
कर्ली बालों की उचित देखभाल करें और हर सुबह कुश्ती के मैच से छुटकारा पाएं
इन घुंघराले और बेलग़ाम बालों को अलविदा कह दें
हर वह व्यक्ति जिसके स्ट्रेट बाल हैं, उसने कभी न कभी कर्ल्स पाने की कामना की होगी। बालों को पर्म कराया होगा, और फिर तुरंत ही पछतावा भी किया होगा। कानों को जलने से बचाते हुए, कर्लिंग आयरन के साथ परफेक्ट कर्ल्स पाने की प्रक्रिया में घंटों बिताए होंगे। लेकिन ये टूरिस्ट यह नहीं जानते कि आखिर इन कर्ली बालों की देखभाल करने के लिए कितना संघर्ष करना पड़ता है।
छोटी उम्र में, तो ये गुच्छे आपको किसी शाप से कम नहीं लगते हैं। हर सुबह स्कूल बस आने से पहले, कॉटन कैंडी की तरह फूले हुए इन बालों के साथ कुश्ती लड़ना, फिर थक-हारकर कोशिश छोड़ देना और इन्हें इतनी टाइट चोटी में बांध लेना कि ऐसा लगता था जैसे खून का प्रवाह ही रूक जाएगा।

तृष्णा घोष बताती हैं, “मुझे आज भी याद है कि मेरी 5 वीं क्लास की टीचर मुझे अक्सर मेरे बालों के लिए डांटती थीं क्योंकि ये गंदे और बिखरे हुए दिखते थे। ‘घर पर हेयर ब्रश नहीं है क्या?’ मैं जोर-जोर से रोती, और हर सुबह अपनी मां को मजबूर करती कि वे इन्हें तेल लगाकर, ब्रश करके, दो चोटियों में बांध दें। जब मैं 16 साल की हुई, तो मैंने अपने पेरेंट्स से विनती की, कि वे मुझे अपने बर्थडे के लिए, इन बालों को केमिकली स्ट्रेटन कराने दें।” वे मानती हैं कि कर्ली बालों की वजह से उन्हें शर्म महसूस होती थी और वे अभी तक भी उस हेयर डैमेज से रिकवर कर रही हैं।
कर्ली बालों की देखभाल की उचित जानकारी का न होना बहुत सी परेशानियों की असली वजह है। जब पत्रिकाओं और विज्ञापनों में लम्बे, चमकीले सीधे बालों को एक आदर्श के तौर पर प्रस्तुत किया जाता है, तो केमिकल स्ट्रेटनिंग ट्रीटमेंट और हीट टूल्स आपके बेस्ट फ्रेंड बन जाते हैं। लेकिन प्यार और देखभाल के लिए तरस रहे हमारे कर्ली बालों को, इनकी वजह से और अधिक नुकसान, फ्रिज़ और ड्राइनेस का सामना करना पड़ता है।
यदि आप भी अपने प्राकृतिक कर्ल्स को अपनाने और सुधारने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, तो अपने बालों को और अच्छे से समझने के लिए इसे अपनी गाइड की तरह इस्तेमाल करें।
मॉइस्चर, मॉइस्चर और बहुत ज़्यादा मॉइस्चर
प्राकृतिक रूप से, कर्ली बाल बहुत जल्दी रूखे हो जाते हैं। क्योंकि बालों की संरचना के कारण, स्कैल्प का नेचुरल ऑइल पूरी तरह से रूट से नीचे शाफ्ट तक नहीं पहुंच पाता है।
कर्ली बालों को धोना मतलब किसी भरी विपदा को आमंत्रित करना – जो थोड़ा बहुत कंट्रोल आप अपने बालों पर हासिल करते हैं, धोने के बाद वह सब बर्बाद हो जाता है। बालों को सप्ताह में अधिकतम दो बार धोएं, और स्ट्रैंड्स के बजाय अपने स्कैल्प की सफाई पर ज़्यादा ध्यान दें।
सेलिब्रिटी डर्मेटोलॉजिस्ट और बॉडी क्राफ्ट स्किनकेयर क्लीनिक के हेड, डॉ मिक्की सिंह कहते हैं, “अपने बालों को गर्म पानी से न धोएं, यह बालों के मॉइस्चर को सुखा देता है और इससे बाल रूखे और फ्रिज़ी हो जाते हैं।”
बालों को सुखाने के लिए, उन्हें टॉवल में बांधकर सिर पर छोड़ना बंद कर दें – यह प्रमुख कारण है जो बालों में फ्रिज़ पैदा करता है। इसके बजाय, एक माइक्रोफ़ाइबर कपड़ा या पापा की पुरानी कॉटन टी-शर्ट लेकर, अपने बालों को नीचे की ओर लटकाएं, शर्ट के गले को अपनी हेयरलाइन पर रखें और धीरे से इसे अपने बालों के चारों ओर घुमाएं।
पोस्ट-वॉश कर्ल क्रीम, सीरम या लीव-इन कंडीशनर को लगाने से पहले, अपने बालों को धीरे से ट्विस्ट करके अतिरिक्त पानी को निचोड़ लें। पानी टपकते हुए बालों पर कोई भी प्रोडक्ट लगाना भले ही हाइड्रेशन पर पकड़ बनाने के लिए एक अच्छा आईडिया प्रतीत हो सकता है, लेकिन वास्तव में, ऐसा करने से पानी के साथ मिलकर प्रोडक्ट डाइल्यूट हो सकता है, उसका प्रभाव कम हो सकता है और जड़ों को जो पोषण मिलना चाहिए, वह नहीं मिल पाता।
कर्ली बालों की देखभाल के लिए चाहिए स्पेशल प्रोडक्ट्स
एक्ट्रेस तापसी पन्नू कहती हैं, “जब मैं बड़ी हो रही थी, तो मेरा पूरा संडे अपने बालों की क्लींज़िंग, कंडीशनिंग, ऑइलिंग और फिर इन्हें ब्रश करने में निकल जाता था। इन्हें सुलझाते समय मुझे बहुत दर्द होता था। मेरी फैमिली को पता ही नहीं था कि मेरे घुंघराले बालों का कैसे संभालना चाहिए।”
जब कर्ली बालों की देखभाल की बात हो, तो हमें प्रोडक्ट्स के प्रभावों पर ज़्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है। सिंह कहते हैं, “कर्ली बालों को अधिक मॉइस्चराइजिंग और कंडीशनिंग की ज़रुरत होती है जो रेग्युलर ओवर-द-काउंटर प्रोडक्ट नहीं दे सकते। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने बालों के प्रकार के अनुसार प्रोडक्ट्स का चयन करें।”
उनके अनुसार, आपको एक ऐसा मॉइस्चराइजिंग शैम्पू और कंडीशनर चुनना चाहिए जो खासकर कर्ली बालों के लिए हो और सल्फेट-फ्री हो क्योंकि सल्फेट-युक्त प्रोडक्ट्स आपके बालों के नेचुरल ऑइल और मॉइस्चर को ख़त्म करते हैं। और नियमित रूप से कंडीशनर करना कभी ना भूलें।

अब जब हेयर वाश का तरीका समझ में आ गया है, तो चलिए लीव-इन प्रोडक्ट्स के बारे में बात करते हैं। कई लोग कर्ल्स को संभालने के लिए एलोवेरा जेल पर भरोसा करते हैं, तो कई कोकोनट ऑइल और शीया बटर के घरेलू मिक्सचर का उपयोग करते हैं। लेकिन कभी-कभी हमें कुछ चीजों को प्रोफेशनल्स के भरोसे छोड़ देना चाहिए और कॉस्मेटिक फ़ॉर्मूलेटर को उनका काम करने देना चाहिए जो वे सबसे बेहतर कर सकते हैं।
सिंह की सलाह है, “सीरम की मदद से अपने बालों में मॉइस्चर को लॉक करें, इससे शैम्पू और कंडीशनर की नमी को बरकरार रखने में मदद मिलती है।” हालांकि शीया बटर “कर्ली बालों के लिए एक शानदार इंग्रीडिएंट है क्योंकि यह बालों को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक नमी प्रदान करता है”, लेकिन यह उन लोगों के कर्ली हेयर केयर रूटीन में ज़्यादा मददगार है जिनके मोटे और घने कर्ल्स होते हैं। यदि आपके बाल पतले हैं, तो आपको अपने रूटीन में वाटर-बेस्ड प्रोडक्ट्स का ज़्यादा इस्तेमाल करना चाहिए।
और बिना हमारी साप्ताहिक चम्पी के हमारा क्या होगा? आमतौर पर कोकोनट ऑइल हमारी हर समस्या का समाधान होता है, लेकिन सिंह का कहना है कि आप जोजोबा ऑइल को आजमा कर देखें। “जोजोबा ऑइल बालों को मजबूती देता है, हेयर फॉल रोकता है और कर्ल्स को संभालने और आपके बालों को स्वस्थ रखने में मदद करता है।”

नेचुरल तरीके अपनाए
बालों को धोने और सुखाने में लगा आपका पूरा समय और प्रयास व्यर्थ हो सकता है, यदि आप उन्हें एक टॉवल के साथ रगड़ कर जल्दी सुखाने की कोशिश करने लगते हैं। अधिकांश एक्सपर्ट आपको हीट प्रोडक्ट्स और टूल्स का उपयोग करने के लिए मना करते हैं, इसलिए यही समय है जब आप अपने बालों से अतिरिक्त पानी को निचोड़ लें और फिर अपने लीव-इन प्रोडक्ट का इस्तेमाल करें।
सबसे पहली बात, सूखे हुए कर्ली बालों को कभी भी ब्रश न करें। जब आपके बाल नम हों और आपने अपना लीव-इन प्रोडक्ट लगा लिया हो, तो किसी मोटे दांतों वाले ब्रश से अपने बालों को हल्के हाथों से सुलझाने का प्रयास करें और प्रोडक्ट को अपने स्ट्रैंड्स के छोर तक बराबर से फैलाएं। साथ ही जड़ों को वॉल्यूम देने के लिए स्कैल्प से दूर करते हुए अपने बालों को ब्रश करें।
एक और तरीका है, अपने बालों की स्क्रंचिंग, जिससे आप अपने कर्ल्स को बनाए रखते हुए, अपने बालों को जल्दी सुखा सकते हैं। एक माइक्रोफाइबर तौलिया या कॉटन टी-शर्ट लें। अपने बालों के निचले सिरों को इस फ्लैट कपड़े पर रखें, और फिर उन्हें बंडल करते हुए ऊपर की ओर स्क्रन्च करें। आप अपनी उंगलियों की मदद से भी जैसे चाहे अपने कर्ल्स को घुमा सकते हैं।
यदि समय की कमी हो और हेयरड्रायर के उपयोग के अलावा आपके पास कोई विकल्प ना हो, तो एप्लायंस पर एक डिफ्यूज़र हेड लगा लें। एक डिफ्यूज़र हवा को समान रूप से फैलाने में मदद करता है, बालों को ड्राई करते समय फ्रिज़ी होने से बचाता है और बालों की वॉल्यूम भी बढ़ाता है – और साथ ही सुखाने की प्रक्रिया भी तेज करता है।
यदि आप वास्तव में अपने कर्ली बालों की देखभाल में इन्वेस्ट करना चाहते हैं, तो एक सिल्क या सैटिन का तकिया खरीद लें। करवटें बदलते समय, कॉटन के तकिए आपके बालों के साथ रगड़कर ज़्यादा फ्रिक्शन पैदा कर सकते हैं, जिससे बालों के टूटने की संभावना बढ़ जाती है।
हमें विश्वास है कि एक्सपर्ट्स द्वारा मिली इस जानकारी की मदद से, आप भी अपने खूबसूरत कर्ली बालों की देखभाल कर सकेंगे और हर सुबह इनके साथ कुश्ती का मैच किये बिना ही शैम्पू-ऐड जैसे कर्ल्स प्राप्त कर सकेंगें।