
प्रेगनेंसी के लिए अतिआवश्यक चेकलिस्ट
एक अतिआवश्यक गाइड – प्रेगनेंसी के दौरान उत्पन्न ‘बेबी ब्रेन’ अवस्था के लिए एक अचूक एंटीडोट
नए प्रेगनेंट जोड़ों से मेरा पसंदीदा सवाल होता है, “मुझे उस दिन के बारे में बताइये, जब आपको यह पता चला कि आप प्रेगनेंट हैं।” दस में से नौ लोग चमकती आंखों के साथ अपनी कहानी सुनाना शुरू कर देते हैं- पर जैसे ही उनसे यह सवाल पूछा जाता है, “अब क्या? कोई प्रेगनेंसी चेकलिस्ट बनाई है?” तो उनके चेहरे पर चिंता की रेखाएं साफ़ दिखाई देने लगती हैं।
जैसा कि आपको पता है चेकलिस्ट होती हैं,और चेक लिस्ट होती हैं। यह दूसरी वाली हैं। दरअसल प्रेगनेंसी चेकलिस्ट बेबी होने से पहले और बेबी होने के बाद, दो भागों में विभाजित होती है। इसमें पहली बार मां बनने जा रही औरतों के लिए – उनके सूजे पैरों को ऊपर रखने और पार्टनर का बिना किसी लेक्चर (जिसमें अचानक से सभी एक्सपर्ट बन जाते हैं) के साथ देने जैसी ज़रूरी बातें होती हैं।
प्रेगनेंसी चेकलिस्ट: बेबी होने से पहले

1) गायनेकोलॉजिस्ट ढ़ूंढिये: प्रेगनेंसी चेकलिस्ट के अनुसार सबसे महत्वपूर्ण पहला कदम! यदि आपके पास एक है, तो ठीक है। लेकिन अगर नहीं है, तो अपने दोस्त व परिवार के सदस्यों या किसी विश्वसनीय डॉक्टर से बात करके जानकारी हासिल करें। गायनेकोलॉजिस्ट फाइनल करने से पहले, आप उन अस्पतालों का निरीक्षण करें, जिससे वह डॉक्टर संबद्ध है। इससे चाहे वह प्राइवेट नर्सिंग होम हो या पब्लिक अस्पताल, आप यह जान सकेंगे कि उन महत्वपूर्ण पलों में वह आपके लिए सुविधाजनक है की नहीं।
2) पहली विज़िट: क्या आपको हर उस ‘बेबी फिल्म’ का वह सीन याद है, जहां सोनोग्राफी में बच्चे का छोटा सा अंश दिखने पर माता-पिता रो देते हैं? यह सच है। कुछ नहीं दिखाते, तो वह महत्वपूर्ण हिस्सा, जिसमे प्रेगनेंट महिला अपने नये बी एफ एफ (BFF) पर सवालों की सूची और उसकी विस्तृत मेडिकल हिस्ट्री की बौछार कर देती है।
3) प्रीनेटल (प्रसवपूर्व) विटामिन: यकीनन अद्भुत महिलाओं को भी विटामिन की ज़रूरत होती है, तो इसे भी प्रेगनेंसी चेकलिस्ट में रखना बहुत ज़रूरी है। प्रसूति व स्त्रीरोग विशेषज्ञ, डॉ. शीतल सबरवाल कहती हैं, “फोलिक एसिड को कन्सेप्शन से पहले भी लिया जाता है, ताकि न्यूरल विकारों के रिस्क को कम किया जा सके और अंडे की गुणवत्ता में सुधार हो। पहले ट्रिमस्टर में, फोलिक एसिड बहुत आवश्यक है और इसके साथ आयरन और कैल्शियम सप्लीमेंट की भी ज़रूरत है। अन्य विटामिन्स में हम जिंक, ओमेगा-3, डीएचए और डी 3 पर भी फोकस करते है। वह सब जो आपके डॉक्टर द्वारा बताया गया महत्वपूर्ण और बेस्ट है।”

4) स्वास्थ्य बीमा: अपने जीवन बीमा ऑफिसर से बात करें और जानिये कि आपका इसमें क्या-क्या कवर है। बिल्कुल सटीक सवाल करें। एक बार पूरी जानकारी लेने के बाद, आप ये फैसला कर सकते हैं कि आपके लिये कौन से अस्पताल की सेवायें बेहतर रहेंगी।
5) बच्चों से जुड़ी जानकारी: इस विषय पर आपको इतनी किताबें मिल जायेंगी, जितने कि आकाश गंगा में तारे भी नहीं होंगे। लेकिन इन सब में आज भी हेडी मुरकौफ और शेरॉन माजेल की किताब ‘What To Expect When You’re Expecting’ किसी बाइबिल से कम नहीं है। प्रेगनेंसी में पढ़ना, प्रेगनेंसी चेकलिस्ट का महत्वपूर्ण भाग होना चाहिये, क्योंकि यह आपको जानकारी को आत्मसात करने देता है। मुझे कई दंपति कहते हैं, कि एक ही किताब को पढ़ने से उन्हें आपसी बॉन्डिंग और एक दूसरे के प्रति संवेदना बढ़ाने में मदद मिलती है। ज्यादा जानकारी के लिए इस दिलचस्प लिंक को पढें।
6) डिज़िटल कम्युनिटिज़: दो बच्चों की मां धवनी सहाय, ऑनलाइन सपोर्ट सिस्टम के महत्व को बताते हुये कहती हैं, “मां बनने वाली महिलाओं से जुड़ने का और अपने अनुभवों को बांटने का ये एक बेहतरीन तरीका है। मेरी पहले मुश्किल ट्रिमस्टर में, ग्रुप की महिलाओं ने मेरी बहुत मदद की।” जानकारी और मज़ा, ये आमतौर पर प्रेग्नेंसी चेकलिस्ट में सबसे ऊपर नहीं आते – लेकिन यह अच्छा है क्योंकि इन के द्वारा आप गुमनामी में आम सवाल पूछने की झिझक से बच सकते हैं। हफ्ते की अपडेट, अपने बच्चे की किसी फल या सब्जी से तुलना करना, यह सब बहुत काफी मज़ेदार होता है। मैंने प्रेग्नेंसी ऐप What To Expect का इस्तेमाल किया और यह मुझे बहुत अच्छा लगा। आप फेसबुक पर ऑनलाइन मंमी नेटवर्क से भी जुड़ सकते हो।
7) मैटरनिटी वियर: हो सकता है कि पहले चार महीने में, आपके शरीर में कोई बदलाव न आये, लेकिन आगे जाकर तो आपको नये कपड़ों की ज़रूरत पड़ेगी। कम से कम, दो से तीन बाहर जाने लायक ड्रेस खरीद लें। इलास्टिक बैंड वाली जीन्स या पैंट खरीदें, क्योंकि ये आपके बढ़ते शरीर पर फिट आती रहेंगी और इसे आप पूरी प्रेग्नेंसी पहन सकती हैं और चाहे तो बाद में भी (क्रेविंग सच में होती हैं)। छठे महीने से, मैंने ज़्यादातर कपड़े आगे की जिप या बटन वाले खरीदने शुरू कर दिये थे, क्योंकि ब्रेस्ट फीडिंग के समय यह बेहतर रहते हैं। प्रेग्नेंसी के इनरवियर थोड़े महंगे ज़रूर होते हैं, लेकिन यह निवेश योग्य होते हैं। नर्म व लचीली ब्रा और अंडरपेंट आपकी त्वचा को सांस लेने देते हैं और ऐसे फैब्रिक से बने होते हैं, जो त्वचा को परेशान नहीं करता।
8) प्रेगनेंसी का तकिया: अगर आप जरा भी मेरी तरह हो, तो प्रेग्नेंसी में आपका तकिये से लगाव आपके पति को असुरक्षा की भावना दे सकता है। जब पेट बढ़ने लगता है, तो सोने की ऐसी अवस्थाएं बनने लगती हैं कि उन पर पूरा एक ब्रोशर बन सकता है – ‘प्रेगनेंसी में कैसे नहीं सोना चाहिये’। ऐसे में प्रेग्नेंसी तकिया आपकी मदद करता है। मंमियां आने वाले समय में, इसे नर्सिंग तकिये की तरह भी इस्तेमाल कर सकती हैं। ये आसानी से ऑनलाइन उपलब्ध है।
9) ब्रेस्ट पंप: ‘ब्रेस्ट मिल्क या बोतल से दूध पिलाना’ ये एक अंतहीन चर्चा का विषय है, और जो भी आप फैसला लें, मैं आपको इलेक्ट्रिक ब्रेस्ट पंप- मेडेला लेने की सलाह दूंगी। मेरे बेटे को पेट की समस्या (colic) थी, इसलिये डॉक्टर की सलाह अनुसार मैंने जब तक हो सका ब्रेस्ट मिल्क पिलाया। जब बोतल से पिलाना शुरू किया, तब इलेक्ट्रिक पंप मेरे बहुत काम आया।

10) बच्चों के कपड़े: जब मैं पहली बार बच्चों के स्टोर में गई, तो मैं बच्चों की तरह इधर उधर देखती ही रह गई। पर अपनी लगाम खींचें, अपने घर को बच्चे के कपड़ों की दूकान में बदलने से पहले, जहां आप रहते है वहां के मौसम और बेबी शॉवर में मिलने वाले गिफ्ट्स के बारे में विचार करें। पहले अंदर से शुरू करते हैं, डायपर- अगर आप कपड़े के नैप्पी का इस्तेमाल करने वाले हैं, तो आपको ढ़ेर सारे नैप्पी की ज़रूरत पड़ने वाली है। धोने वाले / दोबारा इस्तेमाल करने वाले डायपर बेहतर रहते है (मुझे Bumpadum और Superbottoms बहुत पसंद थे)। मैं डायपर और कपड़े के नैप्पी दोनों ही इस्तेमाल करती थी।
टिप – नवजात बच्चे के डॉयपर लेते समय दो ब्रांड्स के खरीदे, ताकि पता चल सके कि बच्चे को कौन सा सूट करता है। (हमारे लिये पैम्पर्स ही बेहतर रहा) आप होलसेल मार्किट में जाकर बेहतर डील ले सकते हैं और यकीन मानिये आपको ढ़ेर सारे डायपर की जरूरत पड़ेगी। डॉक्टर से सलाह लेकर डायपर रेश क्रीम खरीद लें।
बाहर के कपड़े- शुरूआत मलमल के अच्छी गुणवता वाले कपड़े से करें और इसमें बॉडीसूट, वनपीस कपड़े (onesies) या झाबा खरीदें। नौ महीने के बच्चे की मां, इशिता संघल, याद करते हुये कहती हैं, “मेरी मां द्वारा सुझाए, सूती झाबा मुझे बहुत पंसद थे। ये झाबे मेरे बच्चे के लिए बहुत आरामदायक थे और इस उम्र में बच्चों के शरीर के विकास को देखते हुये ये बहुत ही किफायती भी हैं।” करीब 5 से 8 जोडी जाली वाले दस्ताने ज़रूरी हैं ताकि बच्चा खुद को खरोंच न सके। इसके साथ कपड़े धोने का कोमल डिटर्जेंट भी चाहिये।
11) डायपर बैग: यह आपको आसानी से ऑनलाइन (एमेज़ॉन या दूसरी साइट) मिल जायेंगे। ये कोई सेक्सी बैग्स नहीं होते, लेकिन ये कई तरह के मज़ेदार डिज़ाइन्स में उपलब्ध हैं और इसमें आप बच्चों की ज़रूरत की ढ़ेर सारी चीज़ें रख सकते हो।
12) वाइप्स: निजी तौर पर मैं किफायती, त्वचा पर कोमल और घर के बने अच्छे सूती कपड़े पसंद करती हूं। कॉटन बॉल को आप गर्म पानी में डुबो कर रख दें और फिर ठंड़ा होने पर इस्तेमाल करें।
13) बच्चों का तकिया: मैंने पारम्परिक, घर के बने ‘राई के तकिये’ का चुनाव किया था। अगर यह नहीं है, तो आप ऑनलाइन या स्टोर में चेक कर सकते हैं।
14) कैरी कॉट/ कार सीट: सूर्या अस्पताल की पीडिएट्रिशन डॉ. सोनल सास्ते कहती हैं, “अभिभावकों को कैरी कॉट या कार सीट जो कैरी कॉट में बदल जाये, खरीदनी चाहिये। जब आप बच्चे को अस्पताल से घर लेकर जायें, तो बच्चे को कॉट में लेकर जायें और उन्हें अपनी बांह में न रखें, जब तक आपको बच्चे के साथ घूमने की आदत नहीं पड़ती है।” ग्रेस कार सीट, कैरी कॉट का भी काम करती है।

जब बात झूले की हो, तो अपनी पसंद के हिसाब से उसे बनवायें या फिर बेहतर है, कि उसे अपने किसी जानपहचान वाले से ले लें। फिटिड शीट्स, एक गद्दा और झूले की धुलने वाले गद्दों के पैड खरीद लें। रे को पेट की समस्या थी, तो वह हर आधे घंटे में उठ जाता था, तो उसे झूले में सुलाना काम नहीं आया पर साथ में सुलाना काम कर गया। हल्का स्ट्रोलर छुट्टियों में बहुत काम आता है और आपको घर से निकलने के लिये प्रेरित करता है। इसमें Graco और Chicco अच्छे विकल्प हैं।
15) नहाने से जुड़ी चीज़े: शुरूआत बहुत ही बेसिक गोल टब या बाथ कुर्सी से करें। मैंने उस समय टब खरीदा था, जब मेरा बच्चा उसमें खुद ही बैठकर मजे करने लायक हो गया। केमिकल फ्री साबुन और शैंपू बहुत महत्वपूर्ण हैं। पहले उनका छोटा साइज़ लेकर देखें कि वह बच्चे को सूट कर रहे हैं या नहीं। मैंने Sebamed से शुरू किया था और यह रे की त्वचा पर अच्छे से काम किया था। इसके बाद मैंने Mamaearth खरीदा और मुझे बहुत पसंद आया। हुड वाले तौलिये आपके बच्चों की फोटो के लिये बेहतरीन हैं, बस आपको ध्यान रखना है कि यह बच्चों की त्वचा के लिये सख्त न हो।
अस्पताल का बैग
(टिप: इस बैग को 36वें हफ्ते में तैयार करके रख लें)
गाउन: हालांकि गाउन अस्पताल में मिल जाता है लेकिन अपना खुद का गाउन ज़्यादा आरामदायक होता है।
मैटरनिटी पैड्स: दो बड़े पैकेट मैटरनिटी पैड्स के लेकर जायें, आपको इनकी ज़रूरत पड़ेगी। बड़े साइज़ के ज़्यादा आरामदायक होते हैं। आपकी ब्रेस्ट भी लीक करेंगे, तो उसके लिये डिस्पोसेबल या दोबारा इस्तेमाल वाले, ब्रेस्ट पैड खरीद लें।
संगीत और अन्य चीजें: अगर आप शांति के ‘जेन लेवल’ तक पहुच चुके हैं तो अलग बात है, अन्यथा आपको खुद को शांत रखने के लिये किताब, संगीत या किसी अन्य चीज़ की ज़रूरत पड़ेगी। आवश्यक चीजों के अलावा, और खुद को मज़बूत रखने के लिये मैंने अपने पिता की दी भावनात्मक मूल्य वाली अंगूठी अपने पास रखी थी।
गोइंग-होम ऑउटफिट: अंडरपेंट्स न भूलें! वहां खूब फोटो खीचेंगी, तो अपना कुछ पसंदीदा पैक करें, जो आरामदायक भी हो। चमकीले रंग हमेशा मददगार होते हैं।
फॉर्मूला दूध: सूर्या अस्पताल से डॉ. सोनल सास्ते कहती हैं, “इसमें कोई शक नहीं कि मां पर ब्रेस्टफीड का बहुत दवाब होता है। मैं सभी मांओं को फॉर्मूला लेकर जाने की सलाह देती हूं, अगर पहले दिन आपको भी (कई मांओं की तरह) स्तनपान कराने में दिक्कत आए, तो ऐसे में ये काम आता है।”
बच्चे की आवश्यक चीजें: चार साल के बच्चे की मां, शौगर मर्चेंट कहती हैं, “मैं वह ‘वनसी’ लेकर गई थी जिस पर, उस यूनिवर्सिटी का लोगो था जहाँ मैं अपने पति से पहली बार मिली थी। हम अपने बच्चे को घर लाते समय वहीं ड्रेस पहनाना चाहते थे।” इसके अलावा घर जाने वाले कपड़ों में वनसी, पूरा बॉडी सूट, मिटन्स, डायपर, टोपी, बच्चे को बाँधने वाला कपड़ा (स्वाड्ल), कंबल, बर्प क्लॉथ होने चाहियें और कैरी कॉट जिस में बच्चे को घर वापस लायें।
प्रेगनेंसी चेकलिस्ट: बेबी होने के बाद
1) पीडिएट्रिशन ढ़ूंढें: अब आपका पीडिएट्रिशन, आपका सुबह चार बजे वाला नया दोस्त बन जाता है, तो एक अच्छा डॉक्टर चुनें। इस बारे में दूसरी माओं की सलाह और फीडबैक लें। डॉक्टर का क्लिनिक पास में होना चाहिये (क्योंकि शुरूआत में कई बार जाना पड़ेगा), उपलब्धतता (आपातकाल में डॉक्टर फोन पर उपलब्ध है या नहीं) और पहली विज़िट के बाद ही आपको पता चल जायेगा कि आप उस डॉक्टर के साथ रहना चाहते हैं या नहीं।
2) बेबी की बोतल और निप्पलस: अगर आप बच्चे को पहले ही दिन से बोतल देना चाहते हैं, तो इसे अपने ‘बेबी होने के पहले’ वाली प्रेगनेंसी चेकलिस्ट में शामिल करें। अगर बच्चे ने पहले चयन की बोतल/निप्पल ले लिया, तो आप बड़े खुशकिस्मत हैं। नहीं तो फिर और दूसरे ब्रांड्स ढ़ूंढने की ज़रूरत है और याद रखिये कि उम्र के हिसाब से निप्पल खरीदिये।
3) बोतल स्टरलाइज़र: चार साल के बच्चे की मां, ज़ेनिया जुनेजा ने बताया, “मैं बहुत समय तक ब्रेस्टफीड नहीं करवा पाई, दो महीने बाद ही मुझे बोतल देना शुरू करना पड़ा। ऐसे में बोतल स्टरलाइज़र एक वरदान की तरह था।” Pigeon, Chicco और Mee Mee अच्छे ब्रांड हैं। सबसे किफायती तरीका, घर पर ही बोतल को पानी में उबालना और उसे संक्रमणमुक्त करना है।
4) दवाइयों और अन्य आवश्यक चीज़ों का बैग: विटामिट डी3 ड्रॉप, कोलिकऐड, नेसल ड्रॉप, बेबी थर्मामीटर, कंघा, टंग क्लीनर और नेल कटर, प्रेगनेंसी चेकलिस्ट का जरूरी हिस्सा हैं।
5) बेबी मॉनिटर: यह तब महत्वपूर्ण है, जब बच्चे के सोने के बाद आप कमरे से बाहर जाना चाहते हों। मैंने इसका इस्तेमाल तब शुरू किया, जब मेरा बेटा एक महीने का हो गया। क्योंकि यह थोड़े महंगे हैं, अगर किसी के इस्तेमाल किये हुए मिल जाएँ, तो मना ना करें। Motorola बेबी मॉनिटर खरीदें- ये काफी लोकप्रिय हैं।
6) प्लेटाइम: मेरी पसंदीदा खरीद ‘प्ले जिम’ थी। मैं उसे ज्यादातर ‘प्ले जिम’ कुछ सॉफ्ट टच किताबें दे देती थी। अपनी पार्टी के लिए, हमें सिर्फ मजेदार कविताएं और गानों की जरूरत होती थी।