
क्या आप भी मानसून में अत्यधिक बाल झड़ने से परेशान हैं?
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हर बार जब मैं नहाती हूं, मुझे लगता है जैसे मैं ‘साइको’ फिल्म के शॉवर वाले सीन को दोबारा जी रही हूं। फर्क सिर्फ इतना है कि यहां मेरे चीखने की वजह हाथ में चाक़ू लिए कोई हत्यारा नहीं बल्कि असंख्य मात्रा में गिर रहे मेरे बाल हैं। हैंसल और ग्रेटेल की तरह, मैं जहां भी जाती हूं, बालों के रूप में अपने निशान छोड़ती जाती हूं और साथ ही अपना इलाका मार्क करती जाती हूं। और बारिश के आगमन का पता लगाना तो मेरी असली सुपर पावर हैं, इसकी खबर सबसे पहले मेरे बालों तक पहुंच जाती है, क्योंकि मानसून में बालों का झड़ना मेरे लिए एक आम बात हैं।
जब आपके बाल आपके कुत्ते के बालों से ज्यादा झड़ने लगें, तो समझ जाइए कि समस्या गंभीर है।
जीन-क्लाउड बिग्यून के ट्राइका हेयर क्लिनिक की सीनियर कंसलटेंट ट्राइकोलॉजिस्ट, डॉ. रिग्विता यादव का कहना है कि एक दिन में औसतन 50 से 100 बाल झड़ना नार्मल है।
कॉस्मेटिक डर्मेटोलॉजिस्ट और डर्मेटो-सर्जन, द एस्थेटिक क्लीनिक की डॉ. रिंकी कपूर के अनुसार, मानसून में बालों का झड़ना करीब 250 बालों तक बढ़ सकता है। उनका कहना है कि ज्यादातर लोगों के बाल, मानसून के दौरान, करीब 30% ज्यादा झड़ने लगते हैं। तो, अफसोस, ऐसा लगता है कि मैं अकेली नहीं हूं जो इस समस्या से जूझ रही हूं।
लेकिन ऐसा क्यों होता है, और दिन के अंत में, मैं अपनी बिल्ली को अपने तकिये पर बने बालों के गोले खाने से कैसे रोकूं? सबसे पहली बात, यदि आप बारिश में एक लंबी रोमांटिक सैर पर निकलने का सोच रहे हों तो अपना सिर अवश्य ढक लें।
मेरे बाल, इन दिनों, इतने ज्यादा क्यों झड़ रहे हैं?
मोनिका गेलर सही थीं। इसका असली कारण नमी है। कपूर बताती हैं कि हमारे आस-पास की हवा में नमी की मात्रा अधिक होने के कारण, हमारे बाल अधिक हाइड्रोजन सोखते हैं और फूल जाते हैं। इससे बाल कमजोर और घुंघराले हो जाते हैं और उनके टूटने का खतरा बढ़ जाता है।

उनका मानना है कि नमी के कारण स्कैल्प शुष्क होता है नाकि तैलीय, जोकि आम धारणा के विपरीत है, क्योंकि नमी आपके बालों का प्राकृतिक तेल खींच लेती है, जिससे हमारी जड़ें कमजोर हो जाती हैं।
नम बाल और हवा में बढ़ती नमी की मात्रा, दोनों मिलकर, हमारे स्कैल्प पर बैक्टीरिया और फंगस को पनपने का मौका देते हैं, जो अत्यधिक खुजली, लालिमा और स्कैल्प इंफेक्शन का कारण बन सकता है।
मेरे बाद दोहराएं – बालों का गिरना स्वाभाविक है। यह किस मात्रा में गिर रहे हैं, हमें उस पर नज़र रखनी चाहिए। आप इसे पूरी तरह से नहीं रोक सकते, लेकिन इसे नियंत्रण में लाने के लिए हम कुछ तरीके आज़मा सकते हैं।
मानसून में बालों का झड़ना कैसे नियंत्रित करें
पसीने से तर चेहरे से बाल हटाने के लिए हम सबसे पहले उन्हें बांधने की कोशिश करते हैं। लेकिन यदि आप पहले से ही बाल टूटने की समस्या से जूझ रहे हों तो ऐसे में कसकर पोनीटेल या गूंथकर चोटी बनाना या दूसरे जटिल हेयर स्टाइल बनाने से आपकी समस्या और बढ़ जाएगी।
फैंसी हेयरस्टाइल से थोड़े समय के लिए ब्रेक लें
कपूर की सलाह है कि आप अपने बालों को बांधने के बजाय उन्हें अन्य क्रिएटिव तरीकों से संवारने की कोशिश करें। “अलमारी में रखे किसी पुराने स्कार्फ को अपने ऑउटफिट से मैच कराकर, आप उसे एक स्टाइलिश हेड रैप या बंडाना में बदल सकते हैं। हेयर एक्सेसरी भी आपके बालों को और अच्छा दिखाने में मदद कर सकती हैं।”
माथे पर आने वाली फ्रिंज को हटाना हो तो आप सामने वाले बालों को एक ढीली चोटी में बांध सकते हैं।
शैम्पू का इस्तेमाल जितना हो सके उतना कम करें
मानसून द्वारा सताएं अपने बालों को जितना हो सकें, बार-बार शैम्पू करने से खुद को रोकें। अपने बालों को जरूरत से ज्यादा धोने से आपके स्कैल्प की खुश्की बढ़ेगी। कम से कम 2-3 दिन के अंतराल में अपने बालों को धोएं और अपने सिरों की देखभाल के लिए एक अच्छे कंडीशनर का उपयोग करें।
कपूर कहती हैं, “अपने बालों की जरूरत के अनुसार सही शैम्पू और कंडीशनर चुनने से आपको डैंड्रफ और घुंघराले बालों जैसी समस्याओं को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। कंडीशनर आपके बालों को अतिरिक्त नमी और पोषण देगा, उन्हें उलझने और टूटने से बचाएगा,और उन्हें रेशमी और मुलायम बनाएगा।”
यादव कहती हैं कि अगर इस मौसम में आपने किसी प्रकार का स्कैल्प इन्फेक्शन या डैंड्रफ पकड़ भी लिया, तो इसमें शर्मिंदा होने की कोई बात नहीं है। एक अच्छे मेडिकेटिड शैम्पू के उपयोग से मानसून में बालों का झड़ना और ज्यादा नहीं बढ़ेगा। “याद रखें कि शैम्पू को धोने से पहले उसे स्कैल्प पर तीन से चार मिनट के लिए छोड़ दें। इससे शैम्पू को असर करने में मदद मिलती है। ऐसे एंटी-डैंड्रफ शैम्पू का उपयोग करें जिसमें जिंक पाइरिथियोन, सेलेनियम सल्फाइड या केटोकोनाज़ोल और एंटीफंगल इंग्रीडिएंट मौजूद हों।”
यदि आपके बाल बारिश के कारण गीले हो जाते हैं, तो हेअर ड्रायर के बजाय एक माइक्रोफाइबर कपड़ा या तौलिया काम में लें। बालों का पानी सोखने के लिए तौलिये से बालों को धीरे से दबाएं। कपूर का कहना है कि हेअर ड्रायर पहले से ही कमजोर बालों को और अधिक नुकसान पहुंचाएगा। अपने बालों को प्राकृतिक रूप से हवा में सूखने दें।

इस DIY की मदद से खुद को थोड़ा पैंपर करें
बचपन में तो हमें माँ से गर्म तेल की चम्पी कराने के लिए कभी किसी बहाने की ज़रूरत नहीं पड़ी, लेकिन अब हमारे पास एक कारण है। आप उन्हें कह सकते हैं कि ऐसा डॉक्टर ने कहा है। सप्ताह में एक या दो बार अपने बाल धोने से पहले गर्म तेल की मालिश ज़रूर करें। कपूर कहती हैं, “यह न केवल आपके स्कैल्प को पोषण देगा, बल्कि ब्लड सर्क्युलेशन को भी बढ़ाएगा और बालों को स्वस्थ और चमकदार बनाए रखेगा। तेल को 2-3 घंटे तक बालों में लगा रहने दें और फिर माइल्ड शैम्पू से धो लें।”
अपने स्कैल्प की आवश्यकता के अनुसार, आप खुद एक एक्सफ़ोलीएटिंग और क्लैरिफाइंग हेयर मास्क बना सकते हैं। एलोवेरा जेल ज़रूर आजमाएं, यह एक बेहतरीन इंग्रीडिएंट है जिसमें रोगाणुरोधी गुण होते हैं, यह लगाने में बहुत आसान है और आपके स्कैल्प को ठंडक पहुंचाने में सहायक है।
“बाल धोने से दो घंटे पहले आप एलोवेरा जेल को अपने स्कैल्प पर लगा सकते हैं या इससे अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए इसे अपने हेयर ऑइल या शैम्पू में भी मिला सकते हैं।”
अपने बालों को सही आहार दें
यादव और कपूर दोनों का मानना है कि हम जो खाते हैं वह हमारी त्वचा, बालों और नाखूनों के स्वास्थ्य को दर्शाता है। यदि हमारे आहार में आवश्यक पोषक तत्वों की कमी है या असंतुलित है, तो हमारे हेयर फॉलिकल को पोषण नहीं मिलता है, और इससे बालों का झड़ना बढ़ जाता है।
अपने दैनिक आहार में प्रोटीन के प्राकृतिक स्रोत जैसे सोया, अंडे का सफेद भाग, लीन मीट, दालें और अंकुरित अनाज शामिल करें। विटामिन बी12 और जिंक से भरपूर भोजन का सेवन करें जैसे साबुत अनाज, मछली और डेयरी प्रोडक्ट। विटामिन बी12 रेड ब्लड सेल्स का उत्पादन करने में मदद करता है जो हेयर फॉलिकल तक ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचाते हैं, स्वस्थ बालों के विकास को बढ़ावा देते हैं, जबकि जिंक हेयर टिश्यू के विकास और मरम्मत में मदद करता है।
मछली, अलसी के बीज, एवोकाडो, अखरोट और बादाम जैसे ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर फ़ूड प्रोडक्ट्स, स्कैल्प और शाफ्ट हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। ओमेगा-3 खराब और नाज़ुक बालों से निपटने में मदद करता है और स्कैल्प की शुष्कता से भी लड़ता है। विटामिन ई, पोटेशियम और आयरन से भरपूर स्प्राउट्स खाने से बहुत कम समय में आपके बालों की चमक वापस आ सकती है।
कैफीन का सेवन कम करें, इससे सिर की त्वचा डीहाइड्रेट होती है; इसके बजाय, सुनिश्चित करें कि आप हर दिन 8-12 गिलास पानी पी रहे हैं।

अपने आप को और अपने बालों को थोड़ा आराम दें
हालांकि मैंने कभी इस पर विश्वास नहीं किया, लेकिन तनाव के कारण वाकई बालों का गिरना बढ़ जाता है। अब यदि आप इस चिंता में पड़े रहेंगे कि मानसून में आपके बाल कितने झड़ते हैं, तो बाल और अधिक झड़ेंगे।
कपूर कहती हैं, “ज्यादातर मामलों में, मानसून में बालों का झड़ना एक अस्थायी अवस्था है और आपको इसके बारे में सोचकर चिंता करने की ज़रूरत नहीं है।”
यादव की सलाह है, “मुस्कुराएं ज्यादा और चिंता कम करें। प्रतिदिन कम से कम 30 से 40 मिनट तक एक्सरसाइज़ करें। और जहां तक तनाव पर नियंत्रण का सवाल है, योग और मेडिटेशन अपनाएं।”
अपने तनाव को नियंत्रित करने के तरीके खोजें, मेडिटेशन शुरू करें और भले ही यह केवल 10 मिनट के लिए ही क्यों न हो, लेकिन दिन में यह समय खुद को रिलैक्स करने के लिए अवश्य निकालें। इन दिनों यदि जिम जाना संभव नहीं हो, तो ऐसे कई मोबाइल ऐप हैं जो आपके ट्रेनर की जगह ले सकते हैं और आपके फिटनेस गोल प्राप्त करने और तनाव से निपटने में आपकी मदद कर सकते हैं।