
कॉम्बिनेशन स्किन के लिए 3 प्रकार के उपयुक्त DIY फेस मास्क
यह आप को संपूर्ण सुरक्षा प्रदान करते हैं
अगर आपने कभी अति उत्साहित होकर ‘डेनिश बटर कुकीज़’ के डिब्बे का ढक्कन खोला हो, और उसे विभिन्न प्रकार के बटनों और सुइयों से भरा हुआ पाया हो- तो आप अवश्य ही भारतीयों की, ‘DIY – स्वयं सब करने की’ प्रतिभा से पूरी तरह वाकिफ़ होंगे। यही कारण है कि जब त्वचा और बालों की देखभाल का प्रश्न होता है, तो कभी-कभी दादी मां के रसोईघर में उपलब्ध मसालों के मिश्रण से बने घरेलू नुस्खे, उन डिब्बों में भरी फालतू ब्रैंडेड चीजों से अधिक प्रभाव कारी होते हैं जिनमें हम व्यर्थ पैसा फूँकते हैं।
क्या आप ‘टोनर’ को हल्दी से बदलने के लिए तैयार हैं? पहला कदम: अपनी त्वचा के प्रकार को जानिए। अगर आपको डैंड्रफ की शिकायत है, आपका टी-ज़ोन (पूरे माथे से लेकर नाक और ठोड़ी तक का हिस्सा) तैलीय है और उसमें बड़े छिद्र हैं, उस पर रूखापन और मुंहासे दोनों ही शीघ्र हो जाते हैं, तो आप पर कॉम्बिनेशन स्किन की दुगुनी मार पड़ी है। दूसरा कदम: इस दोहरी कॉम्बिनेशन स्किन का सामना करने के लिए, हमारे पसंदीदा, ख़ुद बनाए जा सकने वाले फेस-मास्क बनाने के लिए अपने मसाल-दान पर धावा बोल दीजिए।
तैलीय त्वचा वाले दोस्तों, हमने आपको कवर किया है – और जिन्हें रूखी त्वचा द्वारा टैग किया गया है, हमारे पास आपके लिए भी एक समाधान है। कौन कहता है कि आपको एक सुखदायक फेशियल के लिए ‘स्पा’ जाने की जरूरत है?
बादाम, ओट्स और गुलाब जल

बादाम केवल आपको गणित के पहाड़े याद करने में ही मदद नहीं करते, बल्कि वह आपकी कॉम्बिनेशन स्किन के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण हैं। ‘एसेंशियल फैटी एसिड’ और ‘विटामिन ई’ का एक प्रमुख स्रोत होने के कारण बादाम आपकी त्वचा की नमी को बनाए रखने के साथ-साथ उसे कोमल और समतल भी बनाते हैं। गुलाब-जल काफ़ी पहले से ही ‘टोनर’ के रूप में प्रयोग में लिया जाता रहा है, क्योंकि यह त्वचा के ‘पी एच लेवल’ (pH level) को सामान्य बनाने, ललाई को शांत करने और छिद्रों को साफ करने का काम भी करता है। यह ‘सोरायसिस’ और ‘एग्जिमा’ से ग्रसित त्वचा को आराम पहुंचाता है। ओट्स सौम्यता से, त्वचा की सबसे ऊपरी परत पर से डेड-सेल्स को हटाकर, उसे स्वाभाविक चमक प्रदान करते हैं- इस प्रकार आप त्वचा को बिना रुखा बनाए ही, त्वचा पर से अतिरिक्त तेल हटा सकते हैं।
सामग्री:
8-10 बादाम (रातभर भिगोई हुई)
1 टेबल स्पून ओट्स
1 टेबल स्पून गुलाब-जल
विधि: रात भर भिगो कर रखे गए बादाम को पीसकर उनका पेस्ट बना लें। इस बादाम पेस्ट में ओट्स और गुलाब-जल मिलाइए। अपने कपड़ों को गन्दा होने से बचाने के लिए आप अपनी गर्दन के चारों ओर एक तौलिया लपेट लें। 10-15 मिनट इसे अपने चेहरे पर लगाए रखने के बाद ठंडे पानी से मुंह धो लें।
स्ट्रॉबेरी और दही

स्ट्रॉबरी ‘विटामिन सी’ और ‘अल्फा हाइड्रोक्सी एसिड’ का एक प्राकृतिक स्रोत है, जिसे यदि दही में विद्यमान ‘लैक्टिक एसिड’ के साथ मिश्रित किया जाए, तो एक बहुत अच्छा फेस-मास्क बन सकता है जो कॉम्बिनेशन स्किन के तैलीयपन को कम करता है, साथ ही उसे पोषण देकर उसके रंग को भी निखारता है।
सामग्री:
2-3 स्ट्रॉबरी
1 टेबल स्पून दही
विधि: स्ट्रॉबरी के डंठल को हटाकर, उन्हें छोटे टुकड़ों में काट के अच्छे से मैश कर लें। अधिक महीन पेस्ट बनाने के लिए आप उसे ब्लेंडर से ग्राइंड भी कर सकते हैं। फिर एक चम्मच दही डालकर दोनों को आपस में अच्छी तरह मिला लें। फेस-मास्क टपक भी सकता है, तो एक तौलिया या टिशू अपने निकट ही रखें। 10-15 मिनट बाद अपने चेहरे को अच्छे से धो लें।
दही और संतरा

अब तक आप अनुमान लगा ही चुके होंगे कि दही हर प्रकार की त्वचा पर अच्छा काम करता है। संतरों में प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला ‘पोटेशियम फोलिक एसिड’ और ‘विटामिन सी’ दाग-धब्बों को हल्का करने, त्वचा को एकसार बनाने, कोलेजन उत्पादन और त्वचा के लचीलेपन को बढ़ाने में भी सहायक होता है।
सामग्री:
1 टेबल स्पून दही
संतरे की 2-3 फांके
विधि: संतरे की फांकों का रस निचोड़ कर, उसे दही में मिलाकर, फेंट लें। यह एक बहुत ही सरलता से बन जाने वाला मास्क है, जो आपकी मिश्रित त्वचा को पर्याप्त नमी प्रदान करने के साथ-साथ छिद्रों का दिखाई देना भी कम कर देता है।
ध्यान रखने योग्य बातें
- सदैव साफ, धुले चेहरे से शुरुआत करें।
- सिर्फ इसलिए की उत्पाद प्राकृतिक है, यह जरुरी नहीं की वह आपकी त्वचा के लिए उपयुक्त ही होगा। पहले अपनी कलाई के अंदर की तरफ, एक छोटे हिस्से में इसे लगाकर परीक्षण करें कि आपकी त्वचा पर इसकी क्या प्रतिक्रिया होती है, किसी तरह की परेशानी या जलन अनुभव करने पर इसे तुरंत धो डालें।
- हम किसी भी फेस-मास्क को सप्ताह में अधिकतम 3 बार और 15 मिनट की अवधि से ज्यादा न लगाने की सलाह देते हैं। हर बार ताज़ी और एक ही बार लगाने योग्य सामग्री का उपयोग करें, क्योंकि बिना प्रेज़रवेटिव के प्राकृतिक फेस-मास्क जल्दी ही खराब हो सकते है।
- फेस-मास्क को लगाते समय इसे आंखों के निचले हिस्से तथा ऐसे हिस्सों पर न लगाएं जहां की त्वचा ‘डर्मेटाइटिस’, ‘एग्जिमा’ अथवा खुले घाव के कारण अत्यधिक संवेदनशील और जलन महसूस करने वाली हो।
- मास्क लगाने के बाद सदैव मॉइश्चराइजर का प्रयोग करें।
देखिए – नम्रता सोनी द्वारा सुझाए 6 आसान मेकअप टिप्स