
ब्लोटिंग बहुत हानिकारक है, जानिये इससे कैसे बचें
कार्ब्स बंद करें, अधो मुख श्वान आसन करें – और तनावमुक्त रहें
छुट्टियों के लिये पैकिंग करने के नाम से ही मुझे अंदर से घबराहट होने लगती है। इसलिये नहीं कि मेरी कपड़ों की अलमारी मारी कांडो के सबसे बुरे सपने की तरह दिखती है, बल्कि इस ख्याल से कि पता नहीं मेरा शरीर इस छुट्टी में कैसे बर्ताव करेगा। क्या मेरा शरीर, मेरी जींस का साथ देगा? या फिर मैं ऐसे लगूंगी कि जैसे मैंने अभी-अभी राजधानी होटल की बड़ी सी थाली चट की हो। फिर भले ही, हकीकत में, मैंने सिर्फ सलाद खाया हो।
कुछ साल बाद मुझे यह एहसास हुआ (हालांकि तब तक मेरे जीवन की कमाई का एक तिहाई हिस्सा अलग-अलग साइज़ की पेंट खरीदने में जा चुका था), कि मेरे कपड़े तंग होने का कारण वज़न बढ़ना, हार्मोंनल बदलाव या कोई भूत-प्रेत नहीं है, बल्कि मैं ब्लोटिंग यानि कि पेट फूलने की बीमारी से पीड़ित हूं। इसकी वजह मेरा गलत लाइफस्टाइल जैसे कि देर रात तक जागना, बेहिसाब ड्रिंक करना, ढ़ेर सारे चीनी युक्त कार्ब का उपभोग करना था। इससे मेरी आंतों का स्वास्थ्य खराब होने लगा था।
हावर्ड से शिक्षित इम्युनोलोजिस्ट डॉ. एमी शाह, जिनकी क्लाइंट लिस्ट में बॉबी ब्राउन जैसी मशहूर मेकअप आर्टिस्ट भी शामिल हैं, का कहना है, “दरअसल आंते हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम का सबसे बड़ा भाग हैं और इसे नकारात्मक भाव, तनाव, गलत खानपान, रहन-सहन में बार बार बदलाव या बीमारियां बहुत प्रभावित कर सकती है।”

इस बारे में अधिक विस्तार से बताते हुये डॉ. एमी शाह कहती हैं, “ब्लोटिंग के सिर्फ यही कारक नहीं होते हैं। मेरे पास कई ऐसे मामले आये हैं, जिसमें लंबे समय तक चलने वाली दवाइयां, फूड एलर्जी और प्रोसेस्ड फूड – ब्लोटिंग जैसी परेशानी को और ज़्यादा बढ़ा देते हैं।” अगर आप ब्लोटिंग से बचने के उपाय गूगल करने को बहुत उत्सुक हैं, तो बस आप हमारी कुछ बातों पर ध्यान दीजिये।
ब्लोटिंग / वज़न बढ़ना
वज़न बढ़ने और ब्लोटिंग के अंतर को समझना ज़्यादातर मुश्किल होता है, लेकिन डॉ. शाह के पास इसका भी हल है। उनका कहना है, “एक टाइट ड्रेस या पेंट को उस दिन पहनकर देखें, जिस दिन आप खुद को बेहतर महसूस कर रहे हो। यदि वहीं ड्रेस या पेंट किसी अन्य दिन पहनकर आपको शारीरिक कसाव महसूस हो या बैचेनी हो, तो समझ लीजिये कि आपका पेट गैस या फ्लूइड की वजह से फूल रहा है।” यह ब्लोटिंग का सबसे स्पष्ट संकेत है।
कार्ब्स करें कम
कार्ब्स न खाने का मतलब यह कतई नहीं है कि आप रोटी या चावल खाना बंद कर दें, बस आपको इनके रिफाइंड विकल्प जैसे मैदा, आदि को बंद करना होगा। “नान या पास्ता जैसे प्रोसेस्ड कार्बोहाइड्रेट को आंत के बैक्टीरिया के लिये पचाना मुश्किल हो जाता है और इससे सूजन की समस्या हो सकती है। दरअसल, मानव शरीर की बनावट ही ऐसी है कि वह ऐसे एडवांस भोजन को प्रभावी तरीके से तोड़ने में असक्षम है। “तो अगली बार जब भी आप बटर नान लें, यह याद रखें कि सही मायने में आप अपनी पाचन शक्ति से कहीं ज़्यादा खा रहे हैं।

जलेबी काउंटर से बनायें दूरी
खुद में ब्लोटिंग महसूस करने वाले अपने सभी रोगियों को डॉ. शाह सलाह देती हैं, कि वह अपनी डाइट में से हर तरह की शक्कर बिल्कुल हटा दें। डॉ. शाह कहती हैं, “ज़्यादातर लोगों में ब्लोटिंग का सबसे बड़ा कारण शक्कर होती है। आंत के खराब बैक्टीरिया इस पर पनपते हैं, और पेट में गैस बनाते हैं।” इसी तरह डेयरी प्रोडेक्ट जैसे दूध, चीज़ और दही से भी कुछ हद तक परेशानी हो सकती है।
डॉ. शाह कई फलों – जैसे सेब, खुबानी, चेरी, खजूर, आम, नेक्टरीन, आडू, नाश्पती, आलूबुखारा और तरबूज़ को कम मात्रा में खाने की सलाह देती हैं, क्योंकि इनमें फ्रक्टोस की मात्रा अधिक होती है और यह शरीर पर ज़्यादा शक्कर खाने जैसा ही प्रभाव डालता है। इन फलों की बजाय आप ब्लूबेरी, कीवी, मेंडरिन्स, संतरे, पपीता और स्ट्राबेरी खायें। ये सूज़न कम करने में मदद करते हैं।
वीकेंड पर ड्रिंक्स के सेशन करें बंद
क्या आप इस इतवार, ब्रंच में ड्रिंक्स के कई दौर प्लान कर रहे हैं? तो फिर आप ब्लोटिंग के लिये भी तैयार रहिये। डॉ. शाह कहती हैं, “एल्कोहल आपके पाचन को धीमा करता है और यह शरीर में फ्लूइड और एसिड बनने का कारण होता है। इसका हाई कैलोरी काउंट और डिहाइड्रेशन प्रभाव भी हानिकारक है। अगर आप ड्रिंक्स लेना ही चाहते हैं, तो आप बीयर या संगरिया जैसे ज़्यादा चीनीयुक्त ड्रिंक्स से बचें और वोदका जैसे कम चीनीयुक्त ड्रिंक्स चुनें। इसके साथ यह भी ध्यान रखें कि ड्रिंक में किसी भी तरह के चीनीयुक्त या एरियेटिड ड्रिंक्स न मिलायें।”

सोडियम न खायें
अक्सर लोग यह सोचते हैं कि सोडियम छोड़ने का मतलब है कि अपने खाने में नमक कम करना, पर इन दोनों बातों में बहुत अंतर है। डॉ. शाह कहती हैं, “कुकिंग में इस्तेमाल होने वाला नमक बहुत कम मात्रा में होता है। यह सुरक्षित होने के साथ-साथ हमारे शरीर के लिये ज़रूरी भी है। जबकि सोडियम एक तरह का एडिटिव है, जो प्रोसेस्ड फूड जैसे कि सूप के कैन, माइक्रोवेव करने वाला फूड या पैकेजेड चिकन में मिलाया जाता है। सोडियम – आर्टिफिशल एडिटिव होने के कारण शरीर को डिहाईड्रेट करता है और फुलाता है। “होटलों में खाना बनाने के लिये बहुत मात्रा में पैकेज्ड फूड और प्रिज़रवेटिवस का इस्तेमाल होता है। तो, याद रखें कि बाहर का गरिष्ट खाना खाने से अगले दिन गंभीर ब्लोटिंग हो सकती है।
पीरियड्स पर नज़र रखें
क्या आपकी जींस पीरियड्स से एक हफ्ता पहले टाइट होने लगती है? हार्मोनल ब्लोटिंग पीएमएस (प्री मेन्स्ट्रुअल सिंड्रोम) के लक्षणों में से एक है (जैसे बेवजह मिज़ाज में बदलाव, मुहांसे और पागलपन की हद तक किसी भी चीज की तृष्णा, मानो काफी नहीं थी)। “यह एक प्राकृतिक चक्र है, लेकिन गंभीर मामलों में इससे बचने के लिये आप अपनी डाइट में विटामिन डी, मैग्नीशियम और ओमेगा-3 सप्लीमेंट शामिल कर सकती हैं, और साथ ही यह भी ध्यान रखें, कि पीरियड से सात दिन पहले पर्याप्त मात्रा में नींद लें व तनाव को दूर रखने की कोशिश कीजिये।”
हानिकारक ‘फैड डाइट’ से बचें
साल 2018 में फरमेंटिड फूड एक हेल्दी ट्रेंड था। इसके पीछे विज्ञान था, कि प्रोबायोटिक्स आंतों के अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं, जिससे सेहत तो अच्छी होती ही है, साथ ही ब्लोटिंग की परेशानी भी कम हो जाती है। लेकिन अधिकतर लोगों ने इसके प्रतिरोधी प्रभाव बताये थे।
इस बारे में डॉ. शाह कहती हैं, “फरमेंटिड फूड (कोंबूचा, सॉकरक्राट और केफिर) का आपकी आंतों में अचानक प्रवेश करना ऐसा है, जैसे किसी ऐसे व्यक्ति से मैराथन पूरी करने की उम्मीद करना, जो पहले कभी दौड़ा ही न हो। ऐसा इसलिये होता है, क्योंकि प्रोबायोटिक्स खुद से आंतों की सेहत को बेहतर बनाने में कोई मदद नहीं कर सकते। आपकी आंतों की सेहत पहले से ही इतनी अच्छी होनी चाहिये, कि वह इस तरह के प्रोबायोटिक्स को पचा सकें, वरना इनका सेवन स्थिति को और भी खराब कर सकता है और ब्लोटिंग का रिस्क बढ़ सकता है।”

कसरत करें
रोज़ाना कसरत करने से बेहतर कोई और विकल्प नहीं है। इससे शरीर की सूजन को भी कम किया जा सकता है। आमतौर पर गैस पेट के आसपास ही बनती है, तो क्रंचिस या उठक-बैठक जैसी कसरत से आपको आराम मिल सकता है। डॉ. शाह रोज़ाना योग करने की सलाह देती हैं, क्योंकि कुछ प्रकार के योग आसनों से पेट पर दबाव बनता है। इससे गैस रिलीज़ होती है और पाचन तंत्र बेहतर होता है।
सही खाना खाएं
हमेशा हरी सब्जियां खाना ही सर्वव्यापी सत्य नहीं हो सकता। दाल, बींस, ब्रोकली और गोभी जैसी सब्जियों को खाने में सीमित करें। हालांकि इनमें बहुत पोषक तत्व होते हैं, लेकिन पाचन तंत्र को इन्हें पचाने में काफी मेहनत करनी पड़ती है। इसके बजाय ब्लोटिंग से बचने के लिये आप एवाकाडो, शतावरी, अदरक, अजवाइन, खीरा, सौंफ, नींबू और एपल सिडर वेनिगर का सेवन करें, जो गैस कम करने में मददगार हैं।
यदि डॉक्टर ने आपके ब्लोटिंग के लक्षणों को किसी मेडिकल स्थिति के तहत मानने से इंकार कर दिया है, और आप हमारे सुझाव अनुसार अपनी जीवन-शैली में बदलाव लाने में सफल हुए हैं, तो बहुत हद तक संभव है की आप ब्लोटिंग की समस्या से छुटकारा पा सकें। हालांकि, मुझे अपनी कॉकटेल्स और मीठा खाने पर रोक लगानी पड़ी, लेकिन बिना ब्लोटिंग के मेरा पर्स ज्यादा भरा-पूरा रहने लगा है- और हां, पैकिंग करना भी बहुत आसान हो गया है।