
ट्वीक इंडिया की फाइनेंशियल मेकओवर गाइड के साथ अपना समय और सेविंग्स दोनों बचाएं
इन #21Tweaks की मदद से अपने फाइनांसेस पर महारत हासिल करें
यदि आपकी बैलेंस शीट और बिलों ने आपकी रातों की नींद हराम कर रखी है, अगर अपने अकाउंटेंट का चेहरा देखते ही, आपका पहला रिएक्शन किसी दीवार के सहारे लैंप शेड में सिर छुपा कर खड़े हो जाना है, तो यह फाइनेंशियल मेकओवर गाइड ख़ास आपके लिए है।
और हां, ये जान लें कि आप अकेली नहीं हैं जो अपने फाइनांसेस की चिंता में दबी जा रही हैं। एक सर्वे में, एक तिहाई लोगों ने स्वीकारा कि वे हर दिन अपने खर्चों को लेकर ज़रुरत से ज़्यादा परेशान रहते हैं। लेकिन,अत्यधिक चिंता करना इसका समाधान नहीं है। चीजों को सही राह पर लाने का एकमात्र तरीका है कि आप अपने फाइनांसेस की जिम्मेदारी खुद उठाएं।
ट्वीक इंडिया की फाइनेंशियल मेकओवर गाइड के साथ, #21Tweaks का दूसरा एडिशन, अपने फाइनांसेस पर महारत हासिल करने में आपकी मदद करेगा।
अरे, अभी से अपना कैलक्युलेटर मत उठाइए, हमने फाइनेंशियल मैनेजमेंट को मज़ेदार बनाने का एक तरीका खोज निकाला है, और ऐसे प्रैक्टिकल सोल्युशन ढूंढे हैं जिनकी मदद से आप हर दिन अपने पैसे को बेहतर तरीके से मैनेज कर पाएंगे। टैक्स फाइलिंग, इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट और एक अच्छा फाइनेंशियल एडवाइज़र ढूंढने जैसी जानकारियों के साथ-साथ, हमारी फाइनेंशियल मेकओवर गाइड में और भी बहुत कुछ शामिल है जैसे आपके बाथरूम काउंटरटॉप पर बेवजह जगह घेर रहे महंगे प्रोडक्ट्स के सस्ते विकल्प, पॉकेट फ्रेंडली चीजें जो यह सुनिश्चित करती हैं कि गैर-ज़रूरी खर्चे आपको ठन-ठन गोपाल ना कर दें, और भी बहुत कुछ।
ट्वीक इंडिया की फाइनेंशियल मेकओवर गाइड के साथ अपने फाइनांसेस की जिम्मेदारी खुद उठाएं
दिन 1: अपना टैक्स खुद फाइल करें
हमारी फाइनेंशियल मेकओवर गाइड के पहले दिन पर, हम उस एक चीज़ से निपटेंगे जो आपको राजू चाटवाला की मसालेदार रगड़ा पेटिस से ज़्यादा एसिडिटी कराती है – आपके टैक्स की फाइलिंग करना।
टैक्स कंसल्टेंट गौरव मारू बताते हैं, “आपको किन डॉक्युमेंट्स की आवश्यकता है, यह आपके इंवेस्टमेंट्स, इंश्योरेंस, प्रॉपर्टी और लोन पर निर्भर करता है।” लेकिन आमतौर पर, यहां दिए गए कुछ डॉक्युमेंट्स आपके पास अवश्य होने चाहिए:
– पैन कार्ड
– आधार कार्ड
– पूरे साल के बैंक स्टेटमेंट और क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट
– सैलरी इनकम वाले लोगों के लिए फॉर्म 16 (पार्ट ए और पार्ट बी) जो आपको आपके एम्प्लॉयर से प्राप्त होता है।
– बिज़नेस इनकम वाले लोगों के लिए फॉर्म 16 ए।
– एलआईसी, पब्लिक प्रोविडेंट फंड, इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम, म्यूचुअल फंड आदि इंवेस्टमेंट्स सम्बंधित सभी जानकारीऔर रसीदें।
– इंटरेस्ट सर्टिफिकेट, अगर आपके पास फिक्स डिपॉजिट है।
– इंडियन इनकम टैक्स के सेक्शन 80G के तहत, आपके द्वारा किए गए किसी भी डोनेशन की रसीदें, जिनपर डोनर का पैन डिटेल और पता होना चाहिए।
– होम लोन इंटरेस्ट सर्टिफिकेट
– म्यूचुअल फंड और शेयर के लिए कैपिटल गेन स्टेटमेंट
– प्रॉपर्टी एग्रीमेंट, यदि कोई संपत्ति बेची या खरीदी गयी है।
– इनकम टैक्स चालान, यदि एडवांस या अन्य किसी टैक्स का भुगतान किया गया है।
दिन 2: एक फाइनेंशियल ब्लैक बॉक्स बनाएं
2017 में, इकोनॉमिक टाइम्स में पब्लिश हुई एक रिपोर्ट के अनुसार, अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रहीं, हर 100 शिक्षित महिलाओं में से, 92% प्रतिशत यह स्वीकार करती हैं कि उनके सभी फाइनेंशियल निर्णय उनके घर के पुरुष ही लेते हैं।
वैसे देखा जाए तो महिलाएं ज़्यादातर सब कुछ अपने-आप करती हैं, तो अब आपका अगला स्टेप (यदि आप पहले से ऐसा नहीं कर रहीं हैं) है फाइनेंशियल लिबरेशन – एक फाइनेंशियल ब्लैक बॉक्स – एक ऐसी फिज़िकल या डिजिटल रिप़ॉज़िटरी, जिसमें सारी आवश्यक जानकारियां और काग़ज़ात मौजूद हों।
एक स्टेप बाय स्टेप गाइड के लिए जो आपको बताती है कि आपको इसकी ज़रुरत क्यों है, इसे कैसे तैयार किया जाए और इसमें क्या-क्या होना चाहिए, यहां क्लिक करें:
-वसीयत
-बैंक अकाउंट डिटेल्स
-म्यूचुअल फंड्स
-डायरेक्ट इक्विटी इन्वेस्टमेंट्स
-इंश्योरेंस डॉक्युमेंट्स
-फ़ंड्स और बॉन्ड्स
-एम्प्लॉयर बेनेफ़िट्स
-रियल एस्टेट/अन्य
-लोन्स
-कार्ड्स
दिन 3: एक मनी-सेविंग चैलेंज अपनाएं
# 21Tweaks के तीसरे दिन पर, क्यों ना आप भी हमारे 7 मनी-सेविंग चैलेंज के लिए तैयार हो जाएं जिसमें कोई मार्केट रिस्क नहीं हैं।
यहां कोई जटिल कागजी कार्रवाई नहीं है और ना ही पैसे के मैच्योर होने के लिए दशकों तक इंतजार करना है, ये खासतौर पर हमारे बेसब्र मिलेनियल्स के लिए डिज़ाइन किए गए हैं:
1. खर्च-फ्री महीना: अपने बिलों और किराए का भुगतान करें, ज़रुरत का सामान खरीदें लेकिन बेवजह कार्ट में कुछ भी ना भरें। सभी गैर-जरूरी खर्चों पर ब्रेक लगाएं।
2. ₹50 चैलेंज: जब भी किसी से 50 रुपये का नोट मिले, तो उसे बचा लें। यदि किसी दिन एक भी 50 रुपये का नोट ना मिले, तो उस दिन यह रकम अपनी तरफ से चैलेंज को दान कर दें।
3. कैंसिल चैलेंज: आपके मासिक बजट पर भारी पड़ रहे, म्यूज़िक और एंटरटेनमेंट से जुड़े उन असंख्य सबस्क्रिप्शन्स की लिस्ट की छंटाई करें। खासकर उन से छुटकारा पाएं जिन्हें आपने 6 महीने पहले केवल किसी एक शो को देखने के जोश में सब्सक्राइब किया था।
4. सुपर-सेवर वीकेंड: एक लंबे, थका देने वाले सप्ताह के बाद, खुद की साज-संभाल पर खर्च करना, ड्रिंक्स के लिए बाहर जाना या शहर से बाहर एक ड्राइव पर निकल जाना – यह सब प्लान सुनने में जायज़ लगते हैं, लेकिन अक्सर ये आपकी जेब में एक बड़ा छेद कर जाते हैं। इसके बजाय, घर बैठे रिलैक्स करें या पैदल ही शहर को एक्सप्लोर करने निकल पड़ें, या कुछ ऐसे नए वीकेंड प्लान बनाएं जिनमें आपको दनादन कार्ड स्वाइप करने की ज़रुरत नहीं हो।
5. चिल्लर चैलेंज: कभी-कभी रविवार के दिन, जब आप अपने बैग की सफाई करने बैठते हैं, तो अपने बैग से निकली चिल्लर को किसी बाउल या जार में संभाल कर रख दें। इसे रोज की आदत बना लें। हर दिन, पर्स खाली करें और सिक्कों को बचाएं, इनमें 10 रु के सिक्के भी शामिल करें।
6. फ़ास्ट-फॉरवर्ड – इस साल भर लंबे चैलेंज को 12 महीने के अनुसार भागों में विभाजित किया गया है। हर महीने, आप किसी एक चीज़ का ’फ़ास्ट’ करते हैं या किसी विशेष खर्च को बचाते हैं। 12 केटेगरी हैं: रेस्तरां, अल्कोहल, रिटेल थेरेपी, किसी भी रूप में शुगर, नॉन-वेज फ़ूड, फेस्टिवल शॉपिंग, आउटडोर वीकेंड प्लान, ओटीटी सबस्क्रिप्शन्स, बेवरेज जैसे कॉफी, चाय, सोडा, शराब, किसी के लिए कोई गिफ्ट नहीं खरीदना, फास्ट फूड, ब्यूटी या स्किनकेयर प्रोडक्ट्स।
7. सेव, शेयर, स्पेंड: मनी-सेविंग मोड में आने से पहले, तीन जार खरीदें और उन्हें सेव, शेयर और स्पेंड नाम के लेबल लगा कर तैयार रखें। हर बार जब किसी बुजुर्ग या रिश्तेदार से पैसे मिलें या पॉकेट मनी प्राप्त हो, तो उन पैसों का 50% सेव जार में जमा करें। बाकी के 50% को दो भाग में बांट लें। इसका एक हिस्सा शेयर जार (चैरिटी के लिए) में डालें, और बचे हुए हिस्से को बेझिझक जैसे मर्जी खर्च करें, कोई सवाल नहीं करेगा।
दिन 4: एक जीरो-कॉस्ट होम मेकओवर में निपुण बनें
डिज़ाइनर सारा शाम @essajeesatelier कहती हैं, “अपने घर का मेकओवर करते समय, सब कुछ अच्छी तरह से साफ करें। इससे आपको पता चलता है कि ऐसी कौन सी चीज़े हैं जिन्हें आप अनूठे तरीकों से अपने घर को सजाने में उपयोग कर सकते हैं।” यहां उनके द्वारा बताए कुछ आसान टिप्स शेयर किये गए हैं:
1. फैब्रिक शॉपिंग के लिए अपनी साड़ी की अलमारी का रुख करें: अपने डेकोर से मैच करते, पुराने खूबसूरत शिफॉन की साड़ी या दुपट्टे निकाल लें और उन्हें अपने बेड पर थ्रो की तरह इस्तेमाल करें या सोफे पर ड्रेप करें। आप चाहें तो उनके कुशन कवर भी बनवा सकते हैं।
2. अपनी बुकशेल्फ़ को एक आर्ट इंस्टालेशन में तब्दील करें: मौजूदा एक्सेसरीज़ के साथ बुकशेल्फ़ को स्टाइल करें, किताबों को छोटे प्लांटर्स, फोटो फ्रेम और पुरानी यादगार चीज़ों के साथ सजाएं। कॉफ़ी या साइड टेबल पर कुछ बुक्स स्टैक करके, उन्हें डिज़ाइन एलिमेंट की तरह इस्तेमाल करें।
3. क्यों न एक क्रेज़ी प्लांट लेडी बन जाएं: यदि आपके पास मनी प्लांट है, तो उसकी कटिंग्स लेकर पानी की बोतलों या अलकोहल की खाली बोतलों में डालकर यहां-वहां सजाएं। आप चाहें तो किचन के वेस्ट का उपयोग करते हुए एक छोटा सा किचन गार्डन भी तैयार कर सकती हैं।
4. सुंदरता भी बढ़ाएं और काम भी आएं: आपकी किचन से निकले कांच के खूबसूरत बाउल और एंटीक ट्रे आपके घर की शोभा भी बढ़ाते हैं और साथ ही छोटी-मोटी चीज़ों को रखने के काम भी आते हैं। कई लोगों के पास हमेशा अपनी ज्वैलरी को अंदर रखने का समय नहीं होता, ऐसे में ये बाउल और ट्रे बड़े हैंडी रहते हैं।
5. फ्लोरल अरेंजमेंट की कसम खा लें: आमतौर पर सजाए जाने वाले गुलाबों और कार्नेशन्स पर निर्भर करने के बजाय, डिज़ाइनर रवि वज़ीरानी आपके गार्डन में पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधों की मदद लेने की सलाह देते हैं। उनकी सलाह है, “स्केल के साथ प्ले करें,” यदि एक टेबल सेट करनी है तो आप एक बड़े जार या फूलदान में पौधों की सूखी टहनियां या छोटे-बड़े पत्तों को अरेंज करके सजा सकते हैं।
दिन 5: हाई-एंड ब्यूटी प्रोडक्ट्स को ड्रगस्टोर स्किनकेयर से बदल दें
# 21Tweaks के पांचवें दिन, हम आपको बताएंगे कि आवश्यक स्किनकेयर प्रोडक्ट्स से भरे हुए एक काउंटरटॉप का मतलब एक खाली बैक अकाउंट हो, ऐसा ज़रूरी नहीं है। वास्तव में, यह जानकर आपको आश्चर्य होगा कि आप केवल अपने कुछ स्किनकेयर प्रोडक्ट्स को उनके सस्ते लेकिन प्रभावी विकल्पों के साथ बदल कर करीब 7,000 रुपये तक बचा सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें।
ड्रगस्टोर स्किनकेयर प्रोडक्ट्स भले ही दिखने या महसूस करने में साधारण हों, लेकिन समान कोर इंग्रीडिएंट्स के साथ, वे हाई- एंड प्रोडक्ट्स जितने ही कारगर होते हैं। सूरत-बेस्ड स्किन स्पेशलिस्ट डॉ अंचल पंथ थोड़ी सावधानी बरतने की सलाह देती हैं: “फार्मास्यूटिकल प्रोडक्ट्स के साथ, आपको अपनी त्वचा को अच्छे से समझने की ज़रूरत है – इंग्रीडिएंट का कॉन्सेंट्रेशन क्या है, आप इसका उपयोग कैसे कर रहे हैं और क्या इसके लिए आप अपनी त्वचा को पर्याप्त रूप से तैयार कर रहे हैं।”
जैसे, यदि आपकी स्किन ड्राई है, तो फार्मास्यूटिकल प्रोडक्ट का उपयोग करने के बाद, आपको मॉइस्चराइज़र ज़रूर लगाना चाहिए। पंथ का कहना है, “हाई-एंड कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स के साथ ऐसी समस्याएं नहीं होती क्योंकि आपकी त्वचा की सुरक्षा के लिए उन्हें तैयार करते समय उनके एक्टिव इंग्रीडिएंट को दूसरों के साथ बैलेंस किया जाता है।”
दिन 6: अपने लेफ्टओवर फूड से नई स्वादिष्ट डिशेज़ बनाएं
#21Tweaks के छठे दिन, अपने अंदर के शेफ को जगाएं, और खाना बर्बाद करने के बजाय, बचे हुए खाने को नई डिशेज़ में बदल दें।
कुछ नए कुक्स होते हैं, जो खाने की सही मात्रा का अंदाज़ नहीं लगा पाते, तो कुछ ऐसे भी होते हैं, जो कभी अपनी गलतियों से सीख नहीं लेते और हर बार भावनाओं में बह कर ज़रुरत से ज़्यादा आर्डर कर देते हैं – वजह जो भी हो, हम सभी के फ्रिज टप्परवेयर के डिब्बों से ठसाठस भरते जाते हैं, और किसी को कोई आईडिया नहीं होता कि आखिर इनका क्या करें।
तो यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपका लेफ्टओवर फूड फ्रिज में ही न जमा होता जाए, और अंततः डस्टबिन में चला जाएं, एक ऐसा उपाय है जिससे खाना वेस्ट भी नहीं होगा और आपकी टेस्ट-बड्स भी खुश हो जाएंगी – अपने लेफ्टओवर फूड का मेकओवर कर दें।
रात के बचे हुए पास्ता को एक परफेक्ट फिंगर फूड में बदलने वाली रेसिपी के लिए नीचे स्क्रॉल करें।
पास्ता फ्रिटर्स
इंग्रीडिएंट्स:
- 3 कप पास्ता (पास्ता सॉस में मिक्स और रेफ्रिजरेट किया हुआ)
- 2 अंडे
- 1 1/4 कप ब्रेडक्रंब
- 1/2 कप कसा हुआ चीज़ (ऑप्शनल)
- नमक और काली मिर्च स्वादानुसार
- 2 टेबल स्पून ऑलिव ऑइल
विधि:
- पास्ता को छोटे-मोटे टुकड़ों में चॉप कर लें।
- अंडे, ब्रेडक्रंब (शुरू में 3/4 कप के साथ) और चीज़ मिलाएं। स्वाद के लिए नमक और काली मिर्च डाल कर मिक्स कर लें।
- थोड़ा मिक्सचर हाथ में लेकर दबा कर देखें कि अच्छे से बंध रहा है कि नहीं, ज़रुरत हो तो थोड़ा ब्रेडक्रंब और मिला लें।
- मध्यम आंच पर एक फ्राइंग पैन में ऑलिव ऑइल गरम करें।
- मिक्सचर का 1/3 कप लेकर फ्राइंग पैन में डालें।
- मिक्सचर को थोड़ा दबा कर लगभग एक सेंटीमीटर की टिकिया बना लें।
- इसे एक साइड से लगभग दो मिनट तक या जब तक यह गहरी भूरी और कुरकुरी न हो जाए, तब तक पकाएं। पलट दें, फिर दूसरी तरफ से कुरकुरा होने तक पकाएं।
- पैन से निकालकर पेपर टॉवल पर रख लें ताकि अतिरिक्त तेल निकल जाए। बचे हुए बैटर से इसी तरह बाकी की टिकिया बना लें।
- तुरंत सर्व करें। बारीक कटा हुआ पार्सले और ग्रेटेड परमेज़न (ऑप्शनल) के साथ गार्निश करें।
रेसिपी: Recipetineats.com
दिन 7: आखिरकार पैसा बचाने की शुरुआत कैसे करें और इस साल अमीर बनें
हममें से उन लोगों के लिए एक गाइड, जो ज़्यादातर अपनी पैंट की जेबों और पुराने बैग की साइड ज़िप में नोट टटोलते हुए दिखाई देते हैं ताकि रिक्शा का किराया दे सकें। आपने 7 स्वर्गीय सदगुण और 7 घातक महा पाप के बारे में तो सुना ही होगा, और अब इनसे भी ऊपर हैं – एक्सपर्ट बिनोली दोधीवाला, फाइनेंशियल फर्म द मनी मैनेजर्स की को-फाउंडर और सीईओ, द्वारा सुझाए गए – 7 महत्वपूर्ण टिप्स जो इस साल पैसा बचाने में आपकी मदद करेंगे।
1. अपने इंवेस्टमेंट्स को EMI की तरह ही समझें – सेविंग्स को एक्सपेंस से ज़्यादा महत्व दें। सैलरी मिलते ही, पहले इंवेस्टमेंट पर वर्क करें और फिर खर्चा करें।
2. एक इमरजेंसी कॉर्पस फंड बनाए रखें – आदर्शरूप में, किसी व्यक्ति की 3-6 महीने तक की सैलरी को उन प्रोडक्ट्स में इंवेस्ट किया जाना चाहिए जो मार्केट रिस्क के अधीन नहीं हैं, और ऐसे प्रोडक्ट्स जैसे लिक्विड म्युचअल फंड जिनमें कोई लॉक-इन पीरियड नहीं है, और पैसे निकालने पर कोई चार्ज नहीं लगता।
3. हर इंवेस्टमेंट को एक लक्ष्य की ओर निर्धारित करें – अपनी सेविंग्स को रिटायरमेंट फंड, इमरजेंसी कॉर्पस फंड, वेल्थ क्रिएशन फंड, आदि में अपनी प्राथमिकता अनुसार बांट कर इंवेस्ट करें। यह सुनिश्चित करता है कि आप प्रत्येक लक्ष्य के लिए कुछ बचत कर रहे हैं। इसका मतलब है कि यदि आप किसी इंवेस्टमेंट को तोड़ रहे हैं, तो आप जानते हैं कि आप किस पर समझौता कर रहे हैं।
4. जीवन बीमा पॉलिसी लें – हर कमाने वाले सदस्य को कम उम्र में जीवन बीमा कवर खरीदना चाहिए क्योंकि आप जितने युवा होते हैं, आपको काफी कम प्रीमियम में बहुत बड़ा कवर मिलने की संभावना रहती है। दोधीवाला का अनुमान है कि एक 35 वर्षीय स्वस्थ व्यक्ति 8,000 रुपये का भुगतान पर, 50-60 लाख रुपये तक का कवर पा सकता है।
5. अपने इंवेस्टमेंट में विविधता लाएं – आपको हर साल थोड़ी इक्विटी, कुछ रियल एस्टेट, थोड़ी फिक्स्ड इनकम, गोल्ड जैसे रेवेन्यू बढ़ाने वाले प्रोडक्ट्स में इंवेस्ट करना चाहिए – क्योंकि हर साल, सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला एसेट क्लास बदलता रहता है। इसलिए विभिन्न एसेट क्लास और क्षेत्रों (भारत में और भारत के बाहर) में निवेश करना सबसे अच्छा है।
6. अपने इंवेस्टमेंट को एक बैक-अप प्लान की तरह तैयार करें – कुछ वर्षों बाद, आपके इंवेस्टमेंट से आपकी रेग्युलर इनकम जितनी कमाई शुरू होनी चाहिए, ताकि यदि आप कभी भी सबैटिकल लेने का प्लान करें तो यह आपके लिए एक हेल्दी बैक-अप प्लान बन सकता है।
7. टैक्स-सेविंग के लिए उपाय तलाश करें – सेविंग्स करने का मतलब केवल यह नहीं है कि खर्चा ही नहीं करना है – यह भी है, कि ईमानदारी के साथ ऐसे स्मार्ट, कानूनी तरीके खोजें जिनसे आप अपने टैक्स को बचा सकते हैं। इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत आप 1,50,000 रुपये तक बचा सकते हैं। दोधीवाला एक SIP को ELSS (इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम) में बदलने और किसी लॉन्ग-टर्म गोल (जैसे रिटायरमेंट) की ओर मैप करने की सलाह देती हैं।
दिन 8
#21Tweaks के आठवें दिन पर, हम आपको बताएंगे कि इंस्टाग्राम पर एक संपन्न साइड जॉब के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
हमारे पेरेंट्स के जमाने वाले ‘जॉब मार्केट’ को अब एक नया स्वरुप मिल गया है। सोशल मीडिया अवसरों का एक वर्ल्ड वाइड वेब है, जहां लाखों लोगों के ‘अस्थायी’ सपनों को मान्यता मिल रही है।
Bankrate.com द्वारा 2019 के साइड हसल सर्वे के अनुसार, 45% उत्तरदाताओं ने एक साइड जॉब होने की बात स्वीकार की। बैंकरेट के चीफ फाइनेंशियल एनालिस्ट, ग्रेग मैकब्राइड बताते हैं, “आजकल अस्थिर नौकरियों और स्थिर वेतन के बीच फंसें युवा, अपनी आय बढ़ाने और अपने कौशल और प्रतिभा का उपयोग करने के लिए, इन साइड जॉब्स का रुख कर रहें हैं।”
हमने पांच इंस्टाग्राम उद्यमियों से उनके साइड जॉब के बारे में बात की और उनकी मार्केटिंग रणनीतियों की एक चीट-शीट तैयार की जिसकी मदद से आप अपने अति-सफल सहकर्मियों से भी बहुत आगे निकल जाएंगें।
– “ग्राहक आपके समय का अनादर नहीं कर सकते हैं” – बेनिटा एश्ली @_bennart_
– “क्वांटिटी के लिए क्वालिटी पर कभी समझौता नहीं करें” – सोफी जौहरी @sophiejohari
– “टेक्नोलॉजी से दोस्ती करें और प्रोमोशनल क्रिएटिव तैयार करने में समय बिताएं” – अर्चिशा मुखर्जी @kenchi.school
– “मार्केट रिसर्च करें; पता लगाएं कि दर्शक क्या चाहते हैं”- डॉ अर्चना जोगलेकर @theartyvet
– “यह आपका बिज़नेस एम्पायर नहीं है, इसे एक साइड जॉब की तरह ट्रीट करें” – मानसी वैद्य @manasi_vaidya_
दिन 9: बजट इंग्रीडिएंट्स को एक मिलियन-डॉलर फेसलिफ्ट दें
#21Tweaks के नौवें दिन पर, सीखें कि अपने पेट और पर्स दोनों को, हमेशा भरा हुआ कैसे रखें।
क्या आपके महीने के शुरूआती दिन राजसी भोगों के साथ शुरू होकर, आखिरी दिनों में मैगी के साथ काम चलाते हुए ख़त्म होते है?
यदि हां, तो इम्पोर्टेड एवोकाडो और आर्गेनिक चीज़ के साथ-साथ बजट इंग्रीडिएंट्स (गोभी, बैंगन, और कद्दू जिन्हें देखकर अभी तक आप नाक-भौं सिकोड़ते थे) के बीच एक संतुलन बनाएं और इनके साथ भी थोड़ा समय बिताएं।
बजट इंग्रीडिएंट्स का उपयोग करने का मतलब यह बिलकुल नहीं है कि आपको केवल पानी के साथ बेस्वाद खाना निगलना है।
शेफ हैट पहनने वाले हमारे सुपरहीरोज़ की थोड़ी सी मदद से, हमने भी गोभी और ककड़ी जैसे उबाऊ चीजों को दिलचस्प बनाने का रास्ता खोज लिया है। विश्वास नहीं होता? प्रूफ़ के लिए नीचे स्क्रॉल करें।
खीरा ककड़ी का ठंडा सूप
इंग्रीडिएंट्स:
सूप के लिए:
- 2 इंग्लिश खीरे, छिले हुए, बीज निकालकर काटे हुए
- 1 कप फीका बादाम का दूध
- 2 लहसुन की कलियां
- बेसिल (तुलसी) के 4-5 फ्रेश पत्ते
- 2 हरा प्याज
- 1 मीठा सेब, छिला हुआ और बीज निकाला हुआ
- 1/2 नींबू का रस
- 1/2 टीस्पून हिमालयन पिंक सॉल्ट
- पानी, जरूरत के अनुसार
गार्निशिंग के लिए:
- बारीक कटा हुआ खीरा
- बारीक कटी हुई लाल शिमला मिर्च
- बादाम की कतरन
विधि:
- सभी सूप इंग्रीडिएंट्स को एक हाई-स्पीड ब्लेंडर में चलाकर प्यूरी बना लें। अगर पतला करने की जरूरत हो तो पानी (या थोड़ा और बादाम का दूध) डालें।
- एक एयरटाइट कंटेनर में सावधानी से ट्रांसफर करें और एक-दो घंटे के लिए फ्रिज में ठंडा होने के लिए रखें।
- ठंडा होने के बाद, कटी हुई खीरा ककड़ी, लाल शिमला मिर्च और बादाम की कतरन से गार्निश करके सर्व करें।
रेसिपी : Veggieinspired.com
दिन 10: अपने फेवरेट विदेशी सुपरफूड्स को इन देसी फूड प्रोडक्ट्स के साथ बदलें और हर हफ्ते बचत करें
हमने यहां एक्सपर्ट द्वारा प्रस्तावित कुछ लोकल फूड प्रोडक्ट्स दिए हैं जो आपकी हेल्दी रेसिपीज़ में विदेशी सुपरफूड्स की गैर-मौजूदगी में बिलकुल वैसा ही काम कर सकते हैं, और क्या पता, शायद यह उनका परमानेंट हिस्सा भी बन जाएं।
1. माचा, ₹355 (30 ग्राम) के लिए मोरिंगा पाउडर, ₹255 (100 ग्राम)
बचत: ₹100
आपकी सुबह की माचा चाय जो कैटेचिन, एंटीऑक्सिडेंट्स और लिवर एवं हार्ट हेल्थ के लिए मशहूर है, उसे अधिक किफायती मोरिंगा पाउडर से बदला जा सकता है। ड्रमस्टिक की पत्तियों से बने मोरिंगा में अविश्वसनीय न्यूट्रिएंट्स होते हैं और यह आपकी जेब का भी ख्याल रखता है।
डाइटीशियन शिवानी कंडवाल का कहना है कि मोरिंगा में कैल्शियम, आयरन, अमीनो एसिड और एंटीऑक्सीडेंट्स काफी मात्रा में होते हैं। “इसमें संतरे से 7 गुना अधिक विटामिन सी और केले से 15 गुना अधिक पोटेशियम होता है।”
2. एवोकाडो, ₹269 (1 मीडियम साइज़) के लिए नारियल ₹38 (1 बड़ा साइज़)
बचत: ₹231
एवोकाडो एक ऐसा फल हैं जो फैटी एसिड, कई तरह के विटामिन, पोटेशियम और माइक्रोन्यूट्रिएंट से भरपूर हैं। हालांकि, इसकी कीमत सुनते ही आंखों से आंसू भी भरपूर आते हैं।
इसके बजाय, अपने देसी नारियल को अपना कर देखें। आप इसे कुछ ही मिनटों में कच्चे से ओवर राइप होते हुए देखने से भी बच सकेंगे।
न्यूट्रिशनिस्ट जानवी चीतलिया कहती हैं, “इस लोकल सब्स्टिट्यूट में मौजूद विटामिन ई शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है। इसके अच्छे फैट्स थायरॉयड के लिए और लैक्टोज इंटॉलरेंट लोगों के लिए काफी मददगार हैं।”
3. क्विनोआ, ₹295 (500 ग्राम), के लिए राजगिरा/अमरंथ, ₹130 (500 ग्राम) और ज्वार दलिया, ₹220 (200 ग्राम के 4 पैक)
बचत: ₹165 और ₹75
हमने बड़ी जल्दी क्विनोआ के लिए चावल को छोड़ दिया, क्योंकि इसमें चावल की तुलना में अधिक फाइबर और लगभग दोगुना अधिक प्रोटीन है। यह कोलेस्ट्रॉल कम करता है, ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है और इसमें कम कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट हैं जो वजन कम करने में सहायक हैं।
कंडवाल के अनुसार, “राजगिरा और क्विनोआ दोनों ही छद्म अनाज हैं, और ग्लूटेन-फ्री हैं। राजगिरा में क्विनोआ (9 ग्राम/कप v/s 8 ग्राम/कप) से अधिक प्रोटीन होता है और दोगुना आयरन (5 ग्राम/कप v/s 3 ग्राम/कप) होता है।”
ज्वार दलिया या बाजरा में काफी मात्रा में फाइबर होता है, लेकिन चीतलिया कहती हैं, “क्विनोआ का अमीनो एसिड प्रोफाइल ज्वार दलिया से थोड़ा अलग है। दोनों का आयरन मिनरल कंटेंट एक समान है। आंत की एलर्जी और ग्लूटेन इंटॉलरेंट लोगों के लिए दोनों ही अच्छे विकल्प हैं।”
4. चिया सीड्स, ₹99 (100 ग्राम) के लिए बेसिल सीड्स/सब्जा बीज, ₹38 (100 ग्राम) और अलसी/फ्लैक्ससीड, ₹24.50 (100 ग्राम)
बचत: ₹61 और ₹74.50
चिया सीड्स अब आसानी से उपलब्ध हैं, लेकिन अभी भी महंगे पड़ते हैं। कंडवाल और चीतलिया दोनों का सुझाव है कि यदि पैसा बचाना है तो आप इसे अलसी या सब्जा बीज से बदल सकते हैं। ये दोनों ही ओमेगा 3 एवं 6 और प्रोटीन से भरपूर हैं, और उनके सॉल्युबल फाइबर कंटेंट भी चिया के समान ही है।
चीतलिया की सलाह है, “फ्लैक्ससीड को गर्मी और हवा के संपर्क से बचाकर, फ्रिज में एक अपारदर्शी कंटेनर में स्टोर करना चाहिए। यह ओमेगा को संतुलित करने और सूजन को कम करने में बहुत सहायक है।”
दिन 11: यह #21Tweaks का ग्यारहवां दिन है और आज हम आपकी रिटायरमेंट सेविंग्स के बारे में बात करना चाहते हैं
रिटायरमेंट की प्लानिंग शुरु करने के लिए कोई भी उम्र शीघ्र नहीं है, आप चाहे तो केवल 500 रुपये से भी शुरुआत कर सकते हैं।
स्मार्ट बचत के लिए हमारी सरल लेकिन प्रभावी गाइड पढ़ें।
1: 20 वर्षीय उम्र में: छोटे-छोटे कदम उठाएं। जब अगली बार आपको सैलरी मिले, तो नई जीन्स खरीदने से बेहतर होगा कि आप उसका एक हिस्सा अपनी रिटायरमेंट विश लिस्ट के लिए अलग रख दें।
2. 30 वर्षीय उम्र में: अब सक्रिय होकर इंवेस्टमेंट बजट प्लान करने का सही समय है। आप चाहें तो एक छोटी राशि को किसी जोखिम भरे इंवेस्टमेंट में डाल सकते हैं, लेकिन अपनी बचत का एक बड़ा हिस्सा लॉन्ग-टर्म रिटर्न के लिए समर्पित करें।
3. 40 वर्षीय उम्र में: समझ भले ही कुछ देर से आए लेकिन दुरुस्त आए, यह बहुत आवश्यक है। संभल कर चलें क्योंकि जो दांव पर लगा है, वह आपका रिटायरमेंट फंड है नाकि लगातार होती रहने वाली आय। जोश में आकर खरीदारी करने और फालतू खर्चों से बचें। बचत करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना इंवेस्टमेंट करना।
परफेक्ट रिटायरमेंट प्लानिंग का एक ही गोल्डन रूल है – छोटे-छोटे लेकिन मजबूत कदम उठाएं।
दिन 12: विंटेज फैशन की दुनिया को अपनाएं
#21Tweaks के बारहवें दिन, आप पैसे बचाने की कला को पहले से ज्यादा फैशनेबल बनाने जा रही हैं।
आइए विंटेज फैशन की दुनिया से आपका परिचय कराएं जो काफी लंबे समय पहले ही हो जाना चाहिए था।
विंटेज फैशन शॉपिंग ना केवल पुराने स्टॉक में नई जान डालती है, बल्कि अगर आपकी किस्मत अच्छी हो, तो आप बहुत ही कम कीमत में एक संरक्षित डिज़ाइनर आइटम भी खरीद सकते हैं, बस यह पता होना चाहिए कि इनके लिए आपको खोजना कहां है।
अपनी जेब और अपनी अंतरात्मा दोनों को हल्का रखने के लिए, इन अपसाइकल एवं विंटेज फैशन स्टोर्स पर एक नज़र डालें और एक सस्टेनेबल और स्टाइलिश दृष्टिकोण को चुनें:
– Folkpants
– Bodements
– Refash
– Carol’s Shop and Tea Room
– Panda Picked
– Lust Thrift
– VRTT Vintage
दिन 13: एक सफल फ्रीलांसर बनने के लिए इन टिप्स को याद रखें
क्योंकि भले ही आप अपने पायजामे में बैठ कर काम कर रहे होंगे – लेकिन आपको अभी भी पैसा बनाने की जरूरत है।
अनुष्का मूलचंदानी, जिन्होंने अपनी पीआर प्रोफेशनल की फुल-टाइम जॉब छोड़ कर फ्रीलान्स राइटिंग और सोशल मीडिया मैनेजमेंट को अपनाया, बताती हैं कि कैसे एक सफल फ्रीलांसर बनें और साथ ही पैसा भी बनाएं।
1. सेविंग्स की शुरुआत करने का सही समय:
“समय रहते एक निश्चित राशि जमा करना शुरू बहुत ज़रूरी है, जिस पर आप कभी भी ज़रुरत पड़ने पर निर्भर कर सकें। इसलिए, यदि आपको लगता है कि आप भविष्य में कुछ समय के लिए एक फ्रीलांसर की तरह काम करना चाहते हैं, तो जैसे ही आप कमाना शुरू करते हैं, सेविंग और इंवेस्टमेंट करना शुरू कर दें।”
2. अपने आप से पूछें, “क्या मुझे वास्तव में इसकी आवश्यकता है?”: “इसे एक आदत बना लें, सोच समझ कर खरीदारी करने से बहुत फर्क पड़ता है और इस तरह बहुत बचत की जा सकती है।”
3. इंवेस्ट करना शुरू करें:
“जैसे ही आप थोड़ा सा भी पैसा बचाने में कामयाब होने लगें, इंवेस्ट करना शुरू कर दें। और कुछ नहीं, तो यह आपको जोश में आकर बेवजह खरीदारी करने से रोकता है। यदि पैसा आपकी पहुंच के बाहर होगा, तो आप इसे खर्च नहीं कर सकेंगें। इसका एक फायदा यह भी है कि इंवेस्टमेंट में आपका पैसा बढ़ता है, इसलिए यह आपके लिए एक साइड इनकम की तरह है।”
दिन 14: अब आप मात्र रु 575 में अपनी त्वचा के लिए एक बेहतरीन फ़ाउंडेशन पा सकते हैं
हमने कुछ सेलिब्रिटी मेकअप आर्टिस्ट से पूछताछ की और जाना कि भारतीय त्वचा के लिए बेस्ट फ़ाउंडेशन की कीमत मात्र रु 575 है। आज की फाइनेंशियल ट्वीक के लिए, हम आपको एक ऐसी जादुई दुनिया में ले जा रहे हैं, जहां आपको महंगे फ़ाउंडेशन खरीदने के लिए अपने अनमोल अंगों से अलग होने की ज़रुरत नहीं है और जहां हाइपरपिग्मेंटेशन और दाग-धब्बों से भरी त्वचा का कोई नामोनिशान भी नहीं है। अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें।
दिन 15: अपने लिए सही मेडिकल इंश्योरेंस का चयन करें
लाइफ इंश्योरेंस एजेंट बासुदेव दास बताते हैं, “आज के युवा अपने हेक्टिक वर्क शेड्यूल और फ़ास्ट लाइफस्टाइल की वजह से चोटों और बीमारियों के ज़्यादा शिकार होते हैं। उन्हें तो सबसे अधिक मेडिकल इंश्योरेंस की आवश्यकता होती है।”
मेडिकल इंश्योरेंस खरीदते समय यह 5 महत्वपूर्ण टिप्स ज़रूर याद रखें:
– बेनिफिट्स और सब-लिमिट्स के बारे में ठीक से पता करें
– वेटिंग पीरियड के बारे में पूछताछ करें
– कस्टमर सपोर्ट के बारे में पढ़ें
– प्लान के कैशलेस नेटवर्क के बारे में रिसर्च करें
– प्रीमियम में उतार-चढ़ाव की रेट पर ध्यान दें
दिन 16: बिना अपनी जेब को नुकसान पहुंचाए, अपने बच्चों के कमरे को फिर से डिज़ाइन करें
#21Tweaks के सोलहवें दिन पर, जानिए कि आप बिना अपने बजट की चिंता किये, बेझिझक अपने बच्चों के कमरे को किस तरह डिज़ाइन कर सकते हैं ताकि वह उनकी बढ़ती उम्र के साथ भी उनकी ज़रूरतों को पूरा कर सके।
इंटीरियर डिज़ाइन फर्म क्वर्क स्टूडियो की को-फाउंडर दिशा भवसार का कहना है, “हम कोई एक थीम फॉलो नहीं करते हैं। हमारे द्वारा डिज़ाइन किए गए बच्चों के कमरों में हम एक न्यूट्रल कलर पैलेट का इस्तेमाल करते हैं ताकि आगे जाकर आप चीजों में थोड़ी बहुत फेरबदल कर के, बड़ी आसानी से उसे रिडिज़ाइन कर सकें। हमारी कोशिश रहती है कि कमरा ज़्यादा बचकाना ना दिखे।”
अपने बच्चों के कमरे के लिए कलर पैलेट का चयन करते समय आप इन नियमों का पालन कर सकते हैं:
– कमरे के बेस कलर के लिए एक न्यूट्रल शेड चुनें। क्वर्क स्टूडियो के पसंदीदा रंगों में ज़्यादातर ग्रे और वाइट के शेड हैं।
– न्यूट्रल बेस के साथ, उभार लाने के लिए कोई भी एक कॉमप्लेमेंटरी कलर का उपयोग करें। क्वर्क स्टूडियो की को-फाउंडर शिवानी अजमेरा कहती हैं, “ग्रे या व्हाइट के न्यूट्रल बेस के साथ किसी भी पेस्टल शेड जैसे लाइलैक, पेस्टल पिंक या लेमन येलो का प्रयोग करें। ये कॉम्बिनेशन जेंडर न्यूट्रल होते हैं और हर उम्र के लिए अनुकूल हैं।” कॉमप्लेमेंटरी कलर का चयन करते समय, प्राइमरी कलर्स से दूर रहना अच्छा है।
– आप अन्य फर्नीचर आइटम या एक्सेसरीज़ जैसे फर्निशिंग, पर्दे, बुक्स, खिलौने, और डेकोरेटिव आइटम की मदद से कमरे में और रंग डाल सकते हैं । जब बच्चे बड़े होने लगें तो आप इन चीज़ों को नई चीज़ों के साथ बदलकर उनके कमरे को एक नया रूप दे सकते हैं।
– बच्चों के कमरे में प्लेफुल वॉलपेपर लगाकर भी आप कमरे में नई जान डाल सकते हैं।
दिन 17: क्या 1000 रुपये में आप पूरा एक हफ़्ता गुजार सकते हैं?
जहां इतने दिन हम आपके साथ एक्सपर्ट्स की सलाहें और उपयोगी टिप्स शेयर कर रहे थे, वहीं साथ ही साथ हमने भी उन पर अमल किया – आज #21Tweaks के 17वें दिन पर हमारा एक सप्ताह से चल रहा बजट चैलेंज समाप्त हुआ।
इस दौरान हमने मनी मैनेजमेंट के बारे में बहुत कुछ सीखा, और साथ ही हमें कुछ महत्वपूर्ण सबक भी मिले।
1. जब आप एक बजट के साथ चलते हैं तो आप जब चाहें बेफिक्र होकर खर्चा नहीं कर सकते
2. यदि आप अपने माता-पिता के साथ रहते हैं, और वे आपको फाइनैंशियली सपोर्ट करते हैं – तो आप बहुत भाग्यशाली हैं
3. ज़्यादा मिलनसार न होने के भी अपने फायदे हैं, दोस्तों के साथ डिनर और ड्रिंक के खर्चे नहीं होते
4. थोड़ी सी प्लानिंग और बहुत से सेल्फ-कंट्रोल की मदद से काफी कुछ बचाया जा सकता है
5. दूसरों की फाइनेंशियल गलतियों से सीखें और डिनर में बनी पत्ता गोभी को पूरे दिल से अपनाएं।
दिन 18: जब हाई-एंड प्रोडक्ट्स बजट के बाहर हों, तो बजट मेकअप ऑप्शंस आज़मा कर देखें
#21Tweaks के 18वें दिन, कुछ ऐसे बजट मेकअप ऑप्शंस चुनें जो आपकी स्किन और बैंक अकाउंट दोनों का ख्याल रखेंगें।
यदि तीन महीने से सिर्फ दाल-चावल डाइट पर गुजारा करने के बाद भी, आप अपने मनपसंद लक्ज़री मेकअप प्रोडक्ट को खरीदने में सक्षम नहीं हैं, तो हमारे पास आपके लिए एक समाधान हो सकता है।
क्यों ना, अपने लिए उस प्रोडक्ट का एक ऐसा बजट ऑप्शन चुनें जो भले ही लक्जरी प्रोडक्ट की हर श्रेणी पर खरा नहीं उतरता हो, लेकिन तब तक बिलकुल उसकी तरह ही काम करे, जब तक कि आप अपना पसंदीदा प्रोडक्ट पाने में कामयाब नहीं हो जाते। और क्या पता, शायद यह बजट मेकअप ऑप्शन ही आपका नया फेवरेट प्रोडक्ट बन जाए।
जैसे, Maybelline लिपस्टिक के शेड्स, बाजार की सबसे प्रतिष्ठित लिपस्टिक Charlotte Tilbury Pillow Talk के शेड्स से काफी हद तक मैच करते हैं और बजट में होने के साथ-साथ, यह होंठों पर लंबे समय तक लगाए रखने के बावजूद भी सुखद महसूस होते हैं।
दिन 19: वसीयत बनाने की तैयारी शुरू करें
जैसे-जैसे हम #21Tweaks के अंत के करीब पहुंच रहे हैं, आज 19वें दिन हम इस बात पर फोकस कर रहे हैं कि आपके ‘अंत’ के बाद क्या होता है।
मृत्यु सम्बंधित किसी भी बातचीत का सामना आमतौर पर तनी हुई भौंहें, नाराज़गी या “बेकार की बातें क्यों कर रहे हो?” जैसे भावों के साथ होता है। लोग आपके नश्वर अवशेषों की फेयरवेल पार्टी का जिक्र भी नहीं करना चाहते, जबकि यह एक बहुत ही प्रैक्टिकल सी बात है। हम पैसा, नाम और प्रसिद्धि कमाने में इतने बिज़ी हो जाते हैं कि वसीयत बनाने का ख्याल भी हमारे मन में नहीं आता, जो आगे जाकर यह सुनिश्चित करती है कि हमारे बाद हमारे परिवार को किसी तरह की कोई तकलीफ ना हो।
दिल्ली के एक प्रोबेट वकील, रोशन मणि गुप्ता कहते हैं, ”वसीयत बनाना बहुत ज़रूरी है क्योंकि यह एक महत्वपूर्ण कानूनी दस्तावेज है जिसके द्वारा आप बता सकते हैं कि आपके मरने के बाद आपकी इच्छाएं कैसे पूरी होनी चाहिए। इसमें आप तय कर सकते हैं कि आपके जीवन की सम्पूर्ण जमा-पूंजी का अधिकार किसे और कैसे सौंपा जाना चाहिए। मृत्यु के बाद, यही एक चीज़ है जो आपके वश में रहती है।”
यहां उनके द्वारा कुछ टिप्स दी गई हैं:
1. वसीयत बनाने की सही उम्र: 18 वर्ष से अधिक आयु का कोई भी व्यक्ति जो किसी मानसिक बीमारी से ग्रसित ना हो, शराब या ड्रग्स के नशे में ना हो और किसी भी प्रकार के दबाव में न हो, एक वैध वसीयत बना सकता है।
2. वसीयत बनाने के लिए क्या ज़रूरी है: वैसे तो केवल एक पेपर और पेन चाहिए, लेकिन अगर रजिस्टर्ड वसीयत बनानी है तो एक लीगल स्टाम्प पेपर होना चाहिए। वसीयत में एक टेस्टेटर (जो वसीयत लिख रहा है), एक्सीक्यूटर (जो आपके मरने के बाद वसीयत को अमल में लाएगा), दो विटनेस (जो वसीयत पर हस्ताक्षर करेंगे) और बेनेफिशरी (जिन्हें संपत्ति सौंपी जाएगी) शामिल होते हैं।
3. वसीयत में लिखी जाने वाली आवश्यक जानकारी: वसीयत में टाइटल, टेस्टेटर की पर्सनल डिटेल्स और डिक्लेरेशन, सभी सम्पत्तियों की पूरी जानकारी, एक्सीक्यूटर का नाम और जानकारी, बेनेफिशरी के नाम, उनकी डिटेल्स और आपकी संपत्ति में से किसे क्या देना है, आपके और दोनों विटनेस के सिग्नेचर, तारीख और लोकेशन और विटनेस की फोटोग्राफ होना आवश्यक है। इसे रजिस्टर कराना ज़रूरी नहीं, लेकिन रजिस्ट्रेशन के अपने फायदे हैं – ओरिजिनल डॉक्यूमेंट खो जाए तो दूसरी लीगल कॉपी निकाली जा सकती है, वसीयत के साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। वसीयत को सब-रजिस्ट्रार ऑफिस में दो विटनेस की मौजूदगी में रजिस्टर कराया जा सकता है।
4. वसीयत का उचित निष्पादन: आपके मरने के बाद, आपकी वसीयत को अमल में लाने के लिए आपके एक्सीक्यूटर को प्रोबेट के लिए आवेदन करना पड़ सकता है। प्रोबेट अदालत की निगरानी में अंतिम वसीयतनामे को प्रमाणित करने की प्रक्रिया है। यदि आपकी वसीयत पर कोई ऑब्जेक्शन नहीं उठाया गया है और आपके सभी टैक्स और कर्ज चुके हुए हैं तो भी इस पूरी प्रक्रिया में करीब आठ से बारह महीने लग सकते हैं। इसलिए अपना एक्सीक्यूटर सोच-समझ कर चुनें जिसे इस पूरी प्रक्रिया की जानकारी होनी चाहिए क्योंकि इसमें धैर्य और विश्वास दोनों ही बेहद ज़रूरी हैं।
दिन 20: उम्र के अनुसार, एक वर्किंग वुमन के लिए इंश्योरेंस खरीदने की गाइड
क्या आप जानते हैं कि आपको आईवीएफ और अन्य फर्टिलिटी ट्रीटमेंट के लिए भी इंश्योरेंस कवर मिल सकता है? या यह कि यदि आगे जाकर आप बच्चे की चाह रखते हैं, तो एक्सपर्ट्स की सलाहनुसार, आपको 20 साल की उम्र में ही मैटरनिटी इंश्योरेंस खरीद लेना चाहिए? यह जानकारी पढ़कर आपको अहसास होगा कि काश यह महत्वपूर्ण सेविंग और लाइफ-चेंजिंग ज्ञान आपको कॉलेज में सिखाया गया होता।
उम्र के 20वें दशक में उपयुक्त इंश्योरेंस खरीदें:
इस उम्र में, आप सबसे स्वस्थ होते हैं, आपमें आगे बढ़ने और रिस्क उठाने का जोश होता हैं। और इस लक्जरी का आपको फायदा उठाना चाहिए। इस उम्र में आपको अपनी भावी ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए, अपने लिए उपयुक्त हेल्थ इंश्योरेंस, मैटरनिटी इंश्योरेंस और लाइफ इंश्योरेंस प्लान कर लेना चाहिए।
उम्र के 30वें दशक में जीवन में होने वाले बदलावों के अनुसार प्लान करें:
अपने लाइफ इंश्योरेंस का अपनी बढ़ती आय के अनुसार पुनः मूल्यांकन करें और आपके टर्म इंश्योरेंस कवर को बढ़ाने पर विचार करें। यदि आप अभी बच्चे नहीं चाहते हैं तो भविष्य के लिए अपने हेल्दी एग फ्रीज़ करने और रिप्रोडक्टिव ट्रीटमेंट के लिए प्लान कर सकते हैं। अभी से हेल्थकेयर फंड में इंवेस्ट करें और हर महीने एक निश्चित राशि डालकर एक कॉर्पस फंड विकसित करें जो ज़रुरत पड़ने पर काम आ सकें।
उम्र के 40वें दशक में अपने रिटायरमेंट के लिए प्लान करें:
यदि आपके बच्चे हैं, तो यही समय है जब आपको उनकी एजुकेशन को ध्यान में रखते हुए प्लानिंग शुरू करनी चाहिए और साथ ही यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि आपके पास क्रिटिकल इलनेस को कवर करने के लिए एक बड़ा हेल्थ इंश्योरेंस हो। अपने रिटायरमेंट कॉर्पस के लिए केवल अपने एम्प्लॉयर पर भरोसा न करें और एम्प्लॉई प्रोविडेंट फंड अकाउंट के जरिए अपने रिटायरमेंट कॉर्पस को विकसित करें।
सही इंश्योरेंस खरीदने के लिए हमारी एक्सपर्ट, बेसिस की को-फाउंडर, दीपिका जयकिशन की सलाह:
– ऐसी कंपनी चुनें, जिसका क्लेम-सेटलमेंट अनुपात अधिक हो, आदर्श रूप से 95% से ज़्यादा हो।
– जयकिशन कहती हैं कि आप चाहें तो नई कंपनी ट्राई कर सकते हैं, “मार्केट में छोटी कंपनियों की साख भले ही कम हो क्योंकि वे नई हैं, लेकिन उनके प्रोडक्ट बेहतर हो सकते हैं।”
– ज़रूरी नहीं है कि सरकार-समर्थित इंश्योरेंस ही बेहतर है। सही प्लान चुनने के लिए, पहले से थोड़ी मार्केट रिसर्च करें।
– हेल्थ सम्बंधित पूरी जानकारी का वर्णन करें, यदि आपने अपनी ड्रिंकिंग या स्मोकिंग जैसी आदतों का वर्णन नहीं किया, और आगे जाकर इनसे जुड़ी बीमारी का सामना करना पड़ा, तो आपका इंश्योरेंस ऐसे खर्चों का भुगतान नहीं करेगा।
– सिर्फ इनवेस्टमेंट प्रोडक्ट्स के जरिए ही आपको फाइनेंशियल सिक्योरिटी नहीं मिलती हैं। जयकिशन कहती हैं, “अगर आप मुझसे पूछें, तो मैं आपको इंवेस्टमेंट से पहले इंश्योरेंस कराने की सलाह दूंगी।”
दिन 21: महंगे इंवेस्टमेंट आइटमों के लिए किफायती फैशन स्वैप
आपको रॉ मैंगो के लुभावने डिज़ाइन बेहद पसंद हैं लेकिन क्या आपका बजट आपको अपने लिए एक किफायती फैशन स्वैप ढूंढने के लिए मजबूर कर रहा है? आपके वार्डरॉब और वॉलेट के लिए एक परफेक्ट गिफ्ट के साथ, आज हम अपनी इस 21 फाइनेंशियल ट्विक्स सीरीज़ का समापन कर रहे हैं – बरसो से आपका जी ललचा रहे, उन महंगे इंवेस्टमेंट आइटमों के लिए कुछ किफायती फैशन स्वैप।
1. हेयरलूम दुपट्टा: दुपट्टे चाहे सलवार कमीज पर डाले जाएं या क्रॉप टॉप और स्कर्ट के साथ पहने जाएं – दोनों ही स्वरुप में वे आपकी इंडियन या वेस्टर्न आउटफिट का स्टाइल स्टेटमेंट बन सकते हैं। इसीलिए, अनविला ब्रांड का पर्शियन जामदानी लिनेन दुपट्टा, ₹14,500 में, हमारा फेवरेट है और इसका मैचिंग किफायती स्वैप आपको जयपोर ब्रांड के ज़री वाले पीच रंग के सिल्क कॉटन दुपट्टे, ₹916, में मिल सकता है।
2. बांधनी सूट: टाई-डाई फैशन कभी आउट ऑफ़ स्टाइल नहीं होता, और इंडिया के टाई-डाई, बांधनी का तो कोई जवाब ही नहीं है। लाजो सी का डार्क मजेंटा, कढ़ाई वाला बांधनी कुरता और ब्रोकेड पैंट, ₹39,900 में, हमारा पसंदीदा है। यह एक ऐसा ऑउटफिट है जो आपकी 60 वर्षीय मां और आपकी 16 वर्षीय कजिन, दोनों का दिल चुरा लेगा। बांधनी का किफायती स्वैप आपको वन्स अपॉन अ ट्रंक के, हैंड ब्लॉक और नेचुरली डाई किए गए कॉटन बांधनी सूट, ₹4,100 में मिल सकता है।
3. सिल्क साड़ी: साड़ी के जैसा कोई इंवेस्टमेंट पीस नहीं है और यह हर आकृति पर खूब फबता है। फैब इंडिया की खूबसूरत टसर सिल्क चिकनकारी की साड़ी, ₹22,990, पर से किसी की निगाह नहीं हट सकती, लेकिन यदि आप अपना सिल्क कलेक्शन बढ़ाने के साथ-साथ पैसा भी बचाना चाह रहे हैं, तो आप आछो ब्रांड की यास्मीन हैंडब्लॉक चंदेरी सिल्क की साड़ी, ₹6,499 में खरीद सकते हैं।
4. ट्रेडिशनल झुमके: एक भारतीय पहनावे के साथ चमचमाते झुमको का होना उतना ही महत्वपूर्ण हैं जितना दाल के साथ एक मसालेदार घी का तड़का – एकदम परफेक्ट फिनिशिंग टच। जहां फाइन ज्वेलरी की बात आती है, तो आम्रपाली का कोई मुकाबला नहीं है – उनके मोती और लाल कांच जड़ित, चांदी के ऊपर गोल्ड-प्लेटेड, पीकॉक देवी झुमके, ₹23,690 में आपके या आपके प्रियजनों के लिए एक उपयुक्त गिफ्ट हैं। यदि आप कानों के साथ-साथ, जेब पर भी हल्का महसूस होने वाला ऑप्शन ढूंढ रहे हैं तो फैब इंडिया के गोल्ड-प्लेटेड चांदी के झुमके, ₹4,590 में एक बेहतरीन चॉइस हैं।