्रीडिएंट्स त्वचा के छिद्रों में प्रदूषित कणों को घुसने नहीं देते। साथ ही, आप सनस्क्रीन लगाना न भूलें।
प्रो-टिप
त्वचा को एक और प्राकृतिक सुरक्षात्मक कवच की भी ज़रूरत होती है। फ्रिज में रखें फेस मिस्ट और टोनर के उपयोग से सारा दिन ताज़ा महसूस किया जा सकता है। आप सूजन को कम करने के लिये बर्फ के टुकड़ों या एलोवेरा की जमे हुए टुकड़ों को त्वचा पर रगड़ सकते है। गुलाब जल को नियमित छिड़कने से थकी और रूखी त्वचा में जान आ जाती है।

निवेश करें
प्री-गेम रोज़वाटर फेस मिस्ट (Pre-game Rosewater Face Mist), ब्लैक फ्राइये एक्टिवेटिड चारकोल फेस वॉश (Black Friyay Activated Charcoal Face wash), यूवी फिल्म एसपीएफ 40 टिन्टिड सन प्रोटेक्शन (UV Film SPF 40 Tinted Sun Protection) का इस्तेमाल करें। ज़्यादा जानकारी के लिये Ennscloset.com चेक करें।
विवेक साहनी, कामा आयुर्वेदा
View this post on InstagramA post shared by Kama Ayurveda (@kamaayurveda) on
कामा आयुर्वेदा त्वचा और बालों की समस्याओं से निबटने के लिये समाधान-संबंधी उत्पादों को बढ़ावा देता है, इसलिये संस्थापक विवेक साहनी मानते हैं कि सबसे पहले पानी की गुणवत्ता पर काम करने की ज़रूरत है। वह प्रदूषित इलाकों में खारे पानी के लिए फ़िल्टर लगाने की सलाह देते हैं।
स्किन और हेयर केयर रूटीन
विवेक हफ्ते में एक या दो बार त्वचा को एक्सफोलिएट करने और फिर मॉइस्चराइज़र लगाने के बाद पॉवरफुल सनस्क्रीन लगाने की सलाह देते हैं। हफ्ते में पांच बार से ज़्यादा अपने बालों को शैंपू से नहीं धोना चाहिये, लेकिन रोज़ाना सिर की त्वचा को हल्के हाथ से रगड़ते हुये सादे पानी से धोना चाहिये।
प्रो-टिप
तिल का तेल सूरज की तेज किरणों से बचाता है और साथ ही नमी भी बनाये रखता है। अपने शरीर पर थोड़ा तेल मले और दो बूंद तेल व गुलाब जल लेकर चेहरे पर भी लगाएं।
निवेश करें
कामा आयुर्वेदा नेचुरल सन प्रोटेक्शन (Kama Ayurveda Natural Sun Protection), गुलाबजल (Rose Water), ऑर्गेनिक तिल के तेल (Organic Sesame Oil) का इस्तेमाल करें।
कविता खोसा, प्योरअर्थ
आयुर्वेद और ऑर्गेनिक स्किनकेयर विज्ञान की पृष्ठभूमि से जुड़ी कविता खोसा, लग्ज़री स्किनकेयर और वेलनेस ब्रांड प्योरअर्थ (PUREARTH) की की संस्थापक हैं। प्रदूषण से बचने और प्राकृतिक चमक पाने के लिये, वह बहुत ही सरल एंटी-पॉल्युशन स्किनकेयर रूटीन जैसे त्वचा की क्लेन्ज़िंग, मास्क लगाना और त्वचा के पोषण के लिए तेल से मसाज करने की सलाह देती हैं।

स्किनकेयर रूटीन
गंदगी और विषाक्त पदार्थों को निकालने के लिये रोज़ाना तेल लगायें, क्लेंज़ करें और मास्क लगायें। तेल से क्लेन्ज़िंग का सिद्धांत “एक जैसी चीज़ों को आकर्षित करने” पर निर्धारित है और जो धूल व गंदगी सारा दिन पसीने व तैलीय त्वचा में मिलती है, उसे निकालता है। इसके बाद उबटन या हर्बल पाउडर मास्क को पानी, दूध या दही के साथ कुछ मिनटों के लिये त्वचा पर लगाएं और बिना सूखे ही इसे रगड़ कर उतार दें। वह मिट्टी के बने मास्क भी लगाने की सलाह देती हैं। इनके फेसपैक जैसे – मुखलेपम जो कच्चा शहद युक्त है (शक्तिशाली प्राकृतिक क्लींज़र है और आर्द्रता बनाए रखता है), मिट्टी जो अस्ट्रिन्जन्ट का काम करती है और भारी-भरकम धातु के विषाक्त पदार्थों को निकालती है, और इसी तरह के आयुर्वेदिक हर्ब मनजिष्ठा और मुलैठी से युक्त है।
प्रो-टिप
कविता को फेस मिस्ट बहुत पसंद है और उन्होंने तीन चरण में त्वचा को क्लेंज़, ताज़ा और पोषित करने का तरीका निकाला है। मिस्ट को चेहरे पर अच्छे से छिड़के, इसके बाद गीले चेहरे पर फेस ऑयल लगायें। त्वचा से गंदगी हटाने के लिये मलमल के कपड़े से पोंछे।

सुझाव
वाइल्ड रोज़ हिमालय मिस्ट (Wild Rose Himalayan Mist), इल्युमाइन फेस एलिक्सर (Illumine Face Elixir), कपास ऑर्गेंनिक मसलिन फेस क्लॉथ (Kapas Organic Muslin Face Cloth) का इस्तेमाल करें।
स्टाइलिस्ट: दिव्या गुरुसाहनी; हेयर: क्रिसन्न फ़िगरेडो; मेकअप: रिद्धिमा शर्मा; मॉडल: रक्षिता हरिमूर्ति / फ़ैज़
साड़ी और ब्लाउज़: बादाम