
30 के दशक में शानदार सेक्स का आनंद कैसे उठाएं
यह आपके ‘डर्टी 30’ के लिए एक इंविटेशन है
हमें लगा था कि हमारा 20 का दशक काफी धमाकेदार होगा, नो-स्ट्रिंग्स-अटैच्ड-सेक्स से भरपूर, ठीक किसी 5-स्टार होटल के बुफे के समान जहां आप बेझिझक सबकुछ खा सकते हैं। लेकिन यह अनुभव तो किसी सरकारी दफ्तर में अपना काम निकलवाने जैसा था। कोई नहीं जानता कि कहां जाना है या आगे क्या करना है। सही मंजिल पर पहुंचने की जद्दोजहद में, आप बस एक जगह से दूसरी जगह धक्के खाते रह जाते हैं। एक्सपर्ट्स के साथ-साथ, हम आम लोगों का भी यही मानना है कि ज्यादातर लोग अपने 30 के दशक में शानदार सेक्स का आनंद उठाना शुरू करते हैं। इसीलिए इसे आपका ‘डर्टी 30’ भी कहा जा सकता है।
इस उम्र तक पहुंचकर, आप अपने शरीर को ज्यादा अच्छे से जानने लगते हैं। आपको क्या पसंद है, क्या नहीं, और क्या आप कुछ नया ट्राई करना चाहते हैं। आपको एहसास होता है कि इस उम्र में अराउज़ल और ऑर्गास्म, फिज़िकल होने से कहीं ज्यादा, भावनात्मक और मानसिक होते हैं (ज्यादातर पुरुष भी ऐसा ही महसूस करते हैं)।
वैसे तो यह दुनिया भर की महिलाओं पर लागू होता है, लेकिन डॉ रुखसाना हाशिम का कहना है कि जब हम 30 के दशक में शानदार सेक्स पाने की बात कर रहे हैं तो हमें इंडियन कल्चर को ध्यान में रखते हुए बात करनी होगी। यहां लोग अभी भी काफी हद तक अपनी परम्पराओं को मानते हैं, जिनके अनुसार आज भी लड़कियों को 25 साल की उम्र के अंदर-अंदर शादी और पहला बच्चा करने के लिए जोर दिया जाता है।
वैसे तो मैरिज और प्रेगनेंसी व्यक्तिगत चॉइस हैं, लेकिन यहां इनका जिक्र करना जरूरी है क्योंकि ये दोनों हमारी सेक्स लाइफ को प्रभावित करते हैं।
30 के दशक में शानदार सेक्स का आनंद उठाने के लिए इमोशनल और मेन्टल फैक्टर्स
अपनी सेक्षुअल इच्छाओं के प्रति कम्फर्टेबल महसूस करना
जब औरतें अपनी सेक्षुअल प्लेज़र के बारे में बात करना चाहती हैं तो लोग आश्चर्यचकित हो जाते हैं क्योंकि उन्हें इसकी आदत नहीं होती है। अपने पार्टनर से इस विषय में चर्चा करने से पहले हमें खुद से रूबरू होना चाहिए। माइंडकेयर क्लिनिक की साइकोथेरेपिस्ट कंसलटेंट मोना लिसा बोस कहती हैं, “अपनी सेक्षुअल इच्छाओं को लेकर ज्यादातर महिलाऐं अपराधबोध महसूस करती हैं। इस शर्मिंदगी की शुरुआत हमेशा स्वयं से होती है, फिर या तो यह और प्रबल होने लगती है या फिर दूसरों को देख कर कम होने लगती है।”
अब बात चाहे 20, 50 या 30 के दशक में शानदार सेक्स का अनुभव करने के बारे में हो – यह बहुत जरूरी है कि आप अपनी बॉडी और सेक्षुअलिटी के साथ कम्फर्टेबल हों।

ट्वीक इंडिया रीडर्स के साथ बातचीत के दौरान, इंटिमेसी कोच और ‘गेट इंटिमेसी’ की फाउंडर पल्लवी बरनवाल ने सुझाव दिया कि हमें अपनी बॉडी से खुद को परिचित कराना चाहिए।
अपने शरीर के अलग-अलग हिस्सों को महसूस करने में कुछ समय बिताएं। देखें कि आपको क्या अच्छा लगता है और क्या बहुत ज्यादा अच्छा लगता है। अपने सेक्स ऑर्गन्स को एक्स्प्लोर करें। पता लगाएं कि मास्टरबेशन के दौरान आपको कौनसी स्पीड, हरकत या कॉम्बिनेशन में आनंद मिलता है। बरनवाल के अनुसार, जब आपका अपनी बॉडी और इच्छाओं के प्रति कॉन्फिडेंस बढ़ेगा तो अपनी बात कहना ज्यादा आसान हो जाएगा।
अगर आप खुद से एक्स्प्लोर करने को लेकर थोड़ा अनिश्चित हैं तो बरनवाल का सुझाव है कि आप किसी व्यक्ति या चरित्र को देखकर सीखने की कोशिश करें। “वह स्ट्रिपटीज़ से डेमी मूर या बेसिक इंस्टिंक्ट से शेरोन स्टोन हो सकती है, या कोई भी जो आपको उचित लगे।”
नए एक्सपेरिमेंट करने के लिए अपने पार्टनर से बात करना
एक स्थायी, सिंगल पार्टनर का साथ काफी कम्फर्टेबल होता है। लेकिन शादी के बाद भी, हम अपने इंटिमेट पलों में जो चाहते हैं उसके बारे में बात करने में असहज महसूस करते हैं। हमारे सामाजिक वातावरण में, सेक्स या सेक्षुअली एक्सपेरिमेंट करने के बारे में खुलकर चर्चा करना आसान नहीं है, हमें डर रहता है कि शायद हम दूसरे व्यक्ति की भावनाओं को ठेस पहुंचाएंगे, या अपनी सेक्षुअल फैंटसी को जाहिर करने पर हमें शर्मिंदा महसूस कराया जाएगा।
एक स्टडी के अनुसार, 30 के और शुरूआती 40 के दशक में महिलाएं, कम उम्र की महिलाओं की तुलना में, कहीं ज्यादा सेक्षुअल महसूस करती हैं। उन्होंने बताया कि उनकी सेक्षुअल फैंटसी युवा महिलाओं से कहीं अथिक इंटेंस होती हैं।
रिप्रेज़ेंटेटिव फोटो: पेक्सेल्स
सेक्षुअल एक्सपेरिमेंट के बारे में अपने पार्टनर से बात करना, शायद शुरूआत में आसान ना हो, खासकर तब जब हम इस बारें में खुद को व्यक्त करने में असहज महसूस करते रहे हैं। लेकिन यह अजीब नहीं लगना चाहिए।
सेक्स, प्लेज़र या एक्सपेरिमेंट करने के बारे में बात करना, एक हैल्दी रिलेशनशिप का अहम् हिस्सा होना चाहिए। पहली बार जिक्र छेड़े तो अपने शब्दों को ध्यान से चुनें। आप चाहें तो अपने पार्टनर के साथ अपनी सेक्षुअल इच्छाओं की एक लिस्ट बना सकते हैं और एक-दूसरे की इच्छाओं के बारे में खुलकर बात करने के लिए पोस्ट-कोइटल हैप्पी हार्मोन्स का फायदा उठा सकते हैं।
अपनी बॉडी में हो रहे फिज़िकल चेंज से निपटना
सेक्स टॉयज़ के साथ अपनी सेक्स ड्राइव को उकसाएं
हमने 897 ट्वीक रीडर्स से पूछा कि क्या उन्होंने 30 से 40 साल की उम्र में अपनी सेक्स ड्राइव में कोई बदलाव महसूस किया। 82% से ज्यादा का जवाब हां में था। आपके ‘डर्टी 30’ में, हो सकता है कि आपके मन में सेक्षुअल फैंटसीज का सैलाब उमड़ रहा हो, लेकिन आपकी बॉडी शायद हमेशा आपका साथ ना दे। हाशिम का कहना है कि इस उम्र में एक तरफ हमारी सेक्स की चाह अपने चरम पर होती है लेकिन साथ ही यह ऐसा समय है जब हमारे हार्मोन्स में उतार-चढ़ाव होना शुरू हो जाता है।
बहुत सी महिलाओं में, 35 वर्ष की आयु के आसपास हमारे शरीर में टेस्टोस्टेरोन का लेवल घटना शुरू हो जाता है। हालांकि यह हार्मोन मुख्य रूप से पुरुषों की सेक्स ड्राइव को प्रभावित करता है, लेकिन एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन और टेस्टोस्टेरोन सभी मिलकर महिलाओं में सेक्स की चाह और अराउज़ल को भी प्रभावित करते हैं।
आपने चाइल्ड बर्थ के बाद अपनी सेक्स ड्राइव में भी बदलाव देखा होगा। हाशिम के अनुसार इसका मुख्य कारण जन्म देने के बाद आपके एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के लेवल में गिरावट है। हालांकि ये बहुत जल्दी सामान्य होने लगते हैं, लेकिन यदि आप ब्रेस्ट फीडिंग करा रही हैं तो एस्ट्रोजन कम ही बना रहता है।
ऐसे समय में आपके सेक्षुअल अराउज़ल को किकस्टार्ट करने के लिए सेक्स टॉयज़ बहुत सहायक हो सकते हैं। सेक्स टॉयज़ की मदद से आप बेहतरीन ऑर्गेज्म पा सकते हैं। सिर्फ अकेले के लिए ही नहीं, बल्कि ऐसे सेक्स टॉयज़ भी हैं जो कपल्स साथ में इस्तेमाल कर सकते हैं और जो आपके इंटिमेट अनुभव को एक नए स्तर पर ले जा सकते हैं।
आजकल ऐसी कई वेबसाइट मौजूद हैं, जहां से आप काफी वाजिब दामों पर यह टॉयज़ खरीद सकते हैं, यहां ₹1,500 से शुरू होकर कई हाई-टेक ऑप्शंस तक उपलब्ध हैं। ImBesharam के पास हर बजट और जरूरत के अनुसार सेक्स टॉयज़ की रेंज है। शुरू में हम क्लिटोरल स्टिमुलेशन के लिए आपको एक हैंडी वाइब्रेटर की सलाह देते हैं जो आपको एक अलग ही ऑर्गैस्मिक अनुभव देगा।
ImBesharam से आप ₹1,099 से ₹60,000 की रेंज में अपनी जरुरत के अनुसार जो चाहे ऑनलाइन खरीद सकते हैं।

अपने अनुभवों को और बेहतर बनाइए
एक कपल की तरह, यदि आप कुछ नया अनुभव करने के लिए तैयार हैं और किंक एक्स्प्लोर करना चाहते हैं तो आप धीरे-धीरे BDSM की दुनिया में कदम रख सकते हैं। अपने पार्टनर के साथ अपनी सेक्षुअलिटी को एक्स्प्लोर करने का यह एक सुरक्षित तरीका है जो विश्वास और आपसी तालमेल पर आधारित है।
प्राची एस वैश कपल्स को BDSM, पॉलीमोरी, स्विंगिंग, जैसे कई अलग-अलग सेक्षुअल लाइफस्टाइल अपनाने में मदद करती हैं। क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट और कपल्स थेरेपिस्ट वैश ने एक ऑनलाइन साइकोथैरेपी पोर्टल बनाया है, जिसके जरिए उनके बहुत से क्लाइंट्स, जो किंक में दिलचस्पी रखते हैं, उनसे संपर्क करते हैं। वह कहती हैं, “इंडियन बेडरूम्स के दरवाज़े खुल रहे हैं और यह एक अच्छी बात है।” वैश बताती हैं कि उनके संपर्क में आने वाले ज्यादातर कपल्स का रिश्ता टूटने की कगार पर होता हैं। भले ही यह सुनने में अजीब लगे लेकिन वे अपने रिश्ते को एक नया मौका देने के लिए सेक्षुअल एक्सपेरिमेंट्स का सहारा लेते हैं ताकि उनके बीच की बॉन्डिंग और इंटिमेसी बढ़ सके।
आप अश्लील बातों या छेड़छाड़ के साथ एक धीमी शुरुआत कर सकते हैं, फिर बाइटिंग, स्पैकिंग का अनुभव करें और जब दोनों का कम्फर्ट लेवल बढ़ने लगे तो दोनों की आपसी रजामंदी के साथ आप टाइस, ब्लाइंडफोल्ड, पैडल्स, आदि का उपयोग करना शुरू कर सकते हैं।
एडल्ट प्रोडक्ट्स इंडिया के पास चॉइस करने के लिए बॉन्डेज एक्सेसरीज़ की बड़ी रेंज है। कफ्स और कॉलर्स से लेकर व्हिप और फुल-बॉडी सूट तक। उनकी प्रोडक्ट रेंज आप यहां देख सकते हैं।

वजाइनल तकलीफ के लिए ल्यूब की मदद लें
नेचुरल चाइल्ड बर्थ के दौरान वजाइना को बहुत सी तकलीफों का सामना करना पड़ता है। एस्ट्रोजन में कमी होने लगती है, इसमें सर्जरी भी शामिल हो सकती है जिसे ठीक होने के लिए समय और आराम दोनों की आवश्यकता होती है। वजाइना का लचीलापन कम हो जाता है और काफी ड्राइनेस महसूस होने लगती है। हाशिम कहती हैं, “ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली माओं का एस्ट्रोजन लेवल तो और भी ज्यादा कम हो जाता है और साथ ही उन्हें अत्यधिक वजाइनल ड्राइनेस महसूस होती है। और प्रेगनेंसी के बाद जब बॉडी ठीक होने लगती है, तो कई दूसरे यौन रोग और परेशानियां हो सकती हैं।”
यौन विकारों की सही पहचान और उनका इलाज कराने के लिए किसी मेडिकल प्रोफेशनल को कंसल्ट करना सबसे उपयुक्त है। लेकिन जब तक आपके हार्मोन्स वापस नार्मल नहीं हो जाते, तब तक वजाइनल ड्राइनेस को दूर करने के लिए, आप सेक्षुअल लुब्रिकेंट्स का उपयोग करके देख सकते हैं।
पेनिट्रेटिव सेक्स के दौरान होने वाले फ्रिक्शन को कम करने में ल्यूब बहुत सहायक है। यह कई तरह के होते हैं – जेल, वॉटर, सिलिकॉन और ऑइल-बेस्ड।
आमतौर पर एक्सपर्ट्स वॉटर-बेस्ड ल्यूब इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं क्योंकि सेक्स के बाद इन्हें आसानी से धोया जा सकता है, और यदि छोड़ भी दिया जाए तो किसी भी तरह का रिएक्शन होने की संभावना कम होती है। ये हमारी कोमल वजाइनल स्किन के लिए बेहतर हैं क्योंकि इनमें सिंथेटिक के बजाय नेचुरल इंग्रीडिएंट्स का ज्यादा प्रयोग होता है और ये आर्टिफिशियल रंगों और सुगंधों से मुक्त होते हैं।
चेतावनी: ल्यूब की पैकेजिंग को ध्यान से पढ़ें और यह सुनिश्चित करें कि आपको किसी भी इंग्रीडिएंट से एलर्जी नहीं है।

पेल्विक फ्लोर मसल्स की एक्सरसाइज़ करें
पेल्विक फ्लोर मसल्स बहुत महत्वपूर्ण होती हैं, और ये सबसे ज्यादा नज़रअंदाज़ होती हैं, खासकर जब बात महिलाओं के शरीर की हो। इनकी मजबूती से बेहतर सेक्स का फायदा और यूरिन लीकेज की तकलीफ से बचाव होता है। हमें इन मसल्स पर ध्यान देना चाहिए और कीगल एक्सरसाइज़ के माध्यम से इन्हें मजबूत बनाना चाहिए। यदि आप 30 के दशक में शानदार सेक्स की अनुभूति करना चाहते हैं तो ये बेहद मददगार साबित हो सकती हैं।
थेरहैप्पी की फाउंडर, पेल्विक फ्लोर फिज़ियोथेरेपिस्ट और प्रेगनेंसी स्पेशलिस्ट वंशिका गुप्ता-अदुकिया बताती हैं, “पेल्विक फ्लोर आपकी पेल्विक हड्डियों के दोनों सिरों के बीच में स्थित होता है और आप उस पर जितना अधिक भार या दबाव डालेंगे, वह उतना ही ज्यादा स्ट्रेस लेगा।”
आपको तो पता ही होगा जब बाथरूम जाना बहुत जरूरी हो तो उसे रोकने के लिए आपको कितनी मेहनत करने पड़ती है? ये वह मसल्स हैं जिन्हें आप कीगल्स की मदद से मजबूत बना सकते हैं। मसल्स को सिकोड़ें, उन्हें 5-10 सेकंड के लिए पकड़ कर रखें और फिर रिलैक्स होने दें। 3-5 सेकंड के लिए ब्रेक लें और दोहराएं। अपने पेल्विक फ्लोर को मजबूत करने से आप इस पर अधिक कंट्रोल पा सकते हैं।
यदि आपको ज्यादा गाइडेंस और अटेंशन की आवश्यकता है, तो किसी पेल्विक फ्लोर एक्सपर्ट को कंसल्ट करें, लेकिन सामान्य पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइसेज़ कोई भी कर सकता है।
यह मसल्स कैसे काम करती हैं और ऐसी कौनसी एक्सरसाइसेज़ हैं जो बेडरूम के बाहर भी आपकी हेल्थ कंडीशंस को ठीक रखती हैं? इस बारे में ज्यादा जानकारी प्राप्त करने के लिए, डॉ अमांडा ओल्सन द्वारा लिखित ‘रेस्टोरिंग द पेल्विक फ्लोर’ एक बेहद इन्फोर्मेटिव बुक है।
