
बधाई हो, आपको नियुक्त कर लिया है! अपनी ड्रीम जॉब के लिए इंटरव्यू की तैयारी
अपनी रिसर्च करें, अच्छे से ड्रेस-अप हों, और भगवान के लिए, बड़े-से कछुए एंडी का उल्लेख बिलकुल न करें
जीवन में दो चीज़ों के बारे में, मैं पूरी तरह आश्वस्त हूं – पहली यह कि हमारी पृथ्वी एंडी नाम के एक बड़े-से कछुए पर रखी सपाट डिस्क की तरह नहीं है, और दूसरी यह कि आजतक मेरा कोई भी जॉब इंटरव्यू ऐसा नहीं हुआ जिसमे मैंने अपनी इस थ्योरी का जिक्र नहीं किया हो जो इस तथ्य की निंदा करती है कि हमारा ग्रह एंडी नाम के कछुए की पीठ पर रखी सपाट डिस्क जैसा है। पुणे के विप्रो में पूर्व एचआर मैनेजर शिवानी भारद्वाज, इस बात की तस्दीक करती हैं, कि नौकरी के लिए उनके द्वारा सुझाई इंटरव्यू की तैयारी करने के बजाय, इस तरह की बे सिर-पैर की बातों के बारे में सोचना शायद एक उम्दा विचार नहीं है।
वह कहती हैं, “यदि आप भीतर से बहुत घबरा रहे हैं तो यह आपके शारीरिक हाव-भाव से झलक ही जाएगा। इंटरव्यू के शुरू होने से पहले, ख़ुद को शांत रखने का सर्वोत्तम तरीक़ा ढूंढ़ें और कैफ़ीन के अत्यधिक सेवन से बचें।” उनके मुताबिक़, यदि आपने पहले से इंटरव्यू की तैयारी कर ली तो समझिए कि आधा मैदान मार लिया। “यह इंटरव्यू की प्रक्रिया लंबी चल सकती है, तो पहले से ही थोड़ी तैयारी कर लेने से आपको आसानी होगी और आपका पहला प्रभाव अच्छा पड़ेगा,” शिवानी कहती हैं।
इंटरव्यू की तैयारी: बुनियादी बातें
कंपनी के बारे में रिसर्च करें
अधिकतर लोग उस कंपनी के बारे में कोई रिसर्च नहीं करते, जहां काम करने के लिए उन्होंने आवेदन दिया है। शिवानी का मानना है, “यह एक बहुत आम ग़लती है। कोई भी एम्प्लॉयर आपसे उम्मीद करेगा कि आप उसकी कंपनी के बारे में जानते हों और निश्चित रूप से वह आपसे पूछेगा कि आप ख़ुद को उसकी कंपनी में कैसे फिट होते हुए देखते हैं।” साथ ही यह आपको आमतौर पर पूछे जाने वाले सवाल, ‘आप यहाँ क्यों काम करना चाहते हैं?’ के लिए एक बेहतरीन जवाब को पहले से ही तैयार करने में मदद करेगा।

उनकी सलाह हैं कि एम्प्लॉयर की वेबसाइट और उनके सोशल मीडिया पेजेस को अच्छी तरह पढ़िए। जिस नौकरी के लिए आपने आवेदन किया है, उसके बारे में अधिक जानकारी के लिए आप अपने भावी एम्प्लॉयर से संपर्क भी कर सकते हैं।
अपने जवाबों का अभ्यास करें
“यदि आप इंटरव्यू को लेकर सचमुच घबराए हुए हैं, तो किसी दोस्त के साथ पहले से इसका अभ्यास करना मददगार रहेगा,” यह कहते हुए शिवानी बताती हैं, “अभ्यास करते समय आप अपना इंटरव्यू रिकार्ड कर सकते हैं, इससे आपको यह जानने में मदद मिलेगी की आप कहां गलत हो रहे हैं और आपका प्रदर्शन कैसा है।”
आपको अपने जवाब रटने की ज़रूरत बिल्कुल नहीं है, लेकिन इस तरह अभ्यास करने से आपको अंदाज़ा हो जाएगा कि आप इंटरव्यू में अक्सर पूछे जाने वाले सवालों का जवाब किस तरह दे सकते हैं। एक और चीज जो आपको तैयार करने और अभ्यास करने की आवश्यकता है, वह है अपने भावी एम्प्लॉयर से उस नौकरी के बारे में कुछ सवाल पूछना। “इससे पता चलता है कि आप एक सक्रिय इंसान हैं और यह आकलन करने में मदद मिल सकती है कि वह कंपनी या जॉब आपके अनुरूप है की नहीं,” वह कहती हैं।
इंटरव्यू की तैयारी में हर फॉर्मेट के लिए तैयार रहना शामिल है
“यह पता करें कि आपका इंटरव्यू किस तरह का होगा, ताकि आप उसके अनुसार ख़ुद को तैयार कर सकें- जो व्यक्ति आपके लिए इस इंटरव्यू की व्यवस्था करवा रहा है, उससे कुछ भी पूछने में हिचकिचाएं नहीं,” भारद्वाज कहती हैं। मोटे तौर पर, तीन तरह के इंटरव्यू हो सकते हैं: फ़ोन और वीडियो, लंच या डिनर और ग्रुप डिस्कशन।

वह कहती हैं, “फ़ोन और वीडियो इंटरव्यू के लिए आपको एक शांत जगह तलाशनी होगी, जहां आप बिना किस व्यवधान के इंटरव्यू दे सकें। पहले ही सुनिश्चित कर लें कि सभी चीज़ें बराबर काम कर रही हों और बैकअप तैयार रखें, जैसे पोर्टेबल इंटरनेट, कहीं आपका वाई-फ़ाई इंटरव्यू के दौरान काम करना बंद कर दे तो आप उसका इस्तेमाल कर सकें।”
यदि यह अनौपचारिक इंटरव्यू है, जो खाने के या कॉफ़ी के दौरान हो रहा है, तब भी आपको कुछ बुनियादी नियमों का पालन करना चाहिए। “रेस्तरां में समय से थोड़ा पहले पहुंचें। भले ही आपको लगता है कि यह अनौपचारिक इंटरव्यू है, लेकिन आप कैशुअल ड्रेस न पहनें,” वो आगाह करती हैं, “उस रेस्तरां के मेन्यू को पहले से ही देख लेना भी एक अच्छा आइडिया है।”
आपका इंटरव्यू चाहे कैसा भी हो, समय पर पहुंचने के सामान्य नियम का पालन ज़रूर करें – “यहां समय पर पहुंचने का मतलब है, कम से कम 10 मिनट पहले पहुंचना। ट्रैफ़िक को ध्यान में रखते हुए घर से निकलें,” भारद्वाज सलाह देती हैं। देर से पहुंचने पर आपका पहला प्रभाव ही ख़राब पड़ेगा और इससे आप तनाव में आ जाएंगे, जिसका असर इंटरव्यू के दौरान आपके प्रदर्शन पर पड़ सकता है।
ग्रुप इंटरव्यूज़ में, जहां आपका इंटरव्यू एक पूरे पैनल के द्वारा लिया जा रहा हो या फिर अन्य उम्मीदवारों के साथ, वहां आपको एक अच्छा श्रोता बनना चाहिए। “ग्रुप डिस्कशन में आपको जो चीज़ औरों से अलग ला खड़ा करेगी, वो है आपकी दूसरों को सुनने की योग्यता,” यह कहते हुए शिवानी आगे बताती हैं, “सुनिए कि दूसरे उम्मीदवार क्या कह रहे हैं, ताकि आप उसके अनुसार अपनी प्रतिक्रिया दे सकें। यह आपकी एक टीम में काम करने की योग्यता को भी प्रोजेक्ट करेगा।”
इंटरव्यू के दौरान मुझे क्या कहना चाहिए?
साज़िशों का पर्दाफ़ाश करने जैसी बातें तो इंटरव्यू से दूर ही रहनी चाहिए। हां, यदि यह नौकरी ऐसी है, जिसमें साज़िशों का पर्दाफ़ाश करने पर ही आपको चुना जाएगा तो आप ऐसा कर सकते हैं। हालांकि इस बात का कोई शर्तिया फ़ॉर्मूला नहीं है कि आप इंटरव्यू के दौरान क्या कहेंगे, पर कुछ ऐसे सामान्य सवाल हैं जो यह तय करने में अहम् भूमिका निभाते हैं कि आपको चुना जाएगा या नहीं और हम यहां उन्हीं सवालों की सूची पेश कर रहे हैं…
हमें अपने बारे में कुछ बताएं…
जब आपके संभावित एम्प्लॉयर आपसे आपके बारे में पूछते हैं, तो वे ये क़तई नहीं जानना चाहते कि आपको कैसा महसूस हुआ था जब तीसरी कक्षा में आपकी बेस्ट फ्रेंड आपके साथ न बैठकर, पिछली बेंच पर किसी दूसरे क्लासमेट के साथ बैठी थी। और कैसे यह आपके दूसरों पर जल्दी भरोसा न कर पाने की जड़ है। इसमें कोई अचरज नहीं, कि वो सिर्फ यह जानना चाहते हैं कि आप इस जॉब प्रोफ़ाइल के लिए कैसे फ़िट हैं। “यहां आपको नाज़ुक संतुलन साधना है,” शिवानी समझाती हैं, “आपको उन्हें अपने बारे में बताने के लिए, जितनी उपयुक्त हो सिर्फ उतनी ही व्यक्तिगत जानकारी देनी है।”

उनके मुताबिक़, सबसे अच्छा होगा कि आप अपने किसी निजी शौक या दिलचस्पी से शुरुआत करें, जो सीधे उस नौकरी से ताल्लुक़ नहीं रखती हो, जिसके लिए आपने आवेदन किया है। आप उन्हें हल्के-फुल्के, मज़ेदार अंदाज़ में इसके बारे में बता सकते हैं, ताकि उन्हें आपके व्यक्तित्व के बारे में भी थोड़ी जानकारी मिले। “इसे छोटा और सटीक रखें। यह एक ऐसा सवाल है, जो लगभग हर इंटरव्यू में पूछा ही जाता है। तो आप इसका एक अच्छा-सा जवाब सोच कर रखें।”
आपके अनुसार, आपकी सबसे बड़ी ताक़त क्या है?
“किसी भी जॉब इंटरव्यू में ईमानदार रहना सबसे ज़रूरी है,” शिवानी आगाह करती हैं, “अमूमन, इंटरव्यू लेने वाले इस बात का अंदाज़ा लगा लेते हैं कि आप कहां झूठ बोल रहे हैं या कहां आपने वो जवाब दिया है, जो वे सुनना चाहते थे।”

इसका यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि आप अपनी ख़ूबियों की एक सूची बना लें और फ़िल्म गली बॉय के रैप सॉन्ग्स की तरह उनके सामने चालू हो जाएं। ये सुनने में तो उन्हें अच्छा लगेगा, लेकिन इससे आपको इंटरव्यू में कोई फ़ायदा नहीं होने वाला (दरअसल, हम ऐसी ही दुनिया में रहते हैं)। “अपने उन्हीं एक-दो हुनर का ज़िक्र करें, जो उस जॉब के लिए मायने रखते हों, जिसके लिए आपने आवेदन किया है। और ऐसे उदाहरण दें, जिससे यह समझ में आए कि इस ताक़त की बदौलत आप अपने प्रोफ़ेशनल जीवन में क्या कुछ हासिल कर पाए हैं। उदाहरण के लिए, आप बता सकते हैं कि आप कितने फ़ोकस्ड हैं या आप कितने अच्छे टीम प्लेयर हैं।”
आपकी सबसे बड़ी कमज़ोरी क्या है?
इस सवाल के साथ, वे जानना चाहते हैं कि आपको वास्तव में ख़ुद के बारे में कितनी जानकारी है। “इस सवाल का जवाब आपको बड़ी सावधानी के साथ देना चाहिए,” चेताती हैं शिवानी, “आपको लग सकता है कि उन्हें यह बताने से कि आपमें कोई ख़ामी नहीं है, आपके चयन का रास्ता खुल जाएगा, लेकिन इसका ठीक उल्टा भी हो सकता है।” वो कहती हैं कुछ ऐसी चीज़ों के बारे में सोचें, जिन्हें कमज़ोरी के तौर पर बताने से ज़्यादा फ़र्क़ न पड़ता हो और साथ ही यह बताना भी न भूलें कि आप उसे सुधारने के लिए कैसे कोशिश कर रहें हैं।
आप अपनी वर्तमान नौकरी क्यों छोड़ना चाहते हैं?
हो सकता है कि आप अपनी यह नौकरी इसलिए छोड़ रहे हों कि आपका बॉस किसी दो सींग और एक पूंछ वाले राक्षस से कम नहीं, लेकिन आपके इंटरव्यूअर के समक्ष उसकी बुराई करने की ज़रूरत नहीं है। “आप अपनी नौकरी बुरे अनुभव के कारण छोड़ रहे हों या उसके बिना, आपके संभावित एम्पलॉयर के सामने किसी तरह की नकारात्मकता को उजागर न करें,” शिवानी कहती हैं, “इससे केवल आपका ही बुरा पक्ष सामने आएगा। इसकी बजाय आप कह सकते हैं कि आपको इस नौकरी में जो भी सीखने मिला, आप उसके शुक्रगुज़ार हैं, लेकिन अब समय आ गया है कि आप और नए अवसरों की तलाश में आगे बढ़ें।”
आपको क्या लगता है हम क्या बेहतर या अलग कर सकते हैं?
यहां आपके काम आएगी वो इंटरव्यू की तैयारी, जिसके दौरान आपने इस कंपनी के बारे में रिसर्च की थी। “ये वो अवसर है, जब आप अपने संभावित एम्प्लॉयर को बता सकते हैं कि आपके पास उनकी कंपनी के लिए कितने रचनात्मक आइडियाज़ हैं,” शिवानी समझाती हैं, “इसकी तैयारी पहले से ही कर लें। रिसर्च करें कि उनकी प्रतियोगी कंपनियां क्या अलग कर रही हैं और उसे नए व प्रैक्टिकल तरीक़े से अमल में लाने के आइडियाज़ दें।”

शिवानी के अनुसार, इससे आपके कुछ नया कर पाने की योग्यता सामने आएगी। इस सवाल के जवाब में इंटरव्यूअर की कंपनी की तारीफ़ में कसीदे न पढ़ें और ना ही उनकी ज़्यादा आलोचना करें। “संतुलन बना कर रखें,” वे बात ख़त्म करते हुए कहती हैं।
आप ख़ुद को आज से पांच साल बाद कहां देखते हैं?
यह बात तो बिन कहे समझ में आती है कि इसका जवाब ये बिल्कुल नहीं हो सकता, ‘कल किसने देखा, कल आए न आए’। “इंटरव्यू लेते समय यह सवाल आपकी महत्वाकांक्षा को आंकने के लिए किया जाता है, ताकि अंदाज़ा लगाया जा सके कि आपके लक्ष्य के अनुसार यह पद आपको देना सही होगा या नहीं,” वे बताती हैं, “आप यह जान लीजिए कि यह सवाल पूछा ही जाएगा, इसलिए अपना जवाब वास्तविक रखें जिससे लगे कि आप इस जॉब के साथ ख़ुद को आगे भी बढ़ाना चाहते हैं।”
इंटरव्यू के बाद, चाहे वे आपके चयन के बारे में भले ही कुछ बताएं या न बताएं, वे आपसे पूछ सकते हैं कि आप कब से जॉइन कर सकते हैं और आपकी अपेक्षित तनख़्वाह कितनी होगी। अपनी तरफ से, ऐसी स्थिति में कुछ दिनों बाद अपनी ओर से एक मैसेज भेजा जा सकता है, ताकि आप एम्प्लॉयर के ध्यान में बने रहें। उनकी प्रतिक्रिया से आपको अंदाज़ा लग जाएगा कि आपका इंटरव्यू सफल रहा या नहीं। “यदि आपको लगता है कि इंटरव्यू ठीक नहीं हुआ तो इसे एक सीखने वाले अनुभव की तरह लें और इससे मिली सीख को अगले इंटरव्यू के दौरान ध्यान में रखें,” शिवानी कहती हैं।
इन बातों का सार यह है, कि इंटरव्यू से पहले अच्छे से रिसर्च करें, सलीकेदार कपड़े पहनें, समय पर पहुंचे और भगवान के लिए बड़े-से कछुए और सपाट धरती जैसी बे सिर-पैर की बात भूलकर भी न करें।
स्टाइलिस्ट: दिव्या गुरसाहनी, मेकअप: रिद्धिमा शर्मा, हेयर: क्रिसन्न फ़िगरेडो, मॉडल: अर्चना नायर / इनेगा
साड़ी और ब्लाउज़; दोनों रॉ मैंगो से