
सेक्सटिंग शिष्टाचार: रोमांटिक भी और सेफ भी
सेक्सटिंग का अपना अलग ही मजा है, बस सही तरीके से करने का ख्याल रखें
आपको क्या लगता है कि हमारे ग्रैंड पेरेंट्स सेक्सटिंग से अंजान थे? लव लेटर्स क्या थे, पत्रों के द्वारा अपनी इंटिमेसी जाहिर करने का एक तरीका ही तो था। बस यह खेल अब थोड़ा ज़्यादा विकसित हो गया है – आंसुओं में डूबे अपने हाथों से लिखे खतों का अपने प्रियतम के पास पहुंचने के इंतज़ार में हफ़्तों तक बैठने के बजाय, अब आप दिन में कभी भी बड़ी आसानी से एक बैंगन इमोजी उनको डीएम (प्राइवेट मैसेज) कर सकते हैं।
जब टिंडर, ग्राइंडर, बम्बल और अन्य डेटिंग ऐप्स ने इंडियन मार्केट में अपनी जगह बनाई, तो उन्होंने करीब 20.87 मिलियन पेड यूज़र्स और 18.72 मिलियन फ्री यूज़र्स को (फरवरी 2019 तक) बिना किसी रोकटोक के अपनी भावनाओं को फ़ोन कॉल्स, लाइव वीडिओज़, टेक्स्ट मैसेजेस और फोटोग्राफ्स के जरिये एक-दूसरे तक पहुंचाने का एक मौका दिया।
तो इसमें आश्चर्य की कोई बात नहीं है कि आज जिस ब्लैक मिरर एपिसोड में हम जी रहे हैं, उसमें सेक्सटिंग में हुई बढ़ोतरी की कई रिपोर्ट्स आ रही हैं।

माना कि इस क्वॉरंटीन लाइफ से बच कर निकलने का, अपने बेडरूम के कम्फर्ट में इन मज़ेदार एडवेंचर्स से बेहतर और कोई रास्ता नहीं है।
हम डिजिटली नए लोगों से मिलते हैं और नए सेक्शुअल अनुभवों की खोज करते हैं, लेकिन किसी भी नई टेक्नोलॉजी के साथ कुछ प्राइवेसी सम्बंधित चिंताएं भी होती हैं।
जैसे ‘टर्म्स एंड कंडीशंस’ वाला वो पेज जिसके अनुसार हमारी इन्फॉर्मेशन स्टोर होती है और शायद शेयर भी होती है, जिसे हम फिर भी बिना सोचे-समझे स्क्रॉल करके एक्सेप्ट कर लेते हैं।

इंटिमेट फोटोज़ और बातचीत के लीक होने और ब्लैकमेलिंग के शिकार होने की कई कहानियां सामने आ रही हैं। एक स्क्रीन के पीछे से सेक्सटिंग से जुड़ा यह सुरक्षा जाल बढ़ता ही जा रहा है और यह हमारे अंदर की अच्छाई और बुराई दोनों को ही बाहर ला सकने में सक्षम है।
हालांकि, टेक कंपनियां इन अड़चनों पर काम कर रही हैं, लेकिन ये हम पर है कि हम इसका आनंद लेने के साथ-साथ खुद को सुरक्षित भी रखें।
सेक्सटिंग की मदद से हम अपने पार्टनर्स के साथ कनेक्ट कर सकते हैं जो फिजिकली हमसे दूर हैं। इसके जरिए हम उन लोगों के साथ इंटिमेट हो सकते हैं जिनसे मिलने के लिए हम अभी तक तैयार नहीं हैं और जो हमारी सेक्शुएलिटी के संपर्क में आना चाहते हैं।
तो हमने तय किया कि हम सेक्सटिंग के लिए अपने कुछ नियम बनाएं, ताकि इसमें शामिल हर व्यक्ति के लिए सेक्सटिंग का उचित शिष्टाचार, सहमति और आनंद बना रहे।
सुरक्षित रूप से सेक्सटिंग का आनंद लेने के लिए एक गाइड
स्क्रीनशॉट्स से और प्राइवेसी का उल्लंघन होने से खुद को सुरक्षित रखें
तो आखिर आपने आनंद लेने के लिए सेक्सटिंग की दुनिया में डुबकी मार ही दी। शुरू में सब कुछ परफेक्ट था, सब बहुत हॉट और रोमांटिक लग रहा था तब तक, जब तक आपको यह आभास हुआ कि किसी के साथ आपके प्राइवेट मेसेजेस को स्क्रीनशॉट्स के रूप में सेव करके उन्हें शेयर किया जा रहा है। यह सहमति और विश्वास का उलंघन है।
हमारे जेंडर पर आधारित मानदंड इसका भार भी महिलाओं पर डाल देंगे। आप अपनी मां को यह कहते हुए सुन सकती हैं, “ऐसा कुछ भी शेयर मत करना, जो तुम दुनिया से छिपाना चाहती हो।”
अगर आप किसी की सहमति से उसके साथ सेक्सटिंग कर रहे हैं, और वे आपकी जानकारी के बिना आपके बीच की निजी बातों को शेयर करते हैं, तो इसके लिए वे दोषी हैं।
इस मामले में प्राइवेसी केवल व्यक्तिगत नहीं होती, बल्कि पारस्परिक होती है। हमें एक दूसरे की प्राइवेसी की रक्षा करनी चाहिए, लेकिन कौन जानता है कि रिश्तों में कब खटास आ जाए या कब किसी व्यक्ति के इरादे बदल जाएं।
बेशक, इस स्थिति में कोई भी आपके द्वारा भेजे हुए प्राइवेट मेसेजेस को शेयर करने के लिए आपसे अनुमति नहीं लेने वाला, तो ऐसे में आखिर आपको क्या करना चाहिए?

इसका एक सुरक्षित उपाय है कि आप अपनी सेक्सटिंग को केवल एन्क्रिप्टेड और सुरक्षित मैसेजिंग प्लेटफॉर्म्स तक ही सीमित रखें।
कई ऐप्स उपलब्ध हैं जैसे टेलीग्राम जिनमें ‘सेल्फ-डिस्ट्रक्ट’ ऑप्शन होता है, जो एक टाइमर की मदद से आपके मैसेज के दिखने की समय सीमा को निर्धारित कर सकता है। अगर आप फोटोग्राफ्स भेजना पसंद करते हैं तो डस्ट और कंफाइड जैसे ऐप्स ज़्यादा सुरक्षित हैं।
स्नेप चैट की तरह, डस्ट पर भी उनकी वेबसाइट के अनुसार, मेसेजेस और फोटोग्राफ्स थोड़े समय बाद गायब हो जाती हैं। यह एक तरह का एन्क्रिप्टेड ऐप है, जो 24 घंटे बाद आपकी चैट हिस्ट्री को डिलीट कर देता है। यदि कोई स्क्रीनशॉट लिया जाता है तो ये यूज़र को अलर्ट भी करते हैं।
अगर आप स्क्रीनशॉट्स से डरते हैं, तो आपके पास एक उपनाम द्वारा मैसेज करने का भी ऑप्शन है जिससे आप आगे जाकर कभी भी इस चैट से मुकर कर खुद को आसानी से बचा सकते हैं।
कंफाइड इससे एक कदम आगे है, जिन्होंने 2020 सेक्सटिंग के अनुसार टेक्नोलॉजी तैयार की है। अगर कोई ऐप पर स्क्रीनशॉट लेता है, तो ऐप ना सिर्फ आपको अलर्ट करता है, बल्कि वो उस व्यक्ति को ऐप से हटा देता है और लिया हुआ स्क्रीनशॉट केवल एक ब्लैंक पेज की तरह दिखता है। इनका मानना है कि यह ऐप क्विकटाइम रिकॉर्डर और एप्पल स्क्रीन रिकॉर्ड के विरुद्ध भी काम करता है।
डेटिंग ऐप्स पर कैटफ़िश ढूंढना
इतने ढेर सारे ऐप्स हैं जिनमें से चुनकर एक विस्तृत नेटवर्क तैयार किया जा सकता है। जिनके डेटिंग प्रोफाइल बहुत सावधानी के साथ बने हुए लगते हैं – फोटोग्राफ्स, बायो, व्यक्तित्व और अन्य – वहां कैटफ़िशिंग की संभावना अधिक होती है।
एक ऑनलाइन कैटफ़िश वो व्यक्ति होता है जो अपने असल व्यक्तित्व को छिपाकर, कोई और ही बनने का नाटक करता है। वे अपने बारे में ज़रूरी तथ्य और असल ज़िंदगी की सच्चाई को छिपाकर, दूसरे को लुभाने के लिए किसी काल्पनिक व्यक्तित्व का मुखौटा ओढ़ कर खुद को दूसरों के सामने प्रस्तुत करते हैं।
क्या आपका टिंडर मैच वास्तव में 30 साल का एक सिंगल शेफ है जो तीन गली छोड़कर रहता है? हो सकता है वह दूसरे शहर में रहने वाले किसी शादीशुदा आदमी का कोई नकली प्रोफाइल हो।

किसी के भी साथ इंटिमेट होने से पहले ये जानकारी बहुत ज़रूरी है। आगे जाकर किसी भी परिस्थिति में फंसने से खुद को बचाने के लिए उस व्यक्ति का बैकग्राउंड चेक करना बहुत आवश्यक है।
ज़्यादा नहीं तो कम से कम, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर ही उसके अकाउंट को चेक कर लेने से आपको अंदाजा हो जाएगा कि वह व्यक्ति अपनी असली सच्चाई व्यक्त कर रहा है या नहीं। हम सभी थोड़ा सज-संवरकर खुद को ऑनलाइन प्रस्तुत करते हैं, लेकिन इसकी भी एक लक्ष्मण रेखा है जिसे हमें नैतिक रूप से पार नहीं करना चाहिए।
कुछ भी लीक नहीं होना चाहिए – चाहे नल हो या आपकी न्यूड फोटोज़
वास्तव में दिन के अंत में, एक सेक्सी फोटोग्राफ या वीडियो आपका मूड सेट कर सकता है, लेकिन उनका पब्लिक प्लेटफॉर्म्स या पोर्न साइट्स पर पहुंच जाना भी एक डरावनी सच्चाई है।
आप एक स्मार्ट सेक्सटर की तरह बड़ी समझदारी के साथ अपनी फोटोज़ को ऐसे फ्रेम करके शेयर कर सकते हैं जिनमें आपका चेहरा ना दिख रहा हो।
फोटोग्राफ्स में से ऐसी ज्वेलरी जो पहचानी जा सकें उसे निकाल दें, शारीरिक चिन्ह जैसे मस्सें, बर्थमार्क या टैटूस को कवर कर दें, बैकग्राउंड में से ऐसी चीज़े जैसे फ्रेंड्स और फैमिली की फोटोज़, वगैरह हटा दें।

किशोरावस्था में सेक्शुएलिटी और सेक्सटिंग पर स्टडी कर रहे रिसर्चर्स, पेरेंट्स को अपने टीनेज बच्चों के साथ कुछ बाते शेयर करने की सलाह देते हैं, खासकर सेंशुअल और इंटिमेट फोटोज़ को लेकर।
उनका कहना है, “सेंशुअल फोटोज़ पर विचार करें। ऐसी फोटोग्राफी जिसमें खुलकर सबकुछ दिखाने के बजाय केवल सजेस्टिव या सांकेतिक फोटोज़ शामिल हैं। न्यूड के बजाय ऐसी फोटोज़ शेयर करें जिसमें आपके प्राइवेट पार्ट्स को समझदारी और ख़ूबसूरती से छिपाया गया हो। वे न्यूडिटी के बिना भी इंटिमेट और फ्लर्टी हो सकती हैं, जिन्हें शेयर करने से आप भविष्य में किसी भी मुश्किल में पड़ने से बच सकते हैं।”
मेसेजेस में हेर-फेर किया जा सकता है, पुराने तरीके अपनाएं
हमारे सोशल मीडिया ऐप्स निरंतर अपडेट होते रहते हैं। कुछ बदलाव इर्रिटेट करते हैं, जैसे नए फेसबुक फीड फॉर्मेट को अपनाना, तो कुछ बदलाव अच्छे लगते हैं, जैसे भेज देने के बाद भी किसी मैसेज को डिलीट कर पाना।
ये एक लाइफ सेवर की तरह है, खासकर तब जब आप अपने पेरेंट्स या कोवर्कर को कुछ गलत टाइप करके भेज दें।
व्हाट्सअप और फेसबुक मेसेंजर जैसे प्लेटफॉर्म्स आपके द्वारा हटाए हुए मैसेज का नोट छोड़ देते हैं – “यह मैसेज डिलीट कर दिया गया है”।
लेकिन इंस्टाग्राम और स्काइप पर, मैसेज बिना किसी नामो-निशान के गायब हो जाता है।
अगली बार किसी के डीएम (प्राइवेट मैसेज) में जाने से पहले, आप इस बात पर ज़रूर ध्यान देना चाहेंगे। दो लोगों की सहमति से किये गए फ्लर्टी एक्सचेंज के साथ भी छेड़छाड़ की जा सकती है, उसके साथ फेर-बदल कर उसे गलत तरह से शेयर किया जा सकता है।
यदि कोई व्यक्ति चैट कन्वर्सेशन के दौरान दी गयी अपनी सहमति को डिलीट कर दे, तो ऐसी कन्वर्सेशन जिसमें न्यूड फोटोज़ का आदान-प्रदान हुआ हो, उसे बड़ी आसानी से थर्ड-पार्टी हरैस्मेंट की तरह भी प्रस्तुत किया जा सकता है।

अब अगर ये ‘ऐसा हो गया तो क्या होगा’ आपको एंग्जायटी दे रहा है, तो क्यों ना पुराने आजमाए हुए सुरक्षित तरीके अपनाएं जैसे की फ़ोन कॉल?
जानते हैं, जानते हैं, आजकल फ़ोन कॉल सिर्फ डिलीवरीमैन को लगाए जाते हैं, और वो भी ये पता लगाने के लिए कि पैकेट गेट पर छोड़ा या नहीं। पर हमारी बात मानें, फ़ोन सेक्स का अपना एक अलग ही रोमांच है।
सेक्स थेरेपिस्ट सुसैन ब्लॉक कहती हैं, “रोमांटिकली या सेक्शुअली साथ होने के लिए आपको फिजिकली साथ होने की ज़रुरत नहीं है। जब कपल्स बहुत दूर हों तब भी फ़ोन सेक्स उन्हें यूनाइट करता है।”
सेक्सोलॉजिस्ट और रिलेशनशिप एक्सपर्ट, जेस ओ’रैल्ली समझाती हैं कि केवल-ऑडियो सेक्स का भी अपना एक सेक्सी चार्म है। “उसमें कल्पना करने के लिए बहुत कुछ होता है और कई लोग तो सिर्फ आवाज़ों से ही उत्तेजित महसूस करने लगते हैं – आपके लवर की आवाज़ें हो या केवल चादरों की सरसराहट।”