फ़्लर्टिंग कब चीटिंग में बदल जाती है? रिलेशनशिप सम्बंधित ऐसे ही कुछ और सवालों के जवाब
नए दशक में क़दम रखते हुए ये जान लें कि प्यार कैसे पाएं और इसकी गरमाहट को कैसे बरक़रार रखें
यह दुनिया और भी शांत जगह हो जाती, यदि ‘ऐपल’ सिरी का नया अपग्रेडेड वर्ज़न या रिलेशनशिप गुरू लॉन्च कर दे, जो रिलेशनशिप से जुड़े सभी बेतुके सवालों के जवाब देता रहे, जैसे- “हे सिरी, क्या मैनेचेस्टर यूनाइटेड का गेम न देखने की वजह से कोई मर सकता है?”, “क्या मेरी बीवी हर चीज़ को माइक्रोमैनेज करना कभी बंद भी करेगी?”, “क्या फ़्लर्ट करना चीटिंग है?”, “मुझे कैसे पता चलेगा कि वो मेरे लिए ही बना है?”, “आख़िर, ‘बेहतर कम्युनिकेशन’ का मतलब क्या है?”
अभी के लिए, या कम से कम जब तक ‘ऐपल’ अपने स्पैम फ़ोल्डर में झांक कर आपको इन सवालों के जवाब दे, हमने माइंडसाइट क्लीनिक की साइकोलॉजिस्ट जैनी सावला से बात की, ताकि वे आपके रिलेशनशिप्स से जुड़े कुछ सवालों के जवाब दे सकें और उनकी सलाह यह है:
मैं इंसेक्युरिटी और जलन जैसी भावनाओं को अपनी लव लाइफ़ बर्बाद करने से कैसे रोकूं?
“पहले तो ये जानना बहुत ज़रूरी है कि ये असुरक्षा किस बात को लेकर है। क्या ऐसा इसलिए है कि आपका पार्टनर किसी और पर आपसे ज़्यादा ध्यान दे रहा है? या इसलिए है क्योंकि आपको लगता है कि आपमें कोई कमी है, आप उसके लायक नहीं हैं? इसका बुनियादी कारण अलग-अलग हो सकता है, लेकिन इन सभी समस्याओं का हल एक ही है- कारण पहचानें और उसे दूर करने के लिए अपने पार्टनर के साथ मिलकर एक टीम की तरह प्रयास करें।”
लोगों को लगता है कि हमारा रिलेशनशिप टॉक्सिक है, लेकिन मैं उसे अब भी प्यार करती हूं। क्या करूं?
“जब आपको ऐसा महसूस हो कि इस रिलेशनशिप का आपके ऊपर ख़राब असर पड़ रहा है, ये ज़रूरी है कि आप दो क़दम पीछे लेकर, ठंडे दिमाग से, उस परिस्थिति के बारे में निष्पक्ष होकर सोचें। अक्सर भावनाएं आपके फ़ैसलों पर हावी हो जाती हैं, इसलिए खुद को थोड़ी देर के लिए उस परिस्थिति से बाहर निकाल कर देखें। अच्छा होगा कि आप ख़ुद से पूछें कि आप इस रिश्ते से क्या चाहती हैं और क्या यह रिश्ता आपकी उस चाहत को पूरा कर रहा है?”
क्या सोशल मीडिया ने रिश्तों के प्रति लोगों का नज़रिया बदल दिया है? क्या इससे लोगों की लव लाइफ़ पर बुरा असर पड़ रहा है?
“लॉन्ग-डिस्टेंस रिलेशनशिप के लिए तो सोशल मीडिया कमाल कर रहा है। अलग-अलग जगहों पर होने के बावजूद भी यह आपको आपके पार्टनर के साथ जोड़े रखता है। लेकिन सोशल मीडिया जिस तरह हमारे जीवन में अंदर तक घुस गया है, वो ज़रूर परेशानी का सबब है। हर कोई अपने फ़ोन में घुसा रहता है और लोग अपने साथी से आमने-सामने बैठकर बातें करने का वक़्त ही नहीं निकाल पाते।”
मैं अपने पार्टनर को बेहतर ढंग से कम्युनिकेट करना कैसे सिखाऊं? क्या ये सिखाया जा सकता है?
“हां, ये बिल्कुल सिखाया जा सकता है। इफ़ेक्टिव कम्युनिकेशन का मतलब ये नहीं होता कि आपको लगातार बोलते रहना है। बिना चिढ़े या आरोप लगाए, ख़ुद को प्रभावी तरीके से अभिव्यक्त करना ही बातचीत का सही तरीका है – और ज़रूरी नहीं कि यह कम्युनिकेशन हमेशा बोलकर ही किया जाए। अपने पार्टनर की बॉडी लेंग्वेज को समझना, उसके छोटे से छोटे एक्स्प्रेशन को समझ लेना भी बेहतर कम्युनिकेशन की कैटगरी में आता है। अपनी बात को सही तरीके से कहना भी उतना ही मायने रखता है जितना की वो बात जो आप कहना चाहते हैं।”
मुझे लगता है, थोड़ा बहुत फ़्लर्ट करना भी चीटिंग ही है। क्या यह गलत है?
“हर किसी के लिए चीटिंग की परिभाषा अलग होती है। यदि आपको कोई बात परेशान कर रही है तो सीधे-सीधे कह डालिए। ज़रूरी है कि आप अपने पार्टनर के साथ बैठकर अपने रिश्ते की सीमाओं को तय कर लें। इस तरह आप दोनों किसी भी तरह के मतभेद से बच सकेंगे।”
खुद भावनात्मक तौर से पूरी तरह खाली हुए बिना, अपने पार्टनर के लिए एक अच्छा मित्र कैसे बनें?
“कभी-कभी थोड़े समय के लिए दूरी बनाए। यह आपके और आपकी रिलेशनशिप, दोनों के लिए ही बहुत हेल्दी है। हम साइकोलोजिस्ट होते हुए भी खुद पर यही तकनीक लागू करते हैं – बहुत थका महसूस करने पर हम खुद को दूसरों से अलग कर लेते हैं।”
एक नार्सिसिस्टिक पार्टनर से डील करने का सबसे अच्छा तरीका क्या है?
“यदि आपका पार्टनर नार्सिसिस्टिक (आत्मप्रेमी) है, लेकिन उसके इस व्यवहार का आप पर कुछ ख़ास प्रभाव नहीं पड़ रहा तो आपको इस बारे में ध्यान देने की कोई ज़रूरत नहीं है। हां, यदि ये बात आपको तकलीफ पहुंचा रही है तो दूसरी कोई तकनीक अपनाने से बेहतर होगा कि आप उनसे सीधे-सीधे इस बारे में चर्चा करें।”
हमारे बीच धीरे-धीरे कम हो रही प्यार की गरमाहट को वापस कैसे लाया जा सकता है?
“एक नीरस रिश्ता उबाऊ लगने लगता है। अपने रूटीन में थोड़ा बदलाव करें, स्वाभाविक रहें और अपने पार्टनर को व्यस्त रखें। आप दोनों की सोशल लाइफ़ बढ़िया हो, साथ छोटे-छोटे ट्रिप्स पर जाते रहें और अपने पार्टनर के साथ अकेले में समय बिताने के मौक़े ढूंढ़ते रहें, ताकि आपके रिश्ते में उत्साह बना रहे। हां, एक हेल्दी सेक्स लाइफ़ भी बहुत ज़रूरी है।”
क्या अपने बच्चे के लिए एक टॉक्सिक रिश्ते में बने रहना सही है?
“बिल्कुल भी नहीं। बच्चे अपने माता-पिता के तनाव और खीझ का बहुत जल्दी अनुमान लगा लेते हैं। और यदि ये सब लंबे समय तक चले तो बच्चों पर इसका बुरा असर पड़ सकता है।”
क्या ओपन रिलेशनशिप हेल्दी है?
“यदि इससे जुड़े सभी लोगों को इससे कोई परेशानी नहीं है, तो क्यों नहीं?”
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