
एंटी-एजिंग स्किनकेयर के लिए आपकी गाइड, इसे शुरू करने में और देर ना करें
एंटी-एजिंग एक लम्बा चलने वाला खेल है – एक एक्सपर्ट बताती हैं कि आपको कहां से शुरू करना चाहिए
एंटी-एजिंग का कांसेप्ट थोड़ा बेतुका सा प्रतीत होता है क्योंकि इसे ना तो रोका जा सकता है, ना ही इससे लड़ा जा सकता है। तो क्यों ना, एंटी-एजिंग स्किनकेयर को, उम्र के अलग-अलग पड़ावों पर अपनी स्किन की ज़रूरतों को पूरा करने का एक जरिया माना जाए। यह बढ़ती उम्र के साथ कम हो रहे हमारी स्किन के न्यूट्रिएंट्स और नेचुरल एबिलिटी की दोबारा भरपाई करता है।
कॉस्मेटिक डर्मेटोलॉजिस्ट, डॉ निकिता सोनवने हंसते हुए कहती हैं, “आपके जन्म के साथ ही आपकी स्किन की उम्र बढ़नी शुरू हो जाती है।” पर हमें ये बदलाव 25 से 30 साल की उम्र में ही नजर आने शुरू होते हैं।
आपने भी अपनी बढ़ती उम्र में इन बदलावों पर गौर किया होगा। एक समय था जब आपकी स्किन ऑइली हुआ करती थी और बहुत जल्द मुहांसे निकल आते थे, और अब यह कॉम्बिनेशन स्किन में तब्दील हो गयी है जो बहुत फ्लेकी महसूस होती है। इसका कारण क्लाइमेट, डाइट और लाइफस्टाइल में आने वाले बदलाव हो सकते हैं, यहां तक की हॉर्मोन्स भी।
हमारी जेनेटिक्स, अनुचित स्किन केयर, सन डैमेज और एयर पॉल्युशन जैसे कई कारणों पर भी निर्भर करता है कि हमारी स्किन की एजिंग कैसे हो रही है।

अच्छी खबर यह है कि तकनीकी प्रगति के कारण, आज इस फलती-फूलती एंटी-एजिंग स्किनकेयर इंडस्ट्री में हर ब्रांड अपने प्रोडक्ट्स की एक रेंज निकाल रहा है। वैसे तो वैरायटी का होना बहुत अच्छी बात है लेकिन यह कभी-कभी एक आम इंसान की समझ के बाहर हो जाती है।
हमने इस विषय पर गाइडेंस के लिए सोनवने का रुख किया। उन्होंने हमें अपना एंटी-एजिंग स्किनकेयर रूटीन खुद बनाने के लिए कुछ मूल बातें समझाई और बताया कि आप कैसे और कब से इसकी शुरुआत कर सकते हैं।
एंटी-एजिंग स्किनकेयर इंग्रीडिएंट्स, जिन्हें जानना आवश्यक है
सोनवने बताती हैं कि एंटी-एजिंग में बहुत सी चीज़े सम्मिलित हैं। सनस्क्रीन आपका नंबर वन एंटी-एजिंग स्किनकेयर प्रोडक्ट है, जिसे लगाने की शुरुआत किसी भी उम्र में बहुत जल्द नहीं है।
सोनवने समझाती हैं, “आपको छोटी उम्र से ही अपने बच्चों को सिखाना चाहिए कि जब भी वे घर से बाहर निकलें, तो सन डैमेज से बचाव के लिए उन्हें सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना चाहिए।”
टीनेज में, डैमेज कितना भी हो, आपकी स्किन काफी जल्दी रिकवर कर लेती है। चाहे कितना ही एप्रीकॉट स्क्रब लगा लो या बिना एसपीएफ के आउटडोर स्पोर्ट्स खेल लो, कुछ फर्क पता नहीं चलता। इसका असर उम्र बढ़ने के साथ उभर कर आने लगता है। जब बात एंटी-एजिंग की हो, उनकी फिलॉसफ़ी ये कहती है कि एक बार डैमेज हो जाने के बाद उसका इलाज करने से बेहतर है कि हम समय पर उस डैमेज को होने से रोक लें।
“अपनी स्किन को नियमित रूप से क्लेंज़ करें, अगर हैवी मेकअप और सनस्क्रीन लगाई हो तो डबल क्लेंज़ करें। आप पहले स्टेप में मिस्लर वाटर का इस्तेमाल कर सकते है और फिर क्लेंज़र से उसे और अच्छे से साफ करें।”
अपनी स्किन को पॉल्यूटेंट्स और गंदगी से दूर रखने, अच्छे से मॉइस्चराइज़ करने और एक अच्छा रूटीन फॉलो करने से, एजिंग की प्रक्रिया में निश्चित रूप से विलम्ब होगा।
भले ही टूटे रिकॉर्ड की तरह बजता हुआ सुनाई दे, पर सनस्क्रीन लगाना ना भूलें
चाहे आप घर के अंदर ही क्यों ना हों, तो भी यूवी किरणें आपकी खिड़कियों से अंदर प्रवेश कर जाती हैं। स्किन डैमेज और एजिंग से लड़ने के लिए सनस्क्रीन आपका सबसे बड़ा शस्त्र है। जो यह कर सकती है, वह कोई सीरम या हाई-टेक फेशियल भी नहीं कर सकता।
ट्वीक की सलाह: Neutrogena UltraSheer Dry Touch Sunblock SPF 50+ (₹199-₹550), Forest Essentials Sun Fluid SPF 50|PA + + (₹975) और The Derma Co. Ultra Matte Sunscreen Gel (₹699).
एंटीऑक्सिडेंट्स खेल का रुख पलट सकते हैं
सोनवने कहती हैं, अपने 20 के दशक में, अपने रूटीन में टॉपिकल एंटीऑक्सिडेंट्स को शामिल करने पर ध्यान दें। ये विटामिन सी, विटामिन ई, फ्लैवोनॉइड्स, रेसवेरट्रोल, ग्रीन टी एक्सट्रेक्ट से युक्त सीरम या क्रीम के रूप में उपलब्ध हैं।
पॉल्युशन में मौजूद फ्री रेडिकल्स हमला करके आपकी स्किन के हेल्दी सेल्स को नुक्सान पहुंचाते हैं। एंटीऑक्सिडेंट्स आपका सबसे पहला डिफेंस हैं, और साथ ही सनस्क्रीन के प्रभाव को भी बढ़ाते हैं। ये फ्री रेडिकल्स को बेअसर करते हैं और आपकी स्किन को चमकदार, सौम्य बनाने और मॉइस्चराइज़ करने के भी काबिल हैं।
ट्वीक की सलाह: Pixi Beauty Vitamin-C Serum (₹2,550), The Body Shop Vitamin E Moisture Cream (₹995) और Dear Klairs Freshly Juiced Vitamin Drop (₹1,570).
एक्सफोलिएट करें, पर ज़रुरत से ज़्यादा नहीं
केमिकल एक्सफोलिएशन डेड स्किन सेल्स की ऊपरी परत से छुटकारा पाने में आपकी मदद करता है। ये किसी भी फिज़िकल एक्सफोलिएंट, जिसमें स्क्रबिंग की ज़रुरत होती है, से आपकी स्किन पर कहीं ज़्यादा कोमल है।
अगर आप अभी भी अपनी स्किन पर ‘एसिड्स’ के इस्तेमाल को लेकर उलझन में हैं, सोनवने पॉलीहाइड्रोक्सी एसिड्स (पीएचए) ट्राई करने का सुझाव देती हैं। ये हमारे फेवरेट ‘एएचए’ और ‘बीएचए’ की तरह ही काम करते हैं लेकिन अपने बड़े मॉलिक्यूल साइज़ के कारण उनसे ज़्यादा सौम्य हैं। ये दूसरों की तरह स्किन में बहुत गहराई तक नहीं घुसते, लेकिन फिर भी कम इर्रिटेशन के साथ एक्सफोलिएशन और रि-टेक्सचराइज़िंग के फायदे देते हैं।
हफ्ते में एक बार एक्सफोलिएट करने से शुरुआत करें, इसे हफ्ते में दो बार से ज़्यादा न करें। एक्सफोलिएशन स्किन की सतह से डेड सेल्स हटा देता है जिसकी मदद से आपके सीरम और ट्रीटमेंट आपकी स्किन में ज्यादा गहराई तक पहुंच पाते हैं।
ट्वीक की सलाह: PURITO ABP Triple Synergy Liquid (₹1,450), Uriage Body Scrubbing Cream (₹1,302) और COSRX PHA Moisture Renewal Cream (₹1,695).
रेटिनॉल, एंटी-एजिंग के लिए रामबाण
अगर आपने कभी भी ‘एंटी-एजिंग स्किनकेयर’ को गूगल किया हो तो आपकी नज़र रेटिनॉल और रेटिनॉइड्स जैसे शब्दों पर ज़रूर पड़ी होगी। ये विटामिन ए के टॉपिकल फॉर्म हैं, जो कई रूप में काम आते हैं।
रेटिनॉल काफी रिसर्च किया हुआ और वैज्ञानिक तौर पर समर्थन प्राप्त एंटी-एजिंग इंग्रीडिएंट है लेकिन इसके साथ सबसे ज़्यादा वार्निंग लेबल्स आते हैं। इसके कई अलग-अलग प्रकार हैं – रेटिनल, रेटिनॉल, रेटिनोइक एसिड, रेटिनाइल पामिटेट – यह थोड़ा कंफ्यूसिंग हो सकता है। आसानी से समझने के लिए हम इसे रेटिनॉल के नाम से रेफर करेंगे।
हाई-स्ट्रेंथ रेटिनॉल, ट्रेटिनॉइन, एक्ने ट्रीटमेंट के लिए इस्तेमाल किया जाता है और यह डर्मेटोलॉजिस्ट द्वारा उचित गाइडलाइन्स के साथ प्रिस्क्राइब किया जाता है।
कॉस्मेटिक रेटिनॉल (सीरम और क्रीम में) का उपयोग आप 30 साल की उम्र के बाद से शुरू कर सकते हैं। रेटिनॉल धीमा और लम्बा चलने वाला खेल है। कुछ दिनों में या हो सकता है कि कुछ महीनों में भी आपको बदलाव नज़र ना आए, लेकिन यदि आप इसका सावधानी और नियमित रूप से प्रयोग करते रहें तो निश्चित ही मन चाहे परिणाम मिलेंगे।
आपने वो धीमी चाल वाले दृढ़ कछुए की कहानी तो सुनी होगी, है ना?
सोनवने कहती हैं, “शुरुआत में इसे हफ्ते में एक बार इस्तेमाल कर के देखें कि आपकी स्किन कैसे रिएक्ट करती है। अपने कान के पीछे की स्किन पर एक पैच टेस्ट करें (एक्टिव इंग्रीडिएंट्स के साथ), क्योंकि यहां की स्किन आपके चेहरे से मेल खाती है, हाथ या कलाई पर नहीं करें। 48 घंटे तक प्रतीक्षा करें और देखें की वह कैसे रिएक्ट करता है।”
रेटिनॉल के इस्तेमाल के साथ आपको अपने एसपीएफ का विशेष ध्यान रखना पड़ेगा क्योंकि यह आपकी स्किन को फोटो-सेंसिटिव बना देता है।
एक हल्के डोज़ के साथ हफ्ते में एक बार लगाना शुरू करें और फिर आने वाले दिनों में धीरे-धीरे इसकी डोज़ और दिन बढ़ाएं।
ट्वीक की सलाह: Neutrogena Rapid Wrinkle Repair Moisturizer (₹1,123), The Derma Co. Retinol Serum (₹699) और La Roche-Posay Redermic Retinol (₹2,548).
डर्मेट की प्रो-टिप: आमतौर से, स्किन पर अधिकतम प्रभाव के लिए, सीरम मॉइस्चाइज़र से पहले लगाया जाता है। लेकिन, सोनवने के अनुसार, जिन लोगों की स्किन बहुत ड्राई और सेंसिटिव होती है, उन्हें इसे मॉइस्चराइज़र के बाद लगाना चाहिए। ऐसा करने से मॉइस्चराइज़र, एक सुरक्षित बफर की तरह, किसी भी इर्रिटेशन से बचाव करेगा और सीरम का फायदा भी पूरा मिलेगा।
‘अच्छी जलन’ जैसी कोई चीज़ नहीं होती
“यह थोड़ा जल रहा है, मतलब शायद यह काम कर रहा है!” ऐसा हम सभी ने, कभी ना कभी, कहा या किया होगा। सोनवने कहती हैं कि ज़्यादातर कॉस्मेटिक पैकेजिंग पर ऐसी कोई वार्निंग नहीं होती – कितने समय तक यह हल्की जलन महसूस होनी चाहिए।
अपने रूटीन में एक साथ 10 प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से आपको अपने जीवन के पांच साल वापस नहीं मिल जाएंगे। उनका सुझाव है कि प्रोडक्ट्स का बारी-बारी से बदलकर उपयोग करें ताकि स्किन पर अत्यधिक भार ना पड़े। “एक दिन एंटीऑक्सीडेंट और अगले दिन रेटिनॉल का उपयोग करें।”
खूबसूरत त्वचा पाने के उत्साह में फंसना बहुत आसान है, पर इसके लिए हर कदम सावधानी से उठाया जाना चाहिए।
सोनवने कहती हैं, “बहुत सी औरतें, स्किन पर जलन महसूस होने के बाद भी, यह सोचकर सहती रहती हैं कि वह प्रोडक्ट काम कर रहा है। यह उनकी सबसे बड़ी गलती होती है। अगर किसी प्रोडक्ट को लगाने के बाद दो या तीन मिनट से ज़्यादा इर्रिटेशन महसूस हो, तो उसे तुरंत पानी से धोकर स्किन को मॉइस्चराइज़ करना चाहिए और उस प्रोडक्ट को कम से कम दो दिन तक अपने रूटीन से बाहर रखना चाहिए।”
जो भी प्रोडक्ट्स आप इस्तेमाल कर रहे हों, उसके इंग्रीडिएंट्स के बारे में अच्छे से जानकारी हासिल करें। “ऐसा भी हो सकता है कि आप एक्सफोलिएटिंग टोनर के साथ एक स्ट्रांग एक्टिव सीरम और रेटिनॉल क्रीम का इस्तेमाल कर बैठें जो आपकी स्किन के लिए बहुत ज़्यादा हो जाए।”
इस तरह से आप अपनी स्किन को और ज़्यादा संवेदनशील बना देंगे, जिसकी वजह से उसकी उम्र भी जल्दी बढ़ने लगेगी और जो लॉन्ग-टर्म डैमेज होगा, उसे वापिस ठीक होने में कई महीने लग जाएंगे।
हम सभी चाहते हैं कि हमारे चेहरे की रंगत लम्बे समय तक ओस के समान बनी रहे। लेकिन जब तक रेखा अपने एंटी-एजिंग स्किनकेयर मैजिक का खुलासा नहीं कर देती, तब तक हमें बहुत संभल कर आहिस्ता-आहिस्ता आगे बढ़ना होगा।
देखिए – मृणाल ठाकुर के साथ ब्यूटी रिचुअल
स्टाइलिंग: दिव्या गुरुसहानी, हेयर और मेकअप: मौसम गांधी, मॉडल: टीस्टा दलवी / एनिमा क्रिएटिव मैनेजमेंट